नई दिल्ली (आरएनएस)। दिल्ली पुलिस ने एटीएम मशीनों से छेड़छाड़ करने और लोगों की रकम चुपके से निकाल लेने वाले एक गिरोह का भंडाफोड़ किया है। दिल्ली पुलिस ने शनिवार को अपने बयान में कहा कि लोगों को धोखा देने के लिए एटीएम मशीनों से छेड़छाड़ करने के आरोप में तीन लोगों को गिरफ्तार किया गया है। पुलिस उपायुक्त (दक्षिण) अंकित चौहान ने कहा कि विशाल नेगी (30), अमित मेहरा (37) और विजय कुमार (26) एटीएम में कार्ड रीडर स्लॉट को नुकसान पहुंचाते थे ताकि जब कोई अपना कार्ड डाले तो वह वहीं फंस जाए।
बाद में ये आरोपी गुप्त रूप से पिन नंबर देख लेते थे। ये ग्राहक से बैंक में शिकायत करने के लिए कहते थे। यदि ग्राहक कार्ड निकाले बिना एटीएम छोड़ देता था तो आरोपी उसे बाद में निकालकर लेनदेन कर लेते थे। दक्षिणी दिल्ली जिला पुलिस ने बताया कि 19 अप्रैल को शाम करीब 7 बजे हौज खास पुलिस स्टेशन में एटीएम तोड़ने की कोशिश और इलाके में गोलीबारी के संबंध में एक पीसीआर कॉल प्राप्त हुई थी।
पुलिस उपायुक्त अंकित चौहान ने बताया कि पुलिस टीम को मौके पर पहुंची तो पता चला कि दो लोग एटीएम से छेड़छाड़ करने की कोशिश कर रहे थे। इसी दौरान कुछ लोगों ने उनको पकड़ लिया लेकिन आरोपी फायरिंग कर फरार हो गए। पुलिस तभी से आरोपियों की तलाश कर रही थी। कई सीसीटीवी फुटेज की जांच की गई और फिर तीन आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया गया।
गिरोह के लोग एटीएम में कार्ड रीडर लगाकर ठगी करते थे। इन्हें 26 अप्रैल को गिरफ्तार किया गया था। आरोपियों की पहचान विशाल नेगी, अमित मेहरा, विजय कुमार के रूप में हुई है। इनके पास से पिस्तौल, 3 कारतूस, क्रेटा कार, एटीएम मशीन तोड़ने वाला उपकरण और तीन मोबाइल बरामद किए गए हैं।
आरोपियों ने पूछताछ में खुलासा किया कि उन्होंने हापुड़ से एक पिस्तौल खरीदी और रोहिणी, दक्षिण-पश्चिम, पूर्व, उत्तर-पूर्व और दक्षिण जिलों में 25 से अधिक वारदातों को अंजाम दिया। आरोपियों ने बताया कि वह कार्ड रीडर डिवाइस लगाकर हटा देते थे, जब कोई पैसे निकालने के लिए आता था तो मशीन न तो कार्ड वापस करती थी और न ही पैसे निकालती थी। इसके बाद आरोपी मदद करने के बहाने लोगों के साथ ठगी करते थे।
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