हरिद्वार जून 19 (कुलभूषण ) गुरूकुल कांगडी समविश्वविद्यालय के शारीरिक शिक्षा एवं खेल विभाग द्वारा मिल्खा सिंह के निधन पर शोक सभा करके दिव्ंगत आत्मा की शान्ति के लिए परमात्मा से प्रार्थना की। योग एवं शारीरिक शिक्षा संकाय के डीन एवं शारीरिक शिक्षा के विशेषज्ञ प्रो आर के एस डागर ने मिल्खा सिंह को देश का महान सपूत एवं एथलेटिक्स का भीष्म पितामह बताते हुए साहस संघर्ष और युवाओं के लिए एक प्रेरणा स्रोत बताया। उन्होने कहा के विश्व की असाधारण प्रतिभा के धनी मिल्खा सिंह आज हमारे बीच नही रहे। उनका जाना युवा खिलाडियों एवं खेल प्रेमियों के लिए अपूरणीय क्षति है।
शारीरिक शिक्षा के असिस्टेंट प्रोफेसर डा अजय मलिक ने अपने श्रृद्वा सुमन अर्पित करते हुए जीवन की विपरीत परिस्थितियों मे खुद को खडा रखते हुए विश्व पटल पर ख्याति प्राप्त कर अपनी काबलियत सिद्व करना मिल्खा सिंह जैसे विरला होते है। जो संसार मे सदा अमर रहते है।
खेल मनोवैज्ञानिक एवं असिस्टेंट प्रोफेसर डा शिवकुमार चैहान ने मिल्खा सिंह को अपनी श्रद्वांजलि देते हुए कहा कि मिल्खा सिंह देश के सबसे सम्मानित घावक रहे जिन्होने रोम 1960 के ग्रीष्म ओलम्पिक और टोक्यो 1964 ग्रीष्म ओलम्पिक मे भारत का प्रतिनिधित्व किया। वे एकमात्र ऐसे धावक रहे जिन्होने पाकिस्तान की सरजमी पर वहां के सर्वश्रेष्ठ धावक अब्दुल राशिद को हराकर पाकिस्तान का सबसे बडा उडन सिक्ख का खिताब प्राप्त किया।
ऐसे महान खिलाडी का आज हमारे बीच से जाना देश तथा युवा खिलाडियों के लिए कभी न पूरी होने वाली क्षति है।
आयोजित शोक सभा मे डा कपिल मिश्रा सुनील कुमार अश्वनी कुमार संतोष राय सुरेन्द्र सिंह मुनेश रवि कुमार आदि उपस्थित रहे।
Recent Comments