देहरादून, अब ट्रेनों में सफर करने वाले यात्रियों को खानपान के लिए परेशानी नहीं उठानी पड़ेगी,
यात्रियों को अब आईआरसीटीसी लजीज, स्वादिष्ट भोजन मुहैया कराएगा। यात्री ट्रेनों में सफर के दौरान ही आईआरसीटीसी के मोबाइल ऐन फूड ऑन ट्रैक से लजीज खाने की बुकिंग कर सकेंगे। आईआरसीटीसी यात्रियों को ट्रेन में सीट पर भोजन मुहैया कराएगा। पहले चरण में यह सुविधा नई दिल्ली हजरत निजामुद्दीन रेलवे स्टेशन से गुजरने वाली ट्रेनों के यात्रियों को मिलेगी, जबकि अगले चरण में देहरादून, लखनऊ, कोलकाता, पटना जैसे स्टेशनों पर सुविधा मिलेगी।
आईआरसीटीसी (इंडियन रेलवे कैटरिंग एंड टूरिज्म कॉर्पोरेशन) के मुख्य जनसंपर्क अधिकारी आनंद कुमार झा के मुताबिक, आईआरसीटीसी के मोबाइल एप से भोजन बुक करके डीलक्स थाली, महाराजा थाली, पुरानी दिल्ली वेज बिरयानी, वेज डिमसम, पनीर डिमसम, वोक टॉस नूडल्स, दाल मखनी जैसे खाने-पीने की चीजें मंगाई जा सकेंगी। यात्री यात्रा समय से कम से कम दो घंटे पहले 1323 पर फोन कर अगले स्टेशन पर भोजन मंगा सकते हैं। बताया कि इस सुविधा के शुरू होने से अब यात्रियों को खानपान के लिए परेशानी नहीं उठानी होगी, आईआरसीटीसी की ई-कैटरिंग वेबसाइट डब्ल्यूडब्ल्यूडब्ल्यू डाट ईकैटरिंग डॉट आईआरसीटीसी डॉट सीओ डॉट इन या फूड-ऑन ट्रैक एप पर जाकर लजीज खानपान मंगा सकेंगे। फिलहाल रेलवे बोर्ड की ओर से लंबी दूरी की ट्रेनों में खानपान की सुविधा मुहैया कराई जा रही, लेकिन तमाम ऐसी ट्रेनें हैं, जिसमें यात्रियों को यह सुविधा नहीं मिल पा रही है।
हाईकोर्ट के आदेशों के अनुपालन में 258 धार्मिक स्थलों से उतरवाए गए लाउडस्पीकर
देहरादूध, उत्तराखंड पुलिस ने धार्मिक स्थलों से लाउडस्पीकर हटाने का अभियान शुरू किया है। एक जून से शुरू हुये इस अभियान में हाईकोर्ट के आदेशों के अनुपालन में पुलिस ने उत्तराखंड में तीन दिनों के भीतर 258 धार्मिक स्थलों से लाउडस्पीकर उतरवाए हैं। डीजीपी के अनुसार, हाईकोर्ट ने पिछले दिनों ध्वनि प्रदूषण को देखते हुए लाउडस्पीकर उतारने के आदेश दिए थे। इसके लिए एक जून से अभियान चलाया जा रहा है। पिछले दिनों धार्मिक स्थलों पर लाउडस्पीकर को लेकर पूरे देश में सवाल उठने शुरू हुए थे। न्यायालयों में तमाम लोगों ने पीआईएल आदि दाखिल कर इन्हें उतरवाने की मांग की थी। ध्वनि प्रदूषण को आधार बनाकर नैनीताल हाईकोर्ट ने भी धार्मिक स्थलों से लाउडस्पीकर उतरवाने के आदेश दिए थे। इसी क्रम में उत्तराखंड पुलिस ने भी अभियान शुरू किया। कुछ स्थानों पर लोग खुद भी लाउडस्पीकर उतार रहे हैं।
धर्म गुरुओं ने भी पहले लाउडस्पीकर को लेकर बातें की थीं। इस मसले में पुलिस से लोगों ने बात की है। ज्यादातर ने अपने-अपने धर्मों के लोगों से लाउडस्पीकर हटाने की अपील की है। वहीं, डीजीपी अशोक कुमार का कहना है कि यदि कोई लाउडस्पीकर नहीं हटाता है तो उसके खिलाफ नियमानुसार कार्रवाई की जाएगी।
इस मामले में पुलिस से प्रशासन के साथ समन्वय स्थापित करने को कहा गया है। दूसरी ओर, देहरादून के डीएम डॉ. आर राजेश कुमार का कहना है कि धार्मिक स्थलों पर लाउडस्पीकर की अनुमति के लिए जो नियम हैं, अगर उसके उल्लंघन की शिकायत या मामला संज्ञान में आता है तो जांच कराकर नियमानुसार कार्रवाई की जाएगी।
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