विकासनगर, उड़ीसा के भुनेश्वर में राष्ट्रीय जनजाति सांस्कृतिक महोत्सव-2022 में प्रतिभाग करने गए उत्तराखंड जौनसारी कलाकारों शानदार प्रस्तुति से पहला स्थान हासिल किया। राज्य मंत्री जगन्नाथ सारिका और जनजाति निदेशक ने राष्ट्रीय महोत्सव में प्रथम स्थान हासिल करने पर जौनसार-बावर पौराणिक सांस्कृतिक लोक कला मंच के दल नायक एवं अन्य कलाकारों को निर्धारित धनराशि का चेक और ट्राफी देकर सम्मानित किया।
जनजाति मंत्रालय की ओर से उड़ीसा के भुनेश्वर में तीन दिवसीय राष्ट्रीय जनजाति सांस्कृतिक महोत्सव का आयोजन किया गया। इसमें उत्तराखंड, गुजरात, उड़ीसा, असम, राजस्थान, महाराष्ट्र, मिजोरम, सिक्किम, उत्तर-प्रदेश, हिमाचल-प्रदेश, गोवा, झारखंड, आंध्र-प्रदेश, मणिपुर समेत 17 राज्यों से आए कुल साढ़े छह सौ कलाकारों ने प्रतिभाग किया। जौनसार-बावर पौराणिक सांस्कृतिक लोक कला मंच लोहारी के दल नायक कुंदन सिंह चौहान के नेतृत्व में 20 कलाकारों ने परंपरागत परात नृत्य, हिरण नाच, हारुल, तांदी, हाथी और ठोड़ा नृत्य से समा बांधा। दल नायक कुंदन सिंह चौहान ने कहा कि तीन दिन चले राष्ट्रीय महोत्सव में लोक कला का सबसे बेहतर प्रदर्शन करने पर जौनसारी कलाकारों ने प्रथम पुरस्कार जीता। इसके अलावा उड़ीसा की टीम दूसरे स्थान पर और गुजरात तीसरे नंबर पर रही। राज्य के संस्कृति एवं जनजाति मंत्री जगन्नाथ सारिका और जनजाति मंत्रालय के निदेशक एबी ओटा ने कलाकारों को निर्धारित 75 हजार की धनराशि का चेक और ट्राफी देकर सम्मानित किया। कलाकारों ने कोणार्क के सूर्य मंदिर और जगन्नाथ पुरी धाम के दर्शन भी किए। सांस्कृतिक दल में लोक गायक अनूप चांगटा, सचिन वर्मा, धरम सिंह, टीकम सिंह, रोहित मोडका, अर्जुन सिंह, सपना, इशा, किरण, मनीषा व मोनिका आदि शामिल रहे।
केदारनाथ व यमुनोत्री में पांच की मौत, चारों धाम में अब तक मरने वालों संख्या 74 पहुंची
उत्तरकाशी, चारधाम में हृदयाघात से मरने वाले यात्रियों का सिलसिला थमने का नाम नहीं ले रहा है। मंगलवार को ही केदारनाथ में हृदयाघात से चार तीर्थयात्रियों की भी मौत हुई है। केदारनाथ धाम में हृदयाघात से दम तोड़ने वाले श्रद्धालुओं की कुल संख्या अब 34 हो गई है।
केदारनाथ में अब तक 33 और यमुनोत्री में 20 श्रद्धालु़ दम तोड़ चुके । जबकि चारों धाम में अब तक मरने वालों संख्या 74 पहुंच गई है।
जानकारी के अनुसार मंगलवार को जिन श्रद्धालुओं ने केदारनाथ में दम तोड़ा, उनमें प्रताप नगर (उत्तर प्रदेश) निवासी रविंद्रनाथ मिश्रा (56), औरंगाबाद (महाराष्ट्र) निवासी अनिता राय सिंधे (65), मध्य प्रदेश निवासी मानकुंवर नागर (60) और नथावडा (राजस्थान) निवासी लता कमावत (56) शामिल हैं। उधर, सिंधवा (मध्य प्रदेश) निवासी विनायक गुलाब राव मांडवे की मौत यमुनोत्री दर्शनों को जाते हुए हुई। चिकित्सकों ने सभी की मौत का कारण हृदयाघात आना बताया।
हृदयाघात से मरने वाले श्रद्धालु :
धाम : 24 मई को- कुल मृतक
यमुनोत्री- 01- 20
गंगोत्री- 00- 04
केदारनाथ- 04- 34
बदरीनाथ- 01- 12
ऋषिकेश- 00- 05
चारधाम यात्रा के दौरान गंगोत्री, यमुनोत्री धाम सहित उत्तरकाशी व अन्य चारधाम यात्रा पड़ाव पर सफाई व्यवस्था चरमरा गई है। स्वच्छता की व्यवस्था को सुचारू बनाने के लिए जिलाधिकारी अभिषेक रूहेला ने मंगलवार को होटल व्यवसायियों, व्यापारियों, टैक्सी यूनियन के साथ बैठक की।
यात्रियों के साथ अतिथि देवो भव: का व्यवहार किया जाए : जिलाधिकारी
जिलाधिकारी ने सभी होटेलियर्स व व्यापार मंडल के पदाधिकारियों से कहा कि तीर्थ यात्रियों के साथ अतिथि देवो भव: का व्यवहार किया जाए। साथ ही उन्हें शहर व सड़क मार्ग की स्वच्छता में अपना योगदान देने के लिए प्रेरित किया जाए। अमूमन तीर्थ यात्री होटल व धर्मशालाओं में ही रुकते है इसलिए यात्रा को स्वच्छ व निर्मल बनाने के लिए यात्रियों से जरूर बातचीत करें।
बैठक में गंगा विचार मंच के प्रदेश संयोजक लोकेंद्र बिष्ट ने स्थानीयजनों और यात्रियों को जागरूक करने का सुझाव दिया है। इस मौके पर पालिकाध्यक्ष रमेश सेमवाल, विश्वनाथ मंदिर के महंत अजय पुरी, होटल एसोसिएशन के अध्यक्ष शैलेन्द्र मटूड़ा, पर्यावरण प्रेमी प्रताप पोखरियाल, मंगल सिंह पंवार, व्यापार मंडल अध्यक्ष रमेश चौहान आदि मौजूद रहे।
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