नईदिल्ली,। कोरोना वायरस के खिलाफ देश में तैयार हो रही रूसी वैक्सीन स्पुतनिक लाइट सितंबर तक भारत को मिल सकती है। बताया जा रहा है कि सिंगल डोज वाली ये वैक्सीन शुरुआत में सीमित संख्या में उपलब्ध होगी और इसकी कीमत 750 रुपए होगी। कंपनी ने इसके इमरजेंसी यूज के लिए भी आवेदन दे दिया है। भारत में अब तक आयात की हुई स्पुतनिक वी का इस्तेमाल हो रहा है।
रिपोर्ट के मुताबिक, पैनेशिया ने इमरजेसी यूज की मंजूरी के लिए डोजियर जमा कर दिया है। स्पुतनिक लाइट को रूस की गमालेया इंस्टीट्यूट ने आरडीआईएफ के समर्थन के साथ तैयार किया है। जुलाई में पेनेशिया बायोटेक ने स्पुतनिक वी वैक्सीन के निर्माण के लिए लाइसेंस लेने का ऐलान किया था।
वहीं रूस ने 6 मई को कोरोना वायरस के खिलाफ वैक्सीन स्पुतनिक लाइट को मंजूरी दी थी और कहा था कि इससे सामूहिक प्रतिरक्षा प्राप्त करने की प्रक्रिया में तेजी आ सकती है। रूस ने जनवरी में स्पुतनिक लाइट का मानव परीक्षण शुरू किया था और अध्ययन अभी भी जारी हैं। स्पुतनिक लाइट रूस में चौथी घरेलू विकसित कोविड वैक्सीन है, जिसे देश में मंजूरी दी गई है।
वहीं कोरोना वायरस के खिलाफ स्पुतनिक-वी की प्रभावी क्षमता 90 फीसदी से अधिक है। भारत ने पहली विदेशी वैक्सीन के रूप में इसे 12 अप्रैल को इमरजेंसी इस्तेमाल की मंजूरी दी थी। डॉ रेड्डीज लैबोरेटरी ने स्पुतनिक-वी वैक्सीन के लिए रशियन डायरेक्ट इन्वेस्टमेंट फंड (आरडीआईएफ) के साथ समझौता किया था।
हाल ही में रूस ने अपनी स्पुतनिक वी कोरोना वैक्सीन के असर को लेकर जानकारी दी थी। रूस के स्वास्थ्य मंत्री मिखाइल मुराश्को ने कहा था कि स्पुतनिक वी कोरोना वैक्सीन 83 फीसदी डेल्टा वेरिएंट के खिलाफ प्रभावी है। ये कोरोनावायरस के सभी नए स्ट्रेन के खिलाफ प्रभावी है।
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