Sunday, November 17, 2024
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बच्चों पर उड़ेला लीसा, रोते रहे बच्चे, ठेकेदार सहित चार लोगों के खिलाफ मुकदमा हुआ दर्ज

अल्मोड़ा, जनपद के स्याल्दे ब्लाक के चौना वन पंचायत में जंगल गए पांच मासूम बच्चों के सिर में लीसा डालने के मामले में ठेकेदार सहित चार लोगों के खिलाफ मुकदमा दर्ज हो गया है। इससे पहले वन विभाग ने संबंधित लोगों को राजस्व उप निरीक्षक के हवाले कर दिया था। मौके पर पहुंचे तहसीलदार ने पांचों बच्चों को स्कूल से बुलाकर स्वास्थ्य परीक्षण कराया।
29 जून को स्याल्दे ब्लाक के ग्राम पंचायत टिटरी के गुरना गांव निवासी पांच बच्चे चौना के जंगल में गए थे। उन्होंने खेल-खेल में लीसे के पेड़ों में लगाए कुछ गमले हटा दिए थे। इस पर लीसा ठेकेदार के तीन नेपाली मजदूरों ने उन्हें पकड़कर लीसे से भरे गमले उनके ऊपर उड़ेल दिए, बच्चों को खुद भी अपने ऊपर लीसा उड़लने के लिए मजबूर किया गया। बताया गया है कि लीसा पड़ने से बच्चों को काफी परेशानी हुई। पिछले दो दिन से बच्चे स्कूल में बदहवास हो रहे थे। बालक, बालिकाएं चिल्ला रही थीं, रो रहीं थीं। यह मामला कुछ दिन दबा रहा। पिछले दो दिनों से इससे संबंधित वीडियो सोशल मीडिया में वायरल होने के बाद मामला फिर तूल पकड़ गया। इसके बाद प्रशासन भी हरकत में आ गया है।Uttarakhand News: Nepali Labourers Sprinkle Lisa On Five Children -  असंवेदनशीलता: नेपाली मजदूरों ने पांच बच्चों पर उड़ेला लीसा, रोते रहे बच्चे,  चार लोगों के खिलाफ मुकदमा ...

 

किसानों की आय दुगनी करने की दिशा में सरकार के बढ़ते कदम :
आईफोम-ऑर्गेनिक्स इंटरनेशनल (जर्मनी) और उत्तराखंड सरकार के मध्य एमओयू साइन

 

आधुनिक तकनीक से प्रदेश के किसान होंगे लाभान्वित |
उत्तराखंड के कृषि मंत्री और विधायकों ने सीखे |
जैविक कृषि की आधुनिक तकनीकों के गुर |
उत्तराखंड की पारंपरिक टोपी पहुंची जर्मनीम|

देहरादून/जर्मनी, उत्तराखंड के कृषि एवं कृषक कल्याण मंत्री गणेश जोशी के नेतृत्व में 10 सदस्यीय प्रतिनिधिमंडल यूरोपीय देशों के 10 दिवसीय दौरे पर हैं। इस प्रतिनिधिमंडल में प्रदेश के 6 विधायक और विभागीय अधिकारी भी शामिल हैं। भ्रमण कार्यक्रम के दौरान वे उत्तराखंड को जैविक खेती के क्षेत्र में अग्रणी राज्य बनाने के उद्देश्य से जैविक कृषि की आधुनिक तकनीकों के बारे में जानकारी प्राप्त करेंगे।

गौरतलब है कि जैविक कृषि के विकास के लिए अपनाई जा रही आधुनिकतम तकनीकों का अध्ययन करने के लिए 25 जुलाई से 3 अगस्त तक कृषि एवं कृषक कल्याण मंत्री के साथ 10 सदस्यीय प्रतिनिधिमंडल जर्मनी, इटली, फ्रांस और स्विट्जरलैंड की यात्रा पर हैं। इस प्रतिनिधिमंडल में प्रदेश के विधायक प्रदीप बत्रा, रेनू बिष्ट, सुरेश सिंह गड़िया, मनोज तिवारी, हरीश धामी, रामसिंह कैड़ा शामिल हैं।
भ्रमण के दौरान प्रतिनिधिमंडल प्रदेश में उत्पादित मोटे अनाजों जैसे मंडुवा, झंगोरा, चौलाई इत्यादि के निर्यात के लिए संभावनाओं की भी तलाशा जा रहा है।

इस दौरान जर्मनी में जैविक कृषि के क्षेत्र में कार्य कर रही अंतरराष्ट्रीय संस्था आईफोम ऑर्गेनिक्स इंटरनेशनल एवं उत्तराखंड सरकार के मध्य समझौते पर भी हस्ताक्षर किए गए। इस अवसर पर कृषि मंत्री गणेश जोशी ने आईफोर्म के प्रतिनिधियों को उत्तराखंड की पारंपरिक पहाड़ी टोपी पहनाकर अभिवादन किया।कृषि एवं कृषक कल्याण मंत्री श्री जोशी ने कहा कि यह समझौता उत्तराखंड में जैविक कृषि के विकास और इस आंदोलन को प्रोत्साहन देने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाएगा। मंत्री गणेश जोशी ने आगे कहा कि केवल जर्मनी ही नहीं, बल्कि यह डेलिगेशन रोम, स्विटजरलैंड और फ्रांस देश भी जा रहा है। गणेश जोशी ने कहा कि यह वो देश हैं, जिन्होंने कृषि के क्षेत्र में बेहद प्रगति की है. इस दौरे के दौरान कृषि के तमाम विषयों पर चर्चा की जा रही है और इन देशों में इस्तेमाल की जाने वाली टेक्नोलॉजी पर गहन शोध करने के बाद इन्हें किस तरह से उत्तराखंड के हित में इस्तेमाल किया जाना है, इसकी दिशा में काम किया जा रहा है।

इस अवसर पर आईफोम ऑर्गेनिक्स इंटरनेशनल की प्रेसिडेंट करेन मापुसुआ तथा वाइस प्रेसिडेंट चोइ़त्रेश कुमार गांगुली और जूलिया लर्नाड जर्मनी में आयोजित इस कार्यक्रम में उत्तराखंड के प्रतिनिधिमंडल के साथ ही कर्नाटक एवं सिक्किम के कृषि मंत्री एवं उनका प्रतिनिधिमंडल भी शामिल हुआ।

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