तूफान तौकते धीरे-धीरे ताकतवर होता जा रहा है। कर्नाटक में पिछले 24 घंटों के दौरान इस चक्रवात के कारण हुई भारी बारिश और तेज हवाओं के कारण तटीय और मध्य कर्नाटक में अलग-अलग घटनाओं में चार लोगों की मौत हो गई और 73 गांव प्रभावित हुए हैं। सैकड़ों घर क्षतिग्रस्त हो चुके हैं। प्रभावित इलाकों से सैकड़ों लोगों को भी निकाला गया है। वहीं, गोवा में चक्रवातीय तूफान के कारण सामान्य जनजीवन अस्त-व्यस्त हो गया है। तेज हवाएं और भारी बारिश से बिजली के तार टूट कर गिर गये और खंभे उखड़ गए, जिसके कारण कई इलाकों में बिजली गुल हो गयी, कई पेड़ उखड़ गए जिनके नीचे दबकर एक व्यक्ति की मौत हो गई।
गोवा में चक्रवाती तूफान तौकते के कारण भारी बारिश और पेड़ के टूट कर गिरने एक व्यक्ति की मौत हो गयी। बताया जा रहा है कि पीड़ित शीतल पाटिल (34) ने अंजुना में एक नारियल के पेड़ गिरने से घायल हो गयी थी, जिनकी बाद में मृत्यु हो गयी। राज्य के ऊर्जा मंत्री नीलेश काबराल ने बताया कि राज्य के कई इलाकों में तेज हवाओं के चलने से बिजली की लाइनें टूट गयी है, जिसके कारण बिजली गुल हो गयी है।
कर्नाटक से लेकर गुजरात तक चक्रवात के कहर के बीच गृहमंत्री अमित शाह ने खुद आपदा नियंत्रण की कमान संभाली है। शाह ने रविवार दोपहर महाराष्ट्र, गुजरात समेत कई प्रदेशों के अधिकारियों और मुख्यमंत्रियों के साथ बैठक कर हालात की समीक्षा की है। गृहमंत्री अमित शाह ने वर्चुअल बैठक में सभी राज्यों को हर संभव मदद देने का भरोसा दिया है। इसके अलावा यह भी बताया है कि एनडीआरएफ की अतिरिक्त टीमों को भी जरूरत पड़ने पर भेजा जा सकता है।
एनडीआरएफ ने तूफान के कारण उपजे हालातों के बीच राहत कार्य के लिए 79 टीमों को स्टैंड बाय पोजिशन पर रखा गया है। इसके अलावा 22 अतिरिक्त टीमों का इंतजाम भी किया गया है। एनडीआरएफ के अलावा सेना, नौसेना और तटरक्षक बलों की टीम को भी पानी के जहाजों और एयरक्राफ्ट्स के साथ राहत कार्यों में लगाया गया है।
भारतीय मौसम विज्ञान विभाग ने कहा है कि चक्रवात तौकते “बहुत भीषण चक्रवाती तूफान” में बदल गया है। इसके 17 मई की शाम को गुजरात तट पर पहुंचने और 18 मई की सुबह के आसपास पोरबंदर और महुवा के बीच इसे पार करने की बहुत संभावना है। इस दौरान 100 से 175 किलो मीटर प्रति घंटा की रफ्तार से हवा चलने के आसार हैं।
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