Sunday, November 24, 2024
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नशा मुक्त भारत पखवाड़ा अभियान : ड्रग्स के विरूद्ध कार्यवाही को और अधिक प्रभावी करने के सम्बन्ध में हुआ विचार-विमर्श

देहरादून, “नशा मुक्त भारत पखवाड़ा अभियान” के अंतर्गत सरदार पटेल भवन स्थित सभागार कक्ष में आम जन को ड्रग्स के प्रति संवेदनशील करने और ड्रग्स के विरूद्ध जन जागरूक करने हेतु एएनटीएफ (Anti Narcotics Task Force) द्वारा एक सेमिनार का आयोजन किया गया। सेमिनार में उत्तराखण्ड राज्य के विभिन्न विभागों जैसे शिक्षा विभाग, समाज कल्याण विभाग, चिकित्सा विभाग व औषधि विभाग के अधिकारियों के अलावा नशा मुक्ति केन्द्र के संचालकों ,मनोवैज्ञानिकों द्वारा ड्रग्स के विरूद्ध कार्यवाही को और अधिक प्रभावी करने के सम्बन्ध में विस्तारपूर्वक विचार-विमर्श किया गया।

सेमिनार में ड्रग्स जागरूकता पखवाड़ा के अन्तर्गत राज्य के सभी जनपदों में कला/पोस्टर/निबन्ध प्रतियोगिता के माध्यम से ड्रग्स जागरूकता में प्रथम आने वालों बच्चों को पुलिस महानिदेशक महोदय द्वारा पुरूस्कृत करने के साथ ही जनपद स्तर पर ड्रग्स के विरुद्ध प्रभावी कार्यवाही करने वाले पुलिस अधिकारियों को प्रशस्ति पत्र देकर सम्मानित किया गया।

कार्याशाला को सम्बोधित करते हुए श्री अशोक कुमार, पुलिस महानिदेशक उत्तराखण्ड ने कहा कि माननीय मुख्यमंत्री जी का ड्रीम है कि देवभूमि को 2025 तक ड्रग्स फ्री बनाना है। ये चैलेंज बड़ा है क्योंकि बड़े-बड़े इण्टरनेशनल ड्रग्स माफिया है जो बहुत बड़ी संख्या में है। जो देश को खोखला कर रहें है ताकि हमारे देश की आंतरिक सुरक्षा को कमजोर कर सके। हमें बच्चों को ड्रग्स सेवन करने से जुड़ी समस्याओं जैसे Frustration, Depression आदि से बाहर निकालना है।

युवा अपनी उर्जा को सकारात्मक क्रिया-कलापों खेल, पढाई, कल्चरल एक्टीविटी आदि में लगाएं और ड्रग्स से दूर रहें। इसके लिए सप्लाई साइड पर ध्यान देना होगा। counselling को भी जरूरी बताया और सेंट्रल गवर्नमेंट के हेल्प लाईन नम्बर-14446 को भी मददगार बताया। उन्होनें बताया कि ड्रग्स के खिलाफ हम सभी को एकजूट होना पड़ेगा हम ड्रग्स सप्लाई को जीरों टॉलरेंस पर लाना चाहते है। डिमांड को जीरों करने में सोसायटी और यूनिवर्सिटीज का रोल है लेकिन सप्लाई करनें में इस प्रकार के लोग जो स्वयंसेवी लोग और पुलिस का मुख्य रोल है। पुलिस और सभी stake holders को एक होना पड़ेगा तभी सफलता प्राप्त होगी। हमने पिछले 3-4 सालों में एंटी नॉरकोटिक्स टास्क फोर्स द्वारा अभियान चलाया है इन लोगों पर गैंगस्टर एक्ट लागाना शुरू किया है। उनकी प्रॉपर्टीज जब्त किया है। इस अभियान को ओर आगे बढ़ाना पडेंगा।

इस दौरान श्री अशोक कुमार, पुलिस महानिदेशक, उत्तराखण्ड ने सभी उपस्थित लोगों को नशे के विरोध में शपथ दिलायी गयी। इसके साथ ही सभी लोगों ने नशे के विरूद्ध हस्ताक्षर भी किये।

सेमिनार में अपर पुलिस महानिदेशक, अपराध एवं कानून व्यवस्था- श्री वी मुरूगेशन, पुलिस उपमहानिरीक्षक, अपराध एवं कानून व्यवस्था- सुश्री पी रेणुका देवी, पुलिस उपमहानिरीक्षक, प्रशिक्षण, श्री बरिन्दरजीत सिंह, पुलिस उपमहानिरीक्षक/वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक देहरादून- श्री दलीप सिंह कुंवर, वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक, एसटीएफ- श्री आयुष अग्रवाल सहित जनपद के सभी राजपत्रित अधिकारी व एन.सी.सी. केडेट उपस्थित रहे।

 

पुलिस ने नशे में वाहन चलाने पर चालक को गिरफ्तार कर वाहन किया सीज

कोटद्वार, वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक श्रीमती श्वेता चौबे के निर्देश पर ऑपरेशन मर्यादा व शराब पीकर वाहन चलाने वाले वाहन चालकों के विरुद्ध चलाए जा रहे अभियान के दौरान आज रामकुंड चेक पोस्ट पर थानाध्यक्ष देवप्रयाग सुनील पवार द्वारा गुड्स कैरियर को रोक कर चेक किया गया। चालक की जांच एल्कोमीटर से की गई तो वाहन चालक भगत सिंह पुत्र हीरा सिंह निवासी नाथूपुर पोस्ट कुंभीचौड़ थाना कोटद्वार शराब के नशे में वाहन चलाता हुआ पाया गया। वाहन चालक को शराब पीकर वाहन चलाने तथा यातायात नियमों का उल्लंघन करने पर गिरफ्तार कर वाहन को सीज कर दिया गया। पुलिस टीम में थानाध्यक्ष सुनील पंवार के अलावा हेड कांस्टेबल दीपक नौटियाल, कुलदीप ड मोहनलाल शामिल थे।

 

सरकार जनता के द्वार कार्यक्रम के तहत 15 शिकायतें प्राप्त, अधिकारियों को तत्काल निस्तारण के निर्देश

अल्मोड़ा, सरकार जनता के द्वार कार्यक्रम के तहत विकास खण्ड ताकुला के ग्राम पंचायत भट्टगाँव में पहुंचकर उपजिलाधिकारी सदर अल्मोड़ा गोपाल सिंह चौहान के द्वारा ग्राम भ्रमण तथा जनसुनवाई की गई। इस दौरान उपजिलाधिकारी ने ग्रामवासियों से उनकी समस्याओं के बारे में वार्ता की। गांव वालों ने एक एक कर अपनी समस्या से अवगत कराया। इस दौरान उपरोक्त भ्रमण कार्यक्रम में विभिन्न विभागवार कुल 15 शिकायते प्राप्त हुई जिनमें 13 शिकायतें विभिन्न विभागों से संबंधित तथा 2 शिकायतें पीएम किसान से संबंधित प्राप्त हुई। जिन्हें संबंधित अधिकारियों को तत्काल निस्तारित किये जाने हेतु निर्देशित किया गया। उपजिलाधिकारी ने सभी समस्याओं को जल्द से जल्द निस्तारित करने का आश्वासन गांव वालों को दिया।

 

समर्थ पोर्टल में रजिस्ट्रेशन हेतु तिथि सिर्फ 30 जून तक विस्तारित करना अधिकारियों की अदूरदर्शिता : डॉ. सुनील अग्रवाल

देहरादून, ऑल इंडिया अनएडिड विश्वविद्यालय एवं महाविद्यालय एसोसिएशन के राष्ट्रीय उपाध्यक्ष डॉ. सुनील अग्रवाल ने राज्य के तीन विश्वविद्यालयों के कॉलेजों में दाखिले के लिए समर्थ पोर्टल में रजिस्ट्रेशन की तिथि 30 जून तक विस्तारित करने पर प्रतिक्रिया व्यक्त करते हुए कहा कि समर्थ पोर्टल के लिए रजिस्ट्रेशन की तिथि सिर्फ 30 जून तक विस्तारित करने से अधिकांश छात्र उच्च शिक्षा से वंचित रह जाएंगे | डॉ. अग्रवाल ने कहा कि अभी विभिन्न बोर्डों के अंतर्गत छात्रों के कंपार्टमेंट की परीक्षा होनी है सीबीएसई बोर्ड की कंपार्टमेंट की परीक्षा 17 जुलाई को है उत्तराखंड बोर्ड के कंपार्टमेंट के छात्रों की फॉर्म भरने की तिथि 7 जुलाई है और परीक्षा उसके बाद ही होगी, ओपन स्कूल का परीक्षा परिणाम ही आज घोषित हुआ है उक्त तथ्यों के आधार पर यह स्पष्ट है कि विभिन्न बोर्डों के कंपार्टमेंट की परीक्षाएं जुलाई में होकर उनका परीक्षा परिणाम जुलाई से अगस्त तक घोषित होगा, ऐसे में क्योंकि जब राज्य विश्वविद्यालयों के कॉलेजों में समर्थ पोर्टल के रजिस्ट्रेशन द्वारा ही प्रवेश होने हैं और बिना समर्थ पोर्टल में रजिस्ट्रेशन के उन्हें 3 राज्य विश्वविद्यालयों से संबद्ध कॉलेजों में प्रवेश नहीं मिल पाएगा तो अधिकांश छात्र उच्च शिक्षा हेतु प्रवेश से वंचित रह जाएंगे | जो छात्रों के शिक्षा के मौलिक अधिकार का हनन है वर्तमान सत्र में समर्थ पोर्टल के रजिस्ट्रेशन द्वारा प्रवेश के संबंध में पहले से ही 12वीं क्लास के छात्रों को जागरूक करना चाहिए था, जो नहीं किया गया | कोई भी नई नीति लागू करने से पहले उसका व्यापक स्तर पर समय पर प्रचार प्रसार होना चाहिए जिससे छात्र पहले से ही उसके लिए तैयार रहें | राज्य सरकार द्वारा एक प्रदेश एक प्रवेश एक परीक्षा एक परिणाम को लेकर एक अच्छी पहल की गई है जो सराहनीय है लेकिन इसके व्यावहारिक पहलू पर ध्यान देना आवश्यक है क्योंकि यह नीति छात्रों को समय पर प्रवेश और परीक्षा के लिए लागू की गई है, लेकिन अगर छात्रों को प्रवेश ही नहीं मिल पाएगा तो अच्छी पहल का भी सुखद परिणाम नहीं मिल पाएगा | अतएव राज्य सरकार को छात्र हितों को देखते हुए व्यावहारिक दृष्टिकोण के अनुसार समर्थ पोर्टल के संबंध में आगामी घोषणाएं करनी चाहिए, ताकि प्रवेश के इच्छुक सभी छात्रों को उनकी इच्छा अनुसार कॉलेज में प्रवेश मिल सके |

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