Monday, December 23, 2024
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अंकिता भण्डारी के माता-पिता न्याय दिलाने को लेकर बैठक, सामाजिक सगठनों ने की सरकार की घोर भर्त्सना

देहरादून, शहीद स्मारक पर दिवंगत अंकिता भण्डारी के माता-पिता द्वारा दिये जाने वाले धरने को लेकर बैठक आहूत की गई, जिसमें प्रदेश अध्यक्ष जगमोहन सिंह नेगी व प्रदेश प्रवक्ता प्रदीप कुकरेती ने इस मामले को लेकर मुख्यमन्त्री के साथ ही एडीजी कानून व्यवस्था से हस्तक्षेप करने की मांग की है।
उन्होंने कहा कि जल्द इस मसले को लेकर जल्द एडीजी कानून व्यवस्था से मिलकर उनके समक्ष ज्ञापन प्रस्तुत करेंगे। बैठक में सभी ने अंकिता के माता पिता को न्याय दिलाने को लेकर स्थानीय विधायक व पौड़ी विधायक के साथ प्रभारी मंत्री व सासंद के द्वारा अनदेखी करने व संज्ञान ना लेने पर घोर भर्त्सना की बैठक के अंत में स्थानीय विधायक /सासंद होश में आओ …अंकिता के माता पिता का संज्ञान लो संज्ञान लो संज्ञान लो.. .. व उत्तराखण्ड सरकार होश में आओ के साथ नारे बाजी की गई।
इसी क्रम में सांस्कृतिक मोर्चे की अध्यक्ष सुलोचना भट्ट व वरिष्ठ सामाजिक कार्यकर्ता जगमोहन मेहन्दीरत्ता व सयुंक्त नागरिक संगठन के सचिव सुशील त्यागी ने आक्रोश व्यक्त करते हुये कहा कि अंकिता के माता पिता अपनी बेटी को न्याय दिलाने को लेकर धरना देने को मजबूर है लेकिन जिला प्रसाशन उन्हें भरोसे में नहीं लें पाया औऱ उल्टा एक फुटेज में जिस प्रकार वह क्रन्दन करती दिख रही है और उन्हें जबरन पीछे किया जा रहा है इस स्थानीय स्तर पर पुलिस ने जो आशुतोष के साथ एक बड़े अपराधी की तरह जो इस प्रकार व्यवहार किया वह निंदनीय हैं इससे वह सरकार की किरकिरी करा रहे हैं।
ओमवीर सिंह के साथ कमला भट्ट व राधा तिवारी ने कहा कि आज अंतर्राट्रीय महिला दिवस पर हमें आगे अन्य विषयों पर चर्चा करनी थी लेकिन मजबूर हमें आज भी इतने दिनों में ना तों अंशु नौटियाल को न्याय मिला ना किरण नेगी को न्याय मिला औऱ अब अंकिता के न्याय का इन्तजार के साथ राज्य आंदोलन में मुजफ्फरनगर काण्ड के दोषियों को पिछले 30-वर्षों से सजा दिलाने का इन्तजार ही कर रहें हैं।
सुदेश कुमार व सुरेश कुमार ने जल्द मुख्यमन्त्री से मांग की हैं कि वह उनके माता पिता से मिलकर उन्हें राहत देने का प्रयास करें साथ ही आशुतोष के साथ हुये दुर्व्यवहार का संज्ञान लें औऱ उनकी रिहाई का रास्ता निकाले।
बैठक में सुशील त्यागी , जगमोहन मेहन्दीरत्त्ता , ओमवीर सिंह , जगमोहन सिंह नेगी , यशवीर आर्य , आरिफ खान , सुलोचना भट्ट , राधा तिवारी , कमला भट्ट , सरिता जुयाल , प्रदीप कुकरेती , आशीष बिष्ट , गणेश डंगवाल , विनोद असवाल , सुरेश कुमार , सुदेश कुमार , सतेन्द्र नौगांई , चन्द्र किरण राणा , बलबीर सिंह नेगी , सुनील जुयाल , सुमित थापा , राजेश पान्थरी , प्रभात डण्डरियाल , अनूप बिष्ट आदि रहें।

 

आशुतोष नेगी को रिहा करने की मांग : अंकिता के परिजनों ने पौड़ी श्रीनगर हाईवे पर धरना दिया

“अंकिता भंडारी को न्याय दिलाने को लेकर कांग्रेस ने दिया धरने को समर्थन”अंकिता के परिजनों के साथ करन माहरा और गणेश गोदियाल ने सरकार को घेरा,  पत्रकार आशुतोष नेगी की गिरफ्तारी का किया विरोध

पौड़ी, श्रीनगर पिपलचोरी में अंकिता भंडारी के परिजनों का धरना प्रदर्शन जारी है। इस दौरान कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष करन माहरा और गणेश गोदियाल समेत नेताओं ने श्रीनगर पहुंचकर अंकिता भंडारी के परिजनों से मुलाकात की। इसके साथ ही करन माहरा और गणेश गोदियाल समेत तमाम पदाधिकारियों और कार्यकर्ताओं ने उनके धरने को समर्थन दिया। उन्होंने अंकिता भंडारी हत्याकांड और पत्रकार आशुतोष नेगी की गिरफ्तारी को दुर्भाग्यपूर्ण बताते हुए सरकार को घेरा |

बता दें उन्होंने अंकिता के माता-पिता को हर संभव मदद देने का आश्वासन दिया। उनका कहना था कि अगर अंकिता हत्याकांड में वकीलों की भी जरूरत होगी तो कांग्रेस पार्टी परिजनों की पूरी मदद करेगी। वहीं, कांग्रेस के नेताओं ने सरकार को भी जमकर कोसा।
कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष करन माहरा ने कहा कि अंकिता भंडारी हत्याकांड में परिजनों की हर मदद करने वाले पत्रकार आशुतोष नेगी को जबरन सरकार फंसाने की कोशिश कर रही है। एससी एसटी केस में उनकी गिरफ्तारी की गई है। जबकि, उस केस पर राजस्व उपनिरीक्षक ने अपनी क्लोजर रिपोर्ट लगाई थी, लेकिन उन्हें गिरफ्तार कर जेल भेजा गया है। उन्होंने कहा कि पूरे प्रदेशभर में कांग्रेस के कार्यकर्ता इसका विरोध करेंगे।
करन माहरा ने आरोप लगाते हुए कहा कि सरकार ने पहले ही वनंत्रा रिजॉर्ट पर बुलडोजर चलवा कर सबूत मिटाने की कोशिश की। यही वजह है कि अभी तक न तो यमकेश्वर विधायक पर कोई कार्रवाई हुई न ही सरकार वीआईपी का नाम बता रही है। उन्होंने आरोप लगाते हुए कहा कि कोरी घोषणा करने वाली सरकार अपराधियों को बचाने की फिराक में है, लेकिन कांग्रेस ऐसा नहीं होने देगी।
वहीं, कांग्रेस के पूर्व प्रदेश अध्यक्ष गणेश गोदियाल ने कहा कि सरकार ने पत्रकार आशुतोष नेगी पर दूसरा मुकदमा तक दर्ज कर दिया है, जबकि उन्हें पुलिस सुरक्षा में ले जाया जा रहा था। इतनी सुरक्षा में अकेला आशुतोष नेगी पुलिस के कपड़े कैसे फाड़ सकता है और कैसे सरकारी काम में बाधा डाल सकता है? ये सरकार आंदोलनों को कुचलने वाली सरकार है।

गणेश गोदियाल ने आरोप लगाया कि इससे पहले भी सरकार ने बेरोजगारों पर लाठियां भांजी। खुद सीएम धामी सोशल मीडिया में लिखते हैं कि उन्होंने ही वनंत्रा रिजोर्ट में बुलडोजर चलवाया, लेकिन किरकिरी होने पर उसे डिलीट भी किया। आज तक पीड़ित बच्ची ने नाम पर नर्सिंग कॉलेज का नाम नहीं रखा गया, न ही पीड़ित के भाई को ही सरकारी नौकरी दी गई। सरकार मात्र भाषणों तक सीमित रह गई है।

अंकिता के परिजनों ने पौड़ी श्रीनगर हाईवे पर दिया धरना
इसके साथ ही एससी, एसटी मामले में गिरफ्तार पत्रकार आशुतोष नेगी को जल्द से जल्द रिहा करने की मांग को लेकर अंकिता के परिजनों ने पौड़ी श्रीनगर हाईवे पर धरना दिया। इस दौरान उन्होंने सड़क के बीचों बीच जाम लगाकर यातायात भी रोक दिया। वहीं, अंकिता के परिजन समेत अन्य लोगों ने पत्रकार आशुतोष नेगी को रिहा करने की मांग रखी।

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