मुंबई, तीन आतंकियों के मुंबई में घुस आने से पुलिस अलर्ट हो गई है। सभी विभागों को सूचित कर दिया गया है। बताया जाता है कि तीनों आतंकी दुबई से मुंबई आए हैं। इन तीनों के मुंबई आने की सूचना एक फोन कॉल से दी गई। पुलिस सूत्रों के मुताबिक, अज्ञात लोगों ने मुंबई पुलिस कंट्रोल रूम को फोन कर सूचना दी है कि तीन आतंकवादी मुंबई में आ गए हैं। फोन करने वाले ने दावा किया कि तीन आतंकवादी शुक्रवार सुबह तडक़े दुबई से आए थे और उनका संबंध पाकिस्तान से है। फोन करने वाले ने एक आतंकी का नाम भी बताया है।
एक आतंकी का नाम मुजीब सैयद है और फोन करने वाले ने पुलिस को अपना मोबाइल नंबर और कार का नंबर भी दिया है। पुलिस ने जांच शुरू कर दी है। हालांकि, घटना से जुड़े अधिकारियों को संदेह है कि ये जानकारी फर्जी हो सकती है। पुलिस फोन करने वाले का पता लगा रही है। गौरतलब है, मुंबई में पहले भी समुद्र के रास्ते पाकिस्तान से आए आतंकवादियों ने 26 नवंबर, 2008 को हमला कर दिया था। यह हमला 29 नवंबर को रुका।
इस दौरान 166 लोगों मारे गए, वहीं 300 लोग घायल हुए थे। इस घटना में भारतीय सुरक्षा बलों ने अहम भूमिका निभाई थी। जवानों ने नौ आतंकवादियों को मार गिराया था। अजमल कसाब इकलौता आतंकवादी था, जिसे जिंदा पकड़ा गया और 21 नवंबर 2012 में फांसी दे दी गई थी
दुनिया की सबसे अधिक ऊंचाई पर बनने वाली शिंकुला टनल का कार्य जल्द होगा शुरू, 16,580 फीट की ऊंचाई पर होगा निर्माण
उदयपुर, दुनिया की सबसे अधिक ऊंचाई पर बनने वाली शिंकुला टनल का निर्माण कार्य जल्द शुरू होगा। इसके लिए 1681 करोड़ रुपये की राशि जारी हो चुकी है। यह राशि भारत सरकार ने जारी की है। समुद्र तल से 16,580 फीट की ऊंचाई पर शिंकुला दर्रे पर टनल का निर्माण होगा। इस टनल की लंबाई 4.1 किलोमीटर होगी। यह टनल सामरिक दृष्टि से बेहद महत्वपूर्ण है। इस टनल के जरिये पाकिस्तान और चीन सीमा तक भारतीय जवानों की पहुंच आसान हो जाएगी। बीआरओ महानिदेशक लेफ्टिनेंट जनरल राजीव चौधरी ने शनिवार को मनाली-लेह, दारचा-शिंकुला मार्ग पर दीपक परियोजना और संगठन के योजक की ओर से निष्पादित सड़क कार्यों का निरीक्षण किया। उन्होंने अटल टनल रोहतांग में हो रहे कार्यों का निरीक्षण भी किया।
कहा कि शिंकुला टनल सभी मौसम में लद्धाख के जांस्कर, निमो, पदुम को हिमाचल प्रदेश के लाहौल स्पीति और कुल्लू जिले को जोड़े रखेगी। सीमा सड़क संगठन देश के सीमावर्ती क्षेत्रों में सड़कों, सुरंगों और हवाई अड्डों का निर्माण करने वाला एक प्रमुख संगठन है। वहीं, मनाली से शिंकुला दर्रे के रास्ते में महानिदेशक ने बीआरओ की ओर से किए जा रहे सड़क कार्यों की सराहना की और बीआरओ कर्मयोगियों को प्रशस्ति पत्र प्रदान किए, जिन्होंने 25 मार्च को रिकॉर्ड समय सीमा में शिंकुला दर्रा यातायात के लिए बहाल किया है। बारालाचा दर्रे को भी इस वर्ष रिकॉर्ड समय में बहाल किया है। उन्होंने स्नो कटर और भारी मशीनरी के संचालकों से भी बातचीत की, जिन्होंने सबसे चुनौतीपूर्ण परिस्थितियों में दर्रों पर बर्फ हटाने के अभियान का नेतृत्व किया।
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