देहरादून, उत्तराखंड में अागामी वर्ष में विधानसभा चुनाव होने हैं ऐसे में राज्य में नेताओं का राजनैतिक दलों में आना जाना लगा है, इस वक्त राज्य से एक बड़ी खबर सामने आ रही है। भाजपा सरकार के कैबिनेट मंत्री यशपाल आर्य व उनके पुत्र विधायक संजीव आर्य अपनी पुरानी पार्टी कांग्रेस में शामिल हो गए हैं। चुनाव से पूर्व हुए इस उलटफेर से भारतीय जनता पार्टी को करारा झटका लगा है।
गौरतलब हो कि वर्ष 2017 के विधानसभा चुनाव के दौरान से उत्तराखंड कांग्रेस लगातार भाजपा से झटके खाती आ रही है, किंतु लंबे अंतराल के बाद अब कांग्रेस ने भाजपा को करारा झटका दिया है। भाजपा सरकार में काफी समय से गुमसुम रहे मंत्री यशपाल आर्य व उनके पुत्र विधायक संजीव आर्य आज कांग्रेस मुख्यालय में पार्टी में शामिल हो गए हैं। इस प्रकार उनकी घरवापसी हुई है। वह 2017 के विधानसभा चुनाव के दौरान भाजपा में शामिल हुए थे और वे दोनों भाजपा के टिकट पर चुनाव लड़कर विधानसभा पहुंचे।
कैबिनेट मंत्री यशपाल आर्य पिछले काफी समय से सरकार से खफा चल रहे थे, किंतु वे इसे जाहिर नहीं कर रहे थे। यही कारण था कि गत दिनों मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी अचानक यशपाल आर्य के यमुना कालोनी आवास पर पहुंच गए थे और उनसे काफी समय तक चर्चा की थी। हालांकि तब इसे सामान्य मुलाकात बताकर यह दर्शाने की कोशिश की गई थी कि पार्टी के भीतर सब कुछ सामान्य चल रहा था।
वहीं कांग्रेस का दावा है कि अगले कुछ समय में भाजपा से कई नेता पार्टी में शामिल हो सकते हैं।
बताते चलें कि इससे पूर्व पुरोला से कांग्रेस विधायक राजकुमार भारतीय जनता पार्टी का दामन थाम चुके हैं। इससे कांग्रेस को बड़ा झटका लगा था। यही नहीं धनौल्टी से निर्दलीय विधायक प्रीतम सिंह पंवार एवं भीमताल से निर्दलीय विधायक रामसिंह कैड़ा भी भाजपा में शामिल हो चुके हैं। इससे भाजपा ने अपना कुनबा बढ़ाने में बढ़त हासिल अवश्य की, किंतु अब भाजपा के मंत्री और विधायक के कांग्रेस में शामिल होने से भाजपा को भी करारा झटका लगा है।
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