हरिद्वार 3 अगस्त (कुलभूषण) डॉ. मीनू पाराशर मानसी द्वारा लिखित पुस्तक ‘मेरी उड़ान’ का विमोचन जगदगुरु शंकराचार्य स्वामी राजराजेश्वराश्रम महाराज द्वारा कनखल स्थित जगदगुरु शंकराचार्य आश्रम में किया।
इस अवसर पर जगदगुरु शंकराचार्य पूज्य स्वामी राजराजेश्वराश्रम महाराज ने डॉ. मीनू पाराशर मानसी को उनके द्वारा लिखित मेरी उड़ान पुस्तक के विमोचन के लिए आशीर्वचन दिया।
उत्तराखंड आयुर्वेद विश्वविद्यालय के कुलपति सुनील जोशी ने कहा कि मेरी उड़ान पुस्तक मानवीय मूल्यों पर आधारित पुस्तक है जिसमें डॉ. मीनू पाराशर ने भारत भूमि से दूर रहकर भी देश की पावन रज अपने हृदय में बसाकर भारत के साहित्य की सेवा की यह बहुत बड़ी बात है आजकल की युवा पीढ़ी पश्चिमी सभ्यता की ओर आकर्षित हो रही है ऐसे में देश व हरिद्वार की बेटी ने विदेश में भी रहकर मां भारती हिन्दी की सेवा की है और विदेशों में रहने वाले लोगों को हिंदी भाषा की ओर आकर्षित करने का काम किया। उन्होंने कहा कि साहित्य के द्वारा आने वाली पीढ़ी को अपनी पुस्तक के द्वारा डॉक्टर मीनू पाराशर ने बताया कि हमें सभी के साथ कुशल व अच्छा व्यवहार करना चाहिए। इस भागदौड़ की जिंदगी में पुस्तक के द्वारा लोगों को काफी कुछ समझने को मिलेगा।
एसएम जैन कॉलेज के पूर्व प्राचार्य डॉ अशोक मिश्र ने डॉ मीनू को मानवीय मूल्यों पर आधारित पुस्तक लिखने के लिए साधुवाद देते हुए कहा कि समाज को जिस पुस्तक की इस आधुनिक दौर में आवश्यकता है उस पुस्तक को समाज को समर्पण कर युवाओं व समाज में गिरती मानवीय मूल्यों की साख को बचाने का काम किया है।
डॉ. राजेंद्र पाराशर ने कहा कि डॉ. मीनू पाराशर विदेश में अनेक वर्ष व्यतीत करने के पश्चात भी वह भारतीय संस्कृति का प्रचार-प्रसार कर रही हैं यह सराहनीय है।
इस अवसर पर योगी रजनीश, आचार्य नरेश लव कुमार दत्ता पुष्पेंद्र पाराशर, डॉक्टर संध्या शर्मा, मीनाक्षी पाराशर उपस्थित रहे।
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