Monday, April 21, 2025
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‘शब्दों का संसार : भाव संग्रह’ का लोकार्पण व युवा कवियों का काव्य पाठ

देहरादून, दून पुस्तकालय एवं शोध केंद्र की ओर से आज युवा कवियों की संस्था ‘मंच’ के माध्यम से एक साहित्यिक आयोजन किया गया, कार्यक्रम के तहत कविता संग्रह ‘शब्दों का संसार : भाव संग्रह’ का लोकार्पण किया गया, इसमें देहरादून के उभरते कवियों की कविताओं को संकलित किया गया है l
शब्दों का संसार एक विशिष्ट साहित्यिक संकलन है, जिसे उत्तराखंड की साहित्यिक संस्था ‘मंच’ ने प्रकाशित किया है। पुस्तक में संस्था से जुड़े कई नवोदित और प्रतिष्ठित रचनाकारों की भाव अभिव्यक्तियां इसमें प्रकाशित की गयीं हैं, लोकार्पण के अवसर पर दिल्ली से मुख्य अतिथि क़े रूप में शायर अनुज कपूर एवं अतिथि शायर अनिमेष राजपूत शामिल रहे, लोकार्पण के बाद कविता पाठ में उभरते युवा कवियों ने अपनी बेहतरीन प्रस्तुति दी l
मंच संस्था के कुलदीप धरवाल ने कहा कि मंच संस्था न केवल युवाओं को लेखन के प्रति प्रोत्साहित करता है, बल्कि उन्हें साहित्यिक जगत में एक सशक्त पहचान दिलाने के उद्देश्य से भी कार्य करता है। इनकी स्वरचित साहित्यिक रचनाओं के माध्यम से समाज में सकारात्मक बदलाव लाने क़े लिये कविता पाठ के आयोजन किये जाते हैं l
कार्यक्रम में अजय श्रीशवाल, पार्षद मोथरोवाला सोबत चंद रमोला, शायर अनुज कपूर एवं अतिथि शायर अनिमेष राजपूत ने भी अपने विचार व्यक्त किये l
काव्य पाठ क़े दौरान संस्थापक कुलदीप सिंह ने ‘ चोट हो प्रहार हो केसरी दहाड़ हो, बाण ऐसे छोड़ो जिनसे चीख हो पुकार हो…’ ,आकांक्षा वर्मा ने ‘मुझको वहशत है रौनक से, मुझको सुनसान ही रहने दो,जहाँ दहशत हो मुझे अपनों से, मुझको गुमनाम ही रहने दो… ने महफ़िल मैं रौनक बिखेर दी l
कार्यक्रम में सबसे कम उम्र के बालक अधीराज पुंडीर के जोशीले शब्दों ने पूरे साभागर को ऊर्जा से संचारित कर दिया l
कार्यक्रम में वृंदा वाणी, आकांक्षा वर्मा, भूपेंदर नेगी, बिन्नी गहलोत, बलजीत, शाह, मानसी, शिवानी साहू, विजयपाल कलुडा, राहुल नौटियाल, प्रखर पंत, अंशुल सिंह, नैन्सी आहूजा, वैरागी, अविरल माझी, धर्मेंद्र तनुज, नीलेश, अंकुर ने भी सुंदर काव्य पाठ किया. मंच क़े सह संस्थापक मीर ने कहा की हमारा शुरू किया गया प्रयास शायद अब सफल होता दिख रहा है, जब ऐसे कलाकार सामने आकर अपनी प्रतिभा का प्रदर्शन करते हैं तो वास्तव में कार्य सार्थक होता दीखता है l
कविता पाठ के इस कार्यक्रम के दौरान दून पुस्तकालय एवं शोध केंद्र की प्रोग्राम एसोसिएट, चंद्रशेखर तिवारी, जनकवि डॉ. अतुल शर्मा, आलोक सरीन, मेघा विलसन, विनय डबराल, राकेश कुमार, अवतार सिंह सहित अनेक साहित्य प्रेमी, लेखक और प्रबुद्ध जन व अनेक युवा कवि उपस्थित रहे l

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