नई दिल्ली , । भारत में लग्जरी और प्रीमियम घरों की मांग में पिछले पांच वर्षों में बड़ा उछाल देखने को मिला है। 2019 की पहली तिमाही में बिकने वाली घरों में लग्जरी होम की संख्या 7 प्रतिशत थी, जो कि 2024 की पहली तिमाही में बढक़र 21 प्रतिशत हो चुकी है।
इस दौरान बजट घरों या अफोर्डेबल होम की बिक्री में 20 प्रतिशत की गिरावट हुई है। यह जानकारी जारी रिपोर्ट में सामने आई।
प्रॉपर्टी कंसल्टेंट फर्म एनारॉक की रिपोर्ट में बताया गया कि जनवरी से मार्च की अवधि में देश के सात बड़े शहरों में कुल 1.30 लाख घर बिके थे, जिसमें से 27,070 यूनिट्स (21 प्रतिशत) लग्जरी घर थे। वहीं, 2019 की पहली तिमाही में ये आंकड़ा 7 प्रतिशत पर था, यानी, पिछले पांच वर्षों में इसमें 3 गुना का इजाफा देखने को मिला है।
2024 की पहली तिमाही में 26,545 अफोर्डेबल होम बिके थे, जो कि कुल घरों की बिक्री का 20 प्रतिशत था। पांच वर्ष पहले यह संख्या 37 प्रतिशत पर थी।
एनारॉक ग्रुप के चेयरमैन अनुज पुरी ने कहा, लग्जरी घरों की मांग और आपूर्ति दोनों में इजाफा देखने को मिल रहा है। वहीं, अफोर्डेबल होम की मांग फिलहाल कम है। अच्छी लोकेशन पर ब्रांडेड डेवलपर्स के लग्जरी घरों की मांग तेजी से बढ़ रही है।
पहली तिमाही में दिल्ली-एनसीआर में कुल 15,645 घरों की बिक्री हुई थी, जिसमें से 6,060 यूनिट्स या 39 प्रतिशत घर लग्जरी थे और इनकी कीमत 1.5 करोड़ रुपए से अधिक थी।
पांच वर्ष पहले दिल्ली-एनसीआर में कुल 13,740 घरों की बिक्री हुई थी, जिसमें से 4 प्रतिशत ही लग्जरी घर थे। 2024 की पहली तिमाही में बेंगलुरु, मुंबई मेट्रोपॉलिटन रीजन (एएमआर), चेन्नई, पुणे और हैदराबाद में बिकने वाले ज्यादातर घर मिड-रेंज और प्रीमियम सेगमेंट (40 लाख से लेकर 1.5 करोड़ रुपए तक) के थे।
2024 की पहली तिमाही में अफोर्डेबल घरों की बिक्री कुल बिक्री में घटकर 18 प्रतिशत रह गई है। यह पांच वर्ष पहले समान अवधि में 40 प्रतिशत पर थी।
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