हल्द्वानी। राजपुरा स्थित श्मशान घाट में मंगलवार दोपहर स्थानीय लोगों ने हंगामा खड़ा कर दिया। आरोप लगाया कि संक्रमित शवों की अंत्येष्टि में लापरवाही बरती जा रही है। जिससे आबादी में बीमारियां फैलने का खतरा है। इसके अलावा पीपीई किट, मास्क व ग्लब्स को खुले में फेंकने की वजह से डर और बढ़ रहा है। वहीं, हंगामे की सूचना पर सीओ, कोतवाल के अलावा पुलिस फोर्स भी मौके पर पहुंच गया।
कड़ी मशक्कत के बाद आश्वासन देकर लोगों को शांत कराया गया। हल्द्वानी में रानीबाग चित्रशीला घाट के अलावा राजपुरा मुक्तिधाम में मृतकों की अंत्येष्टि की जाती है। संक्रमित व्यक्तियों का अंतिम संस्कार राजपुरा में किया जा रहा है। सामान्य दिनों में यहां अधिकतम &-4 शव ही पहुंचते थे। लेकिन अब रोजाना 15 से अधिक मामले आ रहे हैं। ऐसे में सुबह से शाम तक चिताओं के जलने का सिलसिला जारी रहता है।
मंगलवार को दूसरे दिन भी स्थानीय लोग पार्षद महेश चंद्र संग श्मशान घाट पहुंच गए और हंगामा करने लगे। जिसके बाद सीओ शांतनु पराशर, कोतवाल मनोज रतूड़ी व एसएसआइ कैलाश सिंह नेगी फोर्स संग मौके पर पहुंच गए। महिलाओं ने पुलिस से कहा कि कोरोना संक्रमित की अंत्येष्टि के दौरान नियमों का पालन नहीं किया जा रहा है। चिता की जलती लकडिय़ों को दीवार से बाहर फेंक दिया जाता है। इसके अलावा धुएं से लोगों को सांस लेने में दिक्कत आ रही है। वहीं, एसएसआइ कैलाश सिंह नेगी ने बताया प्रशासन से परिसर को दो बार सैनिटाइज कराने और बायो मेडिकल वेस्ट को एक जगह एकत्र करने के लिए बड़े डस्टबिन रखवाने को कहा है। जिसके बाद लोग शांत होकर घरों को चले गए थे।
Recent Comments