हरिद्वार, ( कुलभूषण)। वरिष्ठ भाजपा नेता एवं समाजसेवी डा.विशाल गर्ग ने वल्र्ड पावर लिफ्टिंग चैम्पियनशिप में प्रथम स्थान प्राप्त करने वाली हरिद्वार की रेनू को सम्मानित किया। विवेक विहार स्थित कार्यालय पर रेनू को सम्मानित करते हुए डा.विशाल गर्ग ने कहा वल्र्ड पावर लिफ्टिंग चैम्पियन में स्वर्ण पदक जीतकर रेनू ने देश, उत्तराखण्ड और हरिद्वार का नाम रोशन किया है। डा.विशाल गर्ग ने बताया कि भेल में रह रही रेनू के सिर से पति का साया पहले ही उठ चुका था। रेनू के पति का सपना था कि वह वल्र्ड पावर लिफ्टिंग चैम्पियनशिप में भाग लेकर स्वर्ण पदक जीत और देश का नाम रोशन करे। इसके लिए रेनू के पति उन्हें बहुत सपोर्ट किया और रेनू ने कठिन प्रयास और मेहनत से पति के सपन को साकार कर दिखाया। डा.विशाल गर्ग ने कहा कि सभी को रेनू की कामयाबी से प्रेरणा लेनी चाहिए कि मेहनत और कड़ी लगन से किसी भी मुकाम को पाया जा सकता है। रेनू ने बताया कि पति के सपने को साकार करने के लिए उन्हें कई दिक्कतों का सामना करना पड़ा। लेकिन उन्होंने अपने लक्ष्य को नजरअंदाज नहीं किया। रेनू ने बताया कि उनकी कामयाबी में उनके गुरूओं का बड़ा योगदान रहा। जिसमें रक्षा मंत्रालय में कार्यरत राजेश सर, शिवा चैधरी, शुभम राठौर का विशेष योगदान रहा। रेनू ने बताया कि डा.विशाल गर्ग और सुनील गाबा ने भी उन्हें बहुत सपोर्ट किया और आर्थिक रूप से मदद कर रशिया तक पहुंचने में मदद की। इसके अलावा मनजीत और भेल कर्मचारियों ने भी आर्थिक सहायता के रूप में महत्वपूर्ण योगदान दिया।
एक सशक्त राष्ट्र की परिकल्पना पर्यावरण के बिना अधूरी – बलूनी
हरिद्वार( कुलभूषण), एस.एम.जे.एन.पी.जी. काॅलेज में आज पर्यावरण प्रकोष्ठ, आन्तरिक गुणवत्ता आश्वासन प्रकोष्ठ तथा नेहरू युवा केंद्र, हरिद्वार द्वारा ‘कैच द रेन अभियान’ के अन्तर्गत जनजागरुकता हेतु जल संरक्षण एवं जल संवर्धन विषय पर नुक्कड़ नाटक का आयोजन किया गया।
इस अवसर पर स्टेट एग्रीकल्चर मार्केटिंग बोर्ड्स की राष्ट्रीय परिषद के सलाहकार श्री गिरीश चंद्र बलूनी कार्यक्रम में मुख्य अतिथि के रूप में उपस्थित थे। श्री बलूनी ने इस अवसर पर उत्तराखंड के जल संसाधन में लगातार हो रही कमी को समझाते हुए कहा कि पर्यावरण संरक्षण के बिना एक सशक्त राष्ट्र की परिकल्पना नही की जा सकती हैं। उन्होंने उत्तराखंड के अल्मोड़ा जिले में हो रही जल संकट की समस्या का उल्लेख करते हुए बताया कि वैश्विक स्तर पर हो रही जल संकट की समस्या को स्थानीय स्तर पर किए गए प्रयासों से ही हल किया जा सकता हैं। श्री बलूनी ने एस एम जे एन पी जी कॉलेज एवं नेहरू युवा केन्द्र हरिद्वार द्वारा पर्यावरण संरक्षण की दिशा में चलाए जा रहे संयुक्त प्रयासों की भूरि भूरि प्रशंसा करते हुए कहा कि सरकार के साथ मिलकर महाविद्यालय एवं नेहरू युवा केन्द्र के संयुक्त तत्वावधान द्वारा चलाए जा रहे जनजागरुकता कार्यक्रमों को उत्तराखंड समेत पूरे देश तक पहुंचाए जाएंगे।
काॅलेज के प्राचार्य प्रोफेसर सुनील कुमार बत्रा ने समाज के प्रत्येक वर्ग को पर्यावरण संरक्षण में योगदान देने का संदेश दिया। उन्होंने धारणीय विकास की अवधारणा पर प्रकाश डालते हुए कहा कि पृथ्वी पर जीवन के अस्तित्व को बनाए रखने हेतु संसाधनों का संरक्षण आवश्यक हैं।
कार्यक्रम में अर्शिका, श्रेया नामदेव, गायत्री पंवार, हर्षित प्रजापति तथा अंजली भट्ट की टीम ने नुक्कड़ नाटक का मंचन किया।
कार्यक्रम का सफल संचालन पर्यावरण प्रकोष्ठ के समन्वयक डॉ विजय शर्मा ने किया। डॉ शर्मा ने भूजल स्तर में हो रही गिरावट तथा उसके समाधान के लिए वैज्ञानिक पक्ष रखा।
इस अवसर पर श्री परवीन गोयल, श्री प्रदीप गोस्वामी, डॉ शिवकुमार चौहान, डाॅ. लता शर्मा, डॉ अमिता मल्होत्रा, डॉ महिमा नागयान, कार्यालय अधीक्षक मोहन चन्द्र पाण्डेय, आलोक शर्मा, अनन्या भटनागर, मधुर अनेजा, भावेश, जॉनी कश्यप आदि छात्र छात्राऐं उपस्थित रहे।
सभी कर्मचारियो शिक्षको व छात्रो को निर्धािर्रत नियमों का पालन करना चाहिए किशन नाथ
हरिद्वार (कुलभूषण) गुरुकुल कांगड़ी सम विश्वविद्यालय के आई क्यू ए सी सैल द्वारा गुरुकुल कांगड़ी समविश्वविद्यालय कोड ऑफ कंडक्ट विषय पर वार्षिक जागरूकता कार्यक्रम का आयोजन किया गया। कार्यक्रम में मुख्य वक्ता के रूप में कार्यक्रम को सम्बोधित करते हुए उत्तराखंड सरकार में एडीशनल सेक्रेटरी रहे किशन नाथ ने कहा कि किसी भी संगठन की अपनी प्रकृति होती है उसी के अनुरूप नियम एवं उपनियम होते हैं। उन्हीं के द्वारा वह संस्थान परिभाषित होता है। गुरुकुल काँगड़ी की स्थापना आदर्श मूल्यों एवं संस्कृति पर आधारित होने के साथ.साथ यह नए भारत में गुरुकुल शिक्षा प्रणाली प्रारंभकर्ता भी है। अतः यह देश और दुनिया के शिक्षण संस्थानों के लिए आदर्श भी है। साथ ही प्रत्येक संस्थान के कोड ऑफ कंडक्ट के अन्तर्गत इमानदारी शुचिता और सत्यनिष्ठा ये तीन स्तम्भ महत्वपूर्ण होते हैं। इन्हीं के अनुपालन से संस्थान उन्नति की ओर अग्रसर होता है। जिन संस्थानों में ये तीनों इमानदारी शुचिता और सत्यनिष्ठा का पालन किया जाएगा वह संस्थान समाज में प्रतिष्ठित हो जाएगा।
हमें इस विश्वविद्यालय के अंग होने के नाते इस प्रकार व्यवहार करना है कि जिससे किसी को किसी प्रकार की असहजता असुविधा न हो। हम संस्थान के लिए इस प्रकार बनें कि सब कोई हम पर गर्व करने वाले हों न कि संस्थान हमारे द्वारा किए गए कृत्यों से लज्जित हो। अतः विश्वविद्यालय द्वारा निर्मित कोड ऑफ कंडक्ट का पालन करना प्रत्येक शिक्षक कर्मचारी एवं विद्यार्थी का उत्तरदायित्व है।
इस अवसर पर आई क्यू ए सी के निदेशक प्रो विवेक कुमार ने कहा कि गुरुकुल कांगड़ी सम विश्वविद्यालय के कोड ऑफ कंडक्ट के तहत सभी शिक्षकों कर्मचारियोंए अधिकारियों एवं विद्यार्थीयो को आचरण करके उत्कृष्टतम स्थिति उत्पन्न करनी है। हम यूजीसी एवं भारत सरकार के नियमों के अनुरूप नियमों का पालन करते हुए विश्वविद्यालय की उन्नति में अपनी भागीदारी निभा सकते हैं। उन्होने कहा कि शिक्षकों कर्मचारियों अधिकारियों एवं विद्यार्थीयो के व्यवहार उनके आचरण की परिपक्वता एवं कर्तव्यनिष्ठा से जुड़ी है। हम नियमों के अनुरूप आचरण करके व्यक्तिगत एवं संस्थागत हितों को कई गुना वृद्धि कर सकते हैं।
कार्यक्रम का संचालन डॉ ऊधम सिंह ने किया। इस अवसर पर प्रोण् कर्मजीत भाटिया प्रोण् एल पी पुरोहित प्रोण् नमिता जोशी प्रोण् मुकेश कुमार डॉ कृष्ण कुमार डॉ अजय मलिक डॉ शिवकुमार डॉ पंकज कौशिक कुलभूषण शर्मा पंकज कुमार अंकित कुमार सुशील रौतेला रजनीश भारद्वाज डा रोशनलाल डा महेन्द्र असवाल डा विपूल शर्मा डा मयंक अग्रवाल डा हरेन्द्र सहित विभिन्न शिक्षक व शिक्षकेत्तर कर्मचारी उपस्थित रहे।
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