मसूरी। कोरोना महामारी के दौरान उत्तराखंड में सरकार के द्वारा कड़ी कार्रवाई करने के बाद भी लोग मानने को तैयार नही हैं। लंढौर क्षेत्र में पर्यटन सीजन के दौरान लगने वाले जाम की तरह कोरोना काल में प्राइवेट वाहनों के बंद करने के बाद भी जाम लग रहा है।
पर्यटन नगरी में जहां लगातार कोरोना पैर पसार रहा है तथा कई लोग इस कोरोना महामारी का शिकार हो गये है उसके बाद भी लोग मानने को तैयार नहीं। सीजन की तरह वाहनों की रेलमपेल देखने को मिल रही है खास कर लंढौर बाजार की स्थिति तो यही हैं।
मलिंगार से गुरूद्वारा चौक व उससे आग लंढौर बाजार में एक मार्गीय यातायात के बाद भी जाम लग रहा है। जबकि सरकारी गाइड लाइन के अनुसार प्राइवेट वाहनों के संचालन पर पाबंदी लगी है उसके बाद भी वाहनों की संख्या बढना समझ से परे हैं। सोमवार को मलिंगार से गुरूद्वारा चौक व गुरूद्वारा चौक से लंढौर चौक तक दुपहिया व चौपहिया वाहनों के बड़ी संख्या में आ जाने पर जाम लग गया।
जिस पर पुलिस कर्मियों ने कड़ी मशक्कत के बाद जाम खुलवाया। ऐसी स्थिति में कोरोना संक्रमण की बढ़ती घटना को रोक पाना कठिन है। ऐसे में कोरोना की चेन टूटने वाली नहीं हैं। इस पर प्रशासन व पुलिस को और अधिक कड़ाई करनी होगी ताकि कोरोना की चेन को तोड़ा जा सके। इस संबंध में एसआई सूरज कंडारी ने बताया कि प्राइवेट वाहनों पर प्रतिबंध है लेकिन जो लोग किसी जरूरी काम से जा रहे हैं, दवा आदि लेने जा रहे हैं या बाहर से पास बनाकर आ रहे है वहीं वाहन चल रहे हैं। इसकी बाकायदा पुलिस ने कई स्थानों पर चैकिंग प्वाइंट बनाये हैं जहां पर वाहनों को रोक कर जाने का कारण पूछा जा रहा है जो बेवजह घूमते पाये जा रहे है ऐसे वाहनों का चालान व सीज करने की कार्रवाई की जा रही है। उन्होंने बताया कि लंढौर में जाम लगने का प्रमुख कारण सड़कों के किनारे खड़े वाहन है लेकिन पुलिस लगातार व्यवस्था बनाने का प्रयास कर रही है।
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