Friday, November 15, 2024
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आंदोलनकारियों के साथ गैरसैंण में उपवास करेंगे मोहित डिमरी, 21 अगस्त को विधानसभा कूच का निर्णय

चमोली (गैरसैंण), मूल निवास, भू-कानून समन्वय संघर्ष समिति की गैरसैंण में हुई एक अहम बैठक में कई महत्वपूर्ण निर्णय लिए गए।
बैठक में तय किया गया कि 20 अगस्त को मूल निवास-भू-कानून स्वाभिमान आंदोलन के संयोजक मोहित डिमरी के साथ ही आंदोलनकारी
मूल निवास 1950, स्थायी राजधानी गैरसैंण और सशक्त भू-कानून की मांग को लेकर गैरसैंण में 20 अगस्त को उपवास करेंगे । यह तय किया गया कि 21 अगस्त को आंदोलनकारी विधानसभा का घेराव करेंगे।
मूल निवास, भू-कानून समन्वय संघर्ष समिति के केंदीय संयोजक मोहित डिमरी ने कहा कि हम लोग 20 अगस्त को गैरसैंण में उपवास करेंगे। इसके अगले दिन 21 अगस्त विधानसभा कूच करेंगे और मूल निवास 1950, स्थायी राजधानी गैरसैंण और मजबूत भू-कानून को लेकर मुख्यमंत्री को प्रस्ताव सौपेंगे। उन्होंने कहा कि पहाड़ी राज्य की अस्मिता को बचाने के लिए इन सभी मुद्दों पर सरकार को कार्रवाई करनी चाहिए।
स्थायी राजधानी गैरसैंण संयुक्त संघर्ष समिति के अध्यक्ष नारायण सिंह बिष्ट ने कहा कि अब आर-पार की लड़ाई लड़ने का समय आ गया है। तभी सरकार की नींद टूटेगी। गैरसैंण के नाम पर सैर-सपाटा बंद हो जाना चाहिए। उन्होंने कहा कि सभी लोग दलगत राजनीति छोड़कर एकजुट होकर अपने अधिकारों के लिए लड़ें।
नगर पंचायत अध्यक्ष पुष्कर सिंह रावत, राज्य आंदोलनकारी संगठन के अध्यक्ष हरेंद्र कंडारी, मूल निवास, भू-कानून संघर्ष समिति के स्थानीय संयोजक जसवंत सिंह बिष्ट ने कहा कि आज पहाड़ियों का वजूद पहाड़ी राज्य में खतरे में है। पहाड़ बचाने के लिए राजधानी पहाड़ी में बननी जरूरी है। बाहर के लोग जमीन न खरीद पाए, इसके लिए कड़े कानून बनने चाहिए। मूल निवास 1950 का अधिकार देकर यहां के लोगों को नौकरियों में पहला अधिकार मिलना जरूरी है। इन मांगों को पूरा नहीं किया गया तो उत्तराखंड आंदोलन से भी बड़ा आंदोलन शुरू होगा।
इस मौके पर युवा नेता दान सिंह नेगी, दयाल सिंह पुंडीर, जगदीश ढोंडियाल, दीवानी राम, जसवंत सिंह बिष्ट, कुसुमलता गैडी, पूर्व सैनिक नयन सिंह नेगी सहित कई लोग मौजूद थे ।

 

स्वर्गीय इन्द्रमणि बड़ोनी की 25वीं पुण्यतिथि पर अर्पित किये श्रद्धा सुमन

देहरादून, पर्वतीय गांधी स्वर्गीय इन्द्रमणि बड़ोनी जी पुण्यतिथि पर उत्तराखण्ड़ राज्य आंदोलनकारी मंच द्वारा राज्य आंदोलन का पुरोधा रहे पर्वतीय गाँधी स्वर्गीय इन्द्रमणि बड़ोनी की 25वीं पुण्यतिथि पर श्रद्धा सुमन अर्पित किये।
रविवार को बडोनी जी की प्रतिमा पर पुष्प चढ़ाते हुये मूर्ति की सीढ़ी एवं उपर फ्रेम टूटे होने के कारण पेर अन्दर घुस गय़ा औऱ तीनों के घुटने से नीचे छिल गया और अन्य जगह फ्रेम के एंगिल ठुका जिसमें सुनील ध्यानी, सुरेश कुमार के साथ एक अन्य व्यक्ति गिरा।
पिछले एक वर्ष पूर्व भी इस स्तिथि के बारे में निगम व संस्कृति विभाग को अवगत कराया गय़ा था लेकिन परिणाम शून्य रहा।
प्रदेश अध्यक्ष जगमोहन सिंह नेगी व प्रदेश प्रवक्ता प्रदीप कुकरेती ने कहा कि हमारे प्रदेश के नेता व प्रशासन के अधिकारियों ने कभी बडोनी पार्क की सुध नहीं ली औऱ ना ही वंहा पुष्प चढ़ाने की जहमत उठा पाते उनके सपनों के अनुसार ना स्थाई राजधानी , ना 371 की तर्ज पर सशक्त भू कानून , ना मूल निवास व अधिकार ना छोटी इकाइयों (जिलों) का गठन , ना गंभीरता के साथ पहाड़ पर बेहतरीन नीतियां बनाई गईं। ओमी उनियाल व पूरण सिंह लिंगवाल ने कहा कि राज्य आंदोलनकारी मंच प्रदेश हितों के लियॆ लगातार संघर्ष करता रहेगा चाहे मुजफ्फरनगर काण्ड के दोषियों को न्याय दिलाने की आवाज हो या लोकायुक्त लागू कराने की मांग हो या रोजगार शिक्षा के साथ बेहतरीन स्वास्थ्य की मांग हो।
श्रद्धांजलि देने वालों में मुख्यतः केशव उनियाल, जगमोहन सिंह नेगी, रवीन्द्र जुगरान, ओमी उनियाल, रामलाल खंडूड़ी, प्रदीप कुकरेती, पूरण सिंह लिंगवाल, मोहन खत्री, गौरव खंडूड़ी, मनोज नौटियाल, द्वारिका बिष्ट, प्रभात डण्डरियाल, नरेन्द्र नौटियाल , आदि रहें।

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