मसूरी, झड़ीपानी में रेलवे की भूमि पर बने अवैध 17 भवनों के स्वामियों को रेलवे की टीम ने 30 दिनों में भवन खाली करने का नोटिस जारी कर दिया, जिसके बाद से कब्जाधारियों में हड़कंप मच गया। वहीं, टीम ने दूसरे दिन भी रेलवे की भूमि से अवैध कब्जे हटाए। उत्तर रेलवे मुरादाबाद मंडल प्रशासन की टीम ने ओकग्रोव स्कूल झड़ीपानी स्थित रेलवे की भूमि पर बनाया गया आधा किलोमीटर लंबा पुस्ता जेसीबी से ध्वस्त करवाया। भूमि कब्जामुक्त करने के बाद रेलवे ने वहां अपने नाम का बोर्ड लगा दिया है। उत्तर रेलवे मुरादाबाद मंडल के अधिकारी दिनभर मौके पर मौजूद रहे। अतिक्रमण हटाने गई टीम ने रेलवे की भूमि पर बनाई गई सड़क पर भी गहरे गड्ढे कर दिए हैं, ताकि कोई आवागमन न कर पाए। एहतियात के तौर पर मौके पर रेलवे पुलिस बल तैनात किया गया। वहीं रेलवे अधिकारियों का कहना है कि रेलवे की भूमि पर अवैध रूप से बने भवन 30 दिनों में खाली नहीं हुए तो रेलवे प्रशासन जबरन भूमि से कब्जा हटाएगा। कार्रवाई के दौरान जो खर्च आएगा वह कब्जाधारियों से वसूला जाएगा। बतादें कि झड़ीपानी में रेलवे की भूमि पर पहाड़ काटकर सड़क बनाई गई है। इसके लिए बाकायदा पुस्ता निर्माण भी किया गया। जबकि यह आरक्षित वन भूमि है, जहां पर न तो पेड़ काटे जा सकते हैं और न ही कोई खनन कार्य किया जा सकता है। वन विभाग ने मामले में इतने दिनों तक कार्रवाई क्यों नहीं की। यह विभाग की भूमिका का संदेह के दायरे में खड़ा करती है। रेलवे अधिकारियों ने बताया कि रेलवे की यहां पर 317 एकड़ भूमि है, जिसका सीमांकन करवाया जाएगा।
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