(देवेंन्द्र चमोली)
रुद्रप्रयाग- भगवान आशुतोष के ग्यारहवें ज्योर्तिलिंग केदारनाथ धाम के कपाट आज ब्रह्म मुहूर्त में लग्नानुसार विधि विधान पूर्वक मंत्रोचारण के साथ ग्रीष्म काल के लिये खोल दिये गये है। कोरोना महामारी के चलते सिमित लोगों की उपस्थिति में कपाट खोलने की प्रक्रिया शुरु हुई प्रातःकाल 5 बजे लग्नानुसार केदार धाम के कपाट खोले गये।
केदारनाथ धाम मे आज प्रातः तीन बजे से कपाट खुलने की प्रक्रिया शुरु हुई , पूजा अर्चना व विधि विधान से मेष लग्न, पुनर्वसु नक्षत्र में प्रात: पांच बजे मंदिर के कपाट खोले गये हैं। कपाट खुलने के बाद प्रथम पूजा प्रधानमंत्री नरेंन्द्र मोदी की ओर से की गई।
बता दें कि विगत वर्ष की भॉति इस वर्ष भी कोरोना महामारी के कारण केदारनाथ यात्रा स्थगित की गई है स्थिति सामान्य होने तक धाम में केवल पूजा पाठ ही संचालित होती रहेगी।
इस अवसर पर रावल भीमाशंकर ,मुख्य पुजारी बागेश लिंग, देवस्थानम बोर्ड के अपर मुख्य कार्यकारी अधिकारी बी.डी. सिंह ,जिलाधिकारी मनुज गोयल , पुलिस क्षेत्राधिकारी अनिल मनराल बीकेटीसी पूर्व सदस्य शिवसिंह रावत, एसडीएम रवीन्द्र वर्मा,तहसीलदार जयराम बधाणी, धर्माधिकारी आचार्य औंकार शुक्ला,मंदिर के प्रशासनिक अधिकारी यदुवीर पुष्पवान, प्रबंधक अरविंद शुक्ला एवं प्रदीप सेमवाल, पारेश्वर त्रिवेदी,महावीर तिवारी,मृत्युंजय हीरेमठ, विपिन कुमार आदि मौजूद रहे।
वहीँ तृतीय केदार भगवान तुंगनाथ के कपाट आज दोपहर को लग्नानुसार खोले जायेगें।
देवस्थानम बोर्ड के मीडिया प्रभारी डा. हरीश गौड़ ने बताया श्री बदरीनाथ धाम के कपाट 18 मई प्रात:4 बजकर 15 मिनट पर खुल रहे है। आज श्री योगध्यान बदरी मंदिर पांडुकेश्वर से आदि गुरू शंकराचार्य जी की गद्दी के साथ श्री उद्धव जी, श्री कुबेर जी तथा तेलकलश (गाडू घड़ा) श्री बदरीनाथ धाम पहुंचेगा।
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