देहरादून, उत्तराखण्ड राज्य महिला आयोग की अध्यक्ष कुसुम कण्डवाल ने पुलिस प्रशिक्षण महाविद्यालय, नरेन्द्र नगर (टिहरी गढ़वाल) में ब्यूरो ऑफ़ पुलिस रिसर्च एंड डेवलपमेंट, नई दिल्ली के निर्देशानुसार पुलिस कर्मियों के लिए लिंग संवेदीकरण और फोरेंसिक विज्ञान कार्यक्रम विषय पर तीन दिवसीय ट्रेनिंग में मुख्य वक्ता के रूप में प्रतिभाग किया।
ट्रेनिंग कोर्स के प्रथम दिवस के प्रथम सत्र मे आज 10 जुलाई को महिला आयोग की अध्यक्ष कुसुम कण्डवाल ने पुलिस के अधिकारियों को लिंग संवेदीकरण, महिला सुरक्षा व महिलाओं के साथ उचित व्यवहार के विषय पर जागरूक किया।
उन्होंने कहा की लिंग के आधार पर किसी के भी साथ भेदभाव नही होना चाहिए। हमे समाज मे जो रूढ़िवादी विचारधारा है उसे समाप्त करना है साथ ही सभी पुलिसकर्मियों को महिलाओं व पीड़िताओं के साथ उचित व्यवहार करना चाहिए ताकि पीड़ित महिला अपनी बात अपनी पीड़ा हम को सरलता से बता सके। महिलाएं पहले ही पुलिस की वर्दी देख कर डर और सहम जाती है तथा अपनी बात भी नही कह पाती।
इस अवसर पर पुलिस प्रशिक्षण महाविद्यालय के निदेशक ददन पाल, संयुक्त निदेशक भूपेन्द्र जंगपांगी, अपर पुलिस अधीक्षक पीटीसी शेखर सुयाल, महिला आयोग की सदस्य सचिव उर्वशी चौहान सहित विभिन्न प्रमुख पदाधिकारीगण उपस्थित रहे।
जिपंस मर्तोलिया को अंजाम भुगतने की धमकी, पुलिस को दी तहरीर
मुनस्यारी, जिला पंचायत सदस्य जगत मर्तोलिया ने स्थानीय पुलिस थाने में तहरीर देकर अंजाम भुगतने की धमकी दिए जाने अज्ञात के खिलाफ मुकदमा दर्ज करने की मांग की। तहरीर देने के 24 घंटे के बाद भी ना मुकदमा दर्ज हुआ है। ना ही पुलिस सुरक्षा मिली। अपनी जान बचाने को जिपंस मर्तोलिया पुलिस अधीक्षक के संरक्षण मांगने के लिए पिथौरागढ़ चले गए है।
मूल निवास की बात करने पर एक व्हाट्सएप ग्रुप में जिला पंचायत सदस्य को अंजाम भुगतने की धमकी दी गई है। उसी के साथ पागल इंसान भी कहा गया है।
इस मामले में सदस्य द्वारा पुलिस थाने में व्हाट्सएप ग्रुप में दी गई धमकी देने वाले पर कड़ी कार्यवाही करने को लेकर तहरीर दे दी है।
जिला पंचायत सदस्य द्वारा मूल निवास से संबंधित बाते लिखने पर एक नंबर द्वारा बार-बार अंदर बाहर और मूल निवास की बात करने पर अंजाम भुगतने की खुली धमकी दी है।
जिपंस जगत मर्तोलिया ने कहा कि एक निर्वाचित प्रतिनिधि को पागल इंसान कहकर सामाजिक तथा राजनीतिक छवि धूमिल की गई है। तहरीर में लिखा है कि अंजाम भुगतने की धमकी के बाद वह शारीरिक तथा मानसिक रूप से तनाव में है। उन्होंने कहा कि पूर्व में उसके परिवार में एक सदस्य की देहरादून में संदिग्ध अवस्था में चार साल पहले मृत्यु हुई है।इस धमकी के बाद वे तथा उसका परिवार भय तथा डर के साये में जी रहा है। उन्होंने कहा कि इस धमकी के बाद वे अपने कर्तव्य तथा आजीविका का कार्य नहीं कर पा रहे है।
उन्होंने कहा कि स्थानीय पुलिस जब एक निर्वाचित जन प्रतिनिधि की तहरीर पर 24 घंटे के बाद भी कुछ नहीं कर पाई। इससे अंदाज लगाया जा सकता है कि एक आम आदमी के साथ स्थानीय पुलिस का क्या न्याय रहता होगा।
उन्होंने कहा कि इस धमकी के पीछे किन किन बाहुबली लोगों का हाथ है उसे बेनकाब करते हुए इनको आरोपी बनाते हुए जब तक न्याय नहीं मिलेगा वे चुप नहीं बैठेंगे। उन्होंने कहा कि वे स्थानीय पुलिस की लापरवाही की शिकायत पुलिस अधीक्षक से गुरुवार 11 जुलाई को मिलकर शिकायत करेंगे।
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