Monday, July 8, 2024
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पौराणिक गौतम कुण्ड मंदिर चन्द्रबनी की भूमि पर भूमाफियाओं की नजर

‘भूमाफियाओं द्वारा श्मशान घाट व मंदिर के आसपास स्थित सरकारी भूमि पर अवैध कब्जा एवं जमीनों की खरीद फरोख्त का खुलासा’

देहरादून(एल मोहन लखेड़ा), श्री गंगा उद्वार सेवा समिति एवं गौतम कुंड चंद्रबनी मंदिर के महंत हेमराज महाराज ने स्थानीय प्रेस क्लब में पत्रकार वार्ता कर भूमाफियाओं के एक गैंग और कथित पत्रकार द्वारा पत्रकारिता की आड़ में सरकारी भूमि पर कब्जे का खुलासा किया।
पत्रकारों से रूबरू होते हुये महंत हेमराज महाराज ने बताया कि श्मशान घाट व मंदिर के पास स्थित सरकारी जंगल का अवैध कटान व उस पर अवैध मकान का निर्माण कर बेचने का खेल चल रहा है।
उन्होंने बताया कि गैबीनाथ मंदिर स्थित सरकारी भूमि पर खुद को गिरि महंत बताकर कब्जा करना और उक्त भूमि को बेचने का काम उक्त गैंग द्वारा किया गया। यह दस बारह लोगों का गैंग है जिसका लीडर अभिषेक शर्मा है, जो कि पहले से राम मंदिर की भूमि पर अवैध कब्जा कर बैठा है। वहीं अन्य लोगों में श्रीमती प्रेमलता पत्नी नरबहादुर व प्रेमलता के भाई कमल गिरि, विमल गिरि व चेतन कुमार सरकारी सेवा में हैं या फिर सरकारी विभाग से रिटायर है जबकि इनके स्कूल सर्टिफिकेट व पेन्शन पट्टा व सरकारी विभाग में इनकी कास्ट गिरि न होकर अन्य है। इनके सभी कागजों की जांच पड़ताल करायी जानी चाहिये।
महंत हेमराज महाराज ने कहा कि अब इनके गैंग की नजर गौतम कुंड मंदिर की जमीन पर है। उनका आरोप है कि मंदिर समिति में बाहर के लोगों को रखा है जबकि समिति के सभी सदस्य स्थानीय है व मंदिर में आने वाले भक्तजन (जिसमें वालिया परिवार के सदस्य भी शामिल है) जो कि मंदिर के सौन्दर्यीकरण व मंदिर आधुनिकीकरण में योगदान देते है। महंत ने बताया कि इन 10-12 आदमियों का गैंग रात के समय बाहर से बदमाश बुलाकर उनको जान से मारने की धमकी देते हैं। इनके गैंग का प्रमुख अभिषेक शर्मा है जिसने सन् 2007 में भी धमकी दी थी कि मंदिर में गढ़वाली, कुमाउंनी व देशी प्रवेश नहीं करेंगे। इसकी शिकायत तब महंत हेमराज ने तत्कालीन डीएम से की थी। महंत ने कहा कि यह तपोभूमि उत्तराखण्ड की भूमि पर स्थित प्राचीन मंदिर है, इसमें सभी भक्तजनों को प्रवेश की अनुमति है। यह 10-12 लोग गैंग बनाकर डरा धमकाकर मंदिर व इसके आसपास की भूमि पर कब्जा करना चाहते है।
उन्होंने कहा कि सन् 2007 में इन लोगों ने मंदिर के आसपास की भूमि को अपना बताकर न्यायालय में केस दर्ज करवाया। जिस पर तीन जजों की पीठ ने जांच के बाद इसे सरकारी भूमि बताया। वहीं एक कथित पत्रकार ने मंदिर परिसर की सरकारी भूमि पर कब्जा कर रखा है। उसका कहना है कि मुख्यमंत्री, प्रधानमंत्री मुझे पैसे भेजते हैं। उसके बड़े मंत्रियों से संपर्क है और वह जो चाहे करवा सकता है। वह एक फर्जी वीडियो बनाकर यू ट्यूब चैनल पर चला कर नगर निगम को बदनाम कर रहा है। जबकि वह खुद मंदिर परिसर पर कब्जा करके बैठा है। महंत ने कहा कि ऐसे लोगों पर सख्त से सख्त कानूनी कार्यवाही करे व इस पूरे गैंग को जेल भेजे।
महंत हेमराज महाराज ने कहा कि श्री गंगा उद्वार सेवा समिति पिछले 70 वर्षों से मंदिर की देखभाल व नवनिर्माण करती आई है। इस पर इनको दिक्कत है, जबकि यह लोग सरकारी जमीन पर कब्जे का खेल खेल रहें है। अतः इस विषय को संज्ञान में लेकर इनके पूरे गैंग पर सख्त से सख्त कार्यवाही की जाए।
इस अवसर पर श्यामलाल चौधरी, माधुरी नेगी, सदानंद शास्त्री, अमित वालिया, उर्मिला तमांग आदि मौजूद थे।

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