Saturday, September 28, 2024
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अन्तर्राष्ट्रीय जैवविविधता दिवस : राज्य में जैवविधिता के संरक्षण एवं संर्वधन किये जाने की आवश्यकता : प्रो. (डॉ.) अनीता रावत

देहरादून, उत्तराखंड विज्ञान शिक्षा एवं अनुसंधान केंद्र (यूसर्क) द्वारा अंतर्राष्ट्रीय जैव विविधता दिवस के अवसर पर कार्यक्रम का आयोजन बोटेनिकल सर्वे ऑफ इंडिया (BSI, भारत सरकार) में किया गया।
कार्यक्रम में यूसर्क की निदेशक प्रो. (डॉ.) अनीता रावत ने अपने संबोधन में कहा कि हमारी संस्कृति का प्रकृति के संरक्षण में महत्वपूर्ण योगदान है। विद्यार्थियों को प्रकृति के संरक्षण हेतु संस्कार विकसित करने तथा प्रौद्योगिकी के माध्यम से राज्य में जैवविधिता के संरक्षण एवं संर्वधन किये जाने की आवश्यकता है। हम सभी को एक्शन बेस्ड बायोडायवर्सिटी कंजर्वेशन की आवश्कता है। सतत विकास की अवधारणा को फलीभूत करने के लिए एक्शन ओरिएंटेड होना पड़ेगा और मनुष्य को प्रकृति के साथ समन्वय बनाना होगा, जिसके लिये सामूहिक साझेदारी अत्यन्त आवश्यक है।
कार्यक्रम में मुख्य वक्ता बोटनिकल सर्वे ऑफ इंडिया के विभागाध्यक्ष डा. एस.के. सिंह ने अपने मुख्य व्याख्यान में विद्यार्थियों में प्रकृति के संरक्षण हेतु समस्त प्रतिभागियों से छोटे-छोटे प्रयासों के द्वारा अपना योगदान देने का आहवान किया व जैव विविधता के संरक्षण में सामूहिक भागीदारी को अत्यंत आवश्यक बताया।
यूसर्क की वैज्ञानिक डा. मन्जू सुन्दरियाल द्वारा कार्यक्रम का संचालन करते हुये जैवविविधता को भविष्य की पीढ़ी हेतु संरक्षित रखने में विद्यार्थियों की भूमिका को महत्वपूर्ण बताया। यूसर्क के वैज्ञानिक डा. राजेन्द्र सिंह राणा द्वारा वृक्षों के महत्व को बताते हुये अधिक से अधिक वृक्षारोपण एवं इसके संरक्षण का सुझाव दिया गया।
कार्यक्रम में विभिन्न विद्यालयों यथा- फूलचंद नारीशिल्प मंदिर कन्या इंटर कालेज, राइका होरावाला, राइका भीमावाला, घनानंद इन्टर कालेज मसूरी, संजय पब्लिक इंटर कालेज के विद्यार्थियों को भारतीय वनस्पति सर्वेक्षण संसथान एवं भारतीय प्राणी सर्वेक्षण संस्थान में हर्बल गार्डन, हर्बेरियम प्रयोगशाला एवं म्यूजियम में परिचयात्मक भ्रमण करवाया गया तथा जैव विविधता के संरक्षण हेतु कार्य करने की प्रतिज्ञा ली गई। भारतीय वनस्पति सर्वेक्षण संस्थान की वैज्ञानिक डा. आरती गर्ग द्वारा धन्यवाद ज्ञापन दिया गया।
कार्यक्रम में मुख्य रूप से डा. मनीष कंडवाल, डा. पुनीत कुमार एवं अन्य वैज्ञानिक व तकनीकी अधिकारी यूसर्क के आई0सी0टी0 से ई0 राजदीप जंग सहित विभिन्न विद्यालयों के विद्यार्थियों सहित 80 प्रतिभागियों द्वारा प्रतिभाग किया गया।

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