Thursday, December 26, 2024
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फिर बजा पीएम मोदी का डंका, दुनियाभर के नेताओं में रहे टॉप पर, बाइडेन और सुनक काफी पीछे

नई दिल्ली, पिछले साल की तरह इस साल भी प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को दुनिया के सबसे लोकप्रिय नेता के तौर पर चुना गया है। अमेरिकी डेटा इंटेलिजेंस फर्म ‘द मॉर्निंग कंसल्ट’ के सर्वे में पीएम मोदी अप्रूवल रेटिंग में दुनिया के 22 देशों के शीर्ष नेताओं को पीछे छोड़ पहले नंबर पर काबिज हैं। उन्होंने अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडेन और ब्रिटिश पीएम ऋषि सुनक को भी पीछे छोड़ दिया है।

सर्वे के मुताबिक, 22 नेताओं में से प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी 78 प्रतिशत के साथ लिस्ट में सबसे ऊपर हैं। इसके बाद मैक्सिकन राष्ट्रपति एंड्रेस मैनुअल लोपेज ओब्रेडोर 68 प्रतिशत और स्विस राष्ट्रपति एलेन बेर्सेट 62 प्रतिशत के साथ तीसरे स्थान पर हैं। अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडेन और कनाडा के जस्टिन ट्रूडो ने 40 प्रतिशत की रेटिंग हासिल हुई है, जिन्हें सातवां और नौवां स्थान हासिल हुआ है। जबकि ब्रिटेन के प्रधानमंत्री ऋषि सुनक ने 30 प्रतिशत रेटिंग हासिल की है और 13वां स्थान हासिल किया।

पीएम मोदी की रेटिंग 2 मई, 2020 को 84 प्रतिशत के उच्च स्तर पर पहुंच गई थी। जब देश में कोविड-19 की दूसरी लहर अपने चरम पर थी तब 7 मई, 2021 को उनकी रेटिंग 63 प्रतिशत के साथ सबसे कम थी। हालिया रेटिंग मॉर्निंग कंसल्ट की तरफ से इस साल 26 से 31 जनवरी के बीच एकत्र किए गए डेटा से है। रेटिंग प्रत्येक देश में वयस्क निवासियों के सात-दिवसीय मूविंग एवरेज पर आधारित होती है, जिसमें सैंपल का आकार एक देश से दूसरे देश में भिन्न होता है।

बता दें कि मॉर्निंग कंसल्ट प्रतिदिन 20,000 से अधिक ग्लोबल इंटरव्यू आयोजित करता है। वयस्कों के राष्ट्रीय स्तर पर सैंपल कलेक्ट करने के बीच सभी इंटरव्यू ऑनलाइन आयोजित किए जाते हैं। प्रत्येक देश में आयु, लिंग, क्षेत्र और कुछ देशों में आधिकारिक सरकारी स्रोतों के आधार पर और शिक्षा के आधार पर सर्वेक्षणों को महत्व दिया जाता है।

 

पांच जजों की सुप्रीम कोर्ट में नियुक्ति को केंद्र ने दी हरी झंडी, अब शीर्ष अदालत में जजों की कुल संख्या 32 हो जाएगी

नई दिल्ली, जजों की नियुक्ति को लेकर सरकार और न्यायपालिका के बीच बीते दो महीने से चल रही खींचतान के बीच केंद्र ने शनिवार को पांच जजों की नियुक्ति को हरी झंडी दे दी है, कॉलेजियम के नाम से जाने जाने वाले जजों के पैनल ने, जो सिफारिशें करता है, ने दिसंबर में हाई कोर्ट के तीन मुख्य न्यायाधीशों और दो जजों के नाम सुप्रीम कोर्ट में पदोन्नति के लिए भेजे थे, जिससे शीर्ष अदालत में जजों की कुल संख्या 32 हो जाएगी |

यह हैं पांच न्यायाधीश जिनकी नियुक्ति को केंद्र ने मंजूरी दे दी है:

न्यायमूर्ति पंकज मित्तल :

साल 1982 में इलाहाबाद विश्वविद्यालय से ग्रेजुएट और मेरठ कॉलेज से एलएलबी पास करने के बाद, न्यायमूर्ति पंकज मिथल ने 1985 से इलाहाबाद उच्च न्यायालय में प्रक्टिस किया है. जनवरी 2021 में, उन्हें जम्मू और कश्मीर उच्च न्यायालय के मुख्य न्यायाधीश के रूप में प्रमोट किया गया था |

न्यायमूर्ति संजय करोल :

न्यायमूर्ति संजय करोल को
11 नवंबर, 2019 को पटना उच्च न्यायालय के मुख्य न्यायाधीश के रूप में नियुक्त किया गया था. इससे पहले, उन्होंने त्रिपुरा उच्च न्यायालय के मुख्य न्यायाधीश के रूप में काम किया था. न्यायमूर्ति करोल ने त्रिपुरा राज्य विधिक सेवा प्राधिकरण के संरक्षक-इन-चीफ के साथ-साथ त्रिपुरा न्यायिक अकादमी के अध्यक्ष के रूप में काम किया है. उनका जन्म 23 अगस्त 1961 को शिमला में हुआ था |

न्यायमूर्ति पीवी संजय कुमार :

न्यायमूर्ति संजय कुमार ने
वर्ष 2021 में मणिपुर उच्च न्यायालय के मुख्य न्यायाधीश के रूप में शपथ ली और इससे पहले पंजाब और हरियाणा उच्च न्यायालय के न्यायाधीश थे. उनका जन्म 14 अगस्त, 1963 को पी. रामचंद्र रेड्डी के घर हुआ था, जो आंध्र प्रदेश के पूर्व महाधिवक्ता (वर्ष1969 से 1982) थे |

न्यायमूर्ति अहसानुद्दीन अमानुल्लाह :

न्यायमूर्ति अहसानुद्दीन अमानुल्लाह का जन्म 11 मई, 1963 को हुआ था और 27 सितंबर, 1991 को बिहार स्टेट बार काउंसिल में उनका नामांकन हुआ था. उन्हें 20 जून, 2011 को पटना उच्च न्यायालय के न्यायाधीश के रूप में पदोन्नत किया गया और फिर 10 अक्टूबर, 2021 को आंध्र प्रदेश उच्च न्यायालय में स्थानांतरित कर दिया गया. उन्हें पिछले साल 20 जून को पटना उच्च न्यायालय में स्थानांतरित कर दिया गया |

न्यायमूर्ति मनोज मिश्रा :
इन्होंने साल 1988 में अलाहाबाद यूनिवर्सिटी से लॉ में स्नातक किया औक 12 दिसंबर, 1988 में बतौर वकील पंजीकृत हुए. इलाहाबाद उच्च न्यायालय में सिविल, राजस्व, आपराधिक और संवैधानिक पक्षों में अभ्यास करने के बाद, उन्हें 21 नवंबर, 2011 को अतिरिक्त न्यायाधीश के रूप में पदोन्नत किया गया. उन्होंने 06 अगस्त, 2013 को स्थायी न्यायाधीश के रूप में शपथ ली |

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