‘सोसायटी हेल्थ वुमेन एजुकेशन एंड ट्रेनिंग एसोसिएट (स्वेता) की तरफ से दिया गया प्रशिक्षण’
कोटद्वार, राष्ट्रीय ग्राम स्वराज अभियान के अन्तर्गत पंचायती राज विभाग के तत्वावधान में सतत विकास लक्ष्य 2030 के सम्बंध में पौड़ी गढ़वाल के रिखणीखाल विकासखंड में आयोजित प्रशिक्षण कार्यशाला का आज समापन हो गया है। पंचायती राज विभाग द्वारा पंचायत प्रतिनिधियों एवं ग्राम स्तरीय रेखीय विभाग के कर्मियों को सतत विकास लक्ष्यों का स्थानीयकरण विषय को लेकर प्रशिक्षण दिया गया। भारत सरकार द्वारा सभी राज्यों को ग्राम पंचायत विकास योजना, क्षेत्र पंचायत विकास योजना और जिला पंचायत विकास योजना तैयार कराने से पहले प्रशिक्षण दिया जा रहा है। इसके तहत नौ थीम के आधार पर विकास किया जाना है।
सोसायटी हेल्थ वुमेन एजुकेशन एंड ट्रेनिंग एसोसिएट (स्वेता) की तरफ से स्थानीयकरण विषय को लेकर प्रशिक्षण दिया गया। इस प्रशिक्षण कार्यक्रम में ग्राम पंचायत प्रतिनिधियों को ग्राम पंचायत विकास योजना के बारे में बताया गया। ग्राम पंचायत विकास योजना, क्षेत्र पंचायत विकास योजना और और जिला पंचायत विकास योजना में नौ अलग अलग थीम है जिसमें गरीबी मुक्त उन्नत आजीविका गाँव, स्वस्थ गाँव, बाल हितैशी गाँव, जल पर्याप्त गाँव, स्वच्छ और हरा भरा गाँव, आत्मनिर्भर और बुनियादी ढांचायुक्त गांव, सामाजिक रूप से सुरक्षित गाँव, सुशासन युक्त गाँव और महिला हितैषी गाँव शामिल है। गावों का विकास और योजनाएं भविष्य में इन्ही 9 थीम के आधार पर किया जाना है। साथ ही ठोस अपशिष्ठ प्रबंधन पर भी चर्चा की गई।
पौड़ी जनपद के रिखणीखाल विकासखंड की 6 न्याय पंचायत चुरानी, गुनेड़ी, किलबौ, ढाबखाल, ढोंटियाल और धामधार की 81 ग्राम पंचायतों के प्रतिनिधियों और ग्राम स्तरीय रेखीय विभाग के कर्मियों ने प्रशिक्षण कार्यशाला में प्रतिभाग किया। जिसमें सदस्य क्षेत्र पंचायत, ग्राम प्रधान, वार्ड सदस्यों, आंगनबाड़ी कार्यकत्रियों और आशा बहनों ने बढ़चढ़ कर अपनी उपस्थिति दर्ज की। कार्यक्रम को सफल बनाने में सहायक विकास अधिकारी पंचायत प्रदीप गुसाईं, ग्राम पंचायत विकास अधिकारी आशीष कंडवाल, जितेन्द्र कुमार, जयबीर सैनी, राजेश रावत, गुणमाला कश्यप और ज्योति रावत की प्रमुख भूमिका रही। वहीं प्रशिक्षण के दौरान संस्था सचिव सोहन मेहरा, मास्टर ट्रेनर सुदर्शन कैंतुरा, जयदीप मेहरा, हरिओम ध्यानी और सुमित पुरोहित मौजूद रहे।
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