ऋषिकेश, कोरोना वायरस संक्रमण से अभी प्रदेश को निजात नहीं मिल पायी, इधर ब्लैक फंगस का खतरा मंड़राने लगा है, लगातार बढ़ रहे म्यूकोर माइकोसिस (ब्लैक फंगस) के मामलों तथा तीसरी लहर में बच्चों के लिए संभावित खतरे को देखते हुए राइफलमैन जसवंत सिंह कोविड केयर हास्पिटल में म्यूकोर माइकोसिस (ब्लैक फंगस) व बच्चों के लिए अलग से वार्ड आरक्षित किए गए हैं।
कोविड केयर सेंटर के प्रभारी डॉ. मधुर उनियाल ने बताया कि यहां मौजूद कुल 400 आक्सीजन युक्त बेड में से एक क्यूबिकल वार्ड (लगभग 90 बेड) म्यूकोर माइकोसिस (ब्लैक फंगस) के रोगियों के लिए तथा एक क्यूबिक वल्र्ड बच्चों के लिए आरक्षित रखा गया है। बच्चों के वार्ड में स्तनपान कराने वाली माताओं के लिए भी आइसोलेशन एरिया बनाया गया है। जरूरत पडऩे पर इन्हें बढ़ाया जा सकता है।
मुख्यमंत्री तीरथ सिंह रावत ने कहा कि ऋषिकेश के कोविड अस्पताल का नाम 1962 युद्ध के नायक रहे राइफलमैन जसवंतसिंह रावत के नाम पर रखा गया है। जबकि हल्द्वानी में तैयार हो रहे कोविड अस्पताल पूर्व सेनाध्यक्ष जनरल बीडी जोशी को समर्पित किया गया है। उन्होंने शहीद जसवंत सिंह को याद करते हुए कहा कि आज भी उनकी वीरता के किस्से चीन सीमा पर सुनने को मिलते हैं। वह एक ऐसे बहादुर जवान थे, जिन्होंने युद्ध में अकेले ही दुश्मन को सबक सिखाने का काम किया। शरीर त्यागने के बाद आज भी वह देश की सीमा की रक्षा कर रहे हैं।
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