देहरादून, उत्त्तराखण्ड में अगले साल 2022 के प्रारंभ में विधान सभा चुनाव होने हैं और सत्तारूढ़ भाजपा हर हाल में दौबारा सत्ता पाने के लिये जबरदस्त तैयारी म है | इसी के मध्ये नजर राज्य विधानसभा चुनाव का बिगुल फूंकने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी 4 दिसंबर को देहरादून आ रहे हैं, इस दौरान वे 30 हजार करोड़ की योजनाओं का शिलान्यास व लोकार्पण करेंगे। सीएम धामी ने मोदी की चुनावी रैली के बाबत यह बात कही। आज सुबह मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी, प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की प्रस्तावित रैली की तैयारियों का जायजा लेने परेड ग्राउंड पहुँचे। मुख्यमंत्री ने जिला प्रशासन को समय से सभी व्यवस्थाओं को पूरा करने के निर्देश दिए। मुख्यमंत्री ने कहा कि प्रधानमंत्री जी द्वारा 30 हज़ार करोड़ रूपए की योजनाओं का लोकार्पण एवं शिलान्यास किया जाएगा।
विधानसभा चुनाव में फिर से सत्ता हासिल करने में जुटी भाजपा सिर्फ और सिर्फ पीएम मोदी के सहारे ही टिकी दिख रही है। पार्टी को उम्मीद है कि 2017 की तरह एक बार फिर मोदी लहर के सहारे जनता का विश्वास जीत लेगी। 4 दिसंबर को देहरादून रैली के बाद कुमाऊं के हल्द्वानी में भी मोदी की चुनावी रैली आहूत की जाएगी। इस दौरान कैबिनेट मंत्री डॉ. धन सिंह रावत, भाजपा संगठन महामंत्री अजय कुमार, प्रदेश अध्यक्ष मदन कौशिक, आईजी इंटेलीजेंस संजय गुंज्याल, जिलाधिकारी डॉ. आर राजेश कुमार, एसएसपी जन्मेजय खंडूरी व अन्य विभागों के अधिकारी मौजूद रहे।
पीएम मोदी की जनसभा में हरिद्वार, देहरादून और उसके आसपास के इलाकों से करीब एक लाख लोगों की भीड़ जुटाई का लक्ष्य भाजपा ने रखा है। पार्टी ने प्रदेश महामंत्री कुलदीप कुमार को देहरादून, राजेंद्र भंडारी को हरिद्वार और सुरेश भट्ट को गढ़वाल और उसके आसपास के जिलों की जिम्मेदारी सौंपी है।
चार दिसंबर विरोध रैली निकालेंगे तीर्थ पुरोहित
दूसरी तरफ पीएम की रैली का तीर्थ पुरोहित विरोध करने का मन बना चुके हैं, जबकि देवस्थानम बोर्ड को लेकर सरकार की ओर से गठित उच्च स्तरीय समिति ने अंतिम रिपोर्ट सरकार को सौंप दी है। वहीं, चारधाम तीर्थ पुरोहित हकहकूकधारी महापंचायत ने आंदोलन को तेज करने की रणनीति बनाएगी। इसके लिए सभी साधु संत समाज, धार्मिक संगठनों के साथ ही देवस्थानम बोर्ड के विरोध का समर्थन कर रहे राजनीतिक दलों को रैली में आमंत्रित किया जा रहा है।
महापंचायत के प्रवक्ता डॉ. बृजेश सती ने बताया कि तीन दिसंबर को गुप्तकाशी में केदार सभा के आह्वान पर चारधामों के तीर्थ पुरोहित, हकहकूकधारी विशाल रैली निकालेंगे। इसके अलावा चार दिसंबर को दून में विरोध रैली निकाली जाएगी। महापंचायत का कहना है कि सरकार ने पहले देवस्थानम बोर्ड को भंग करने की मांग पर मनोहर कांत ध्यानी की अध्यक्षता में उच्च स्तरीय समिति का गठन किया, अब समिति ने अपनी अंतिम रिपोर्ट भी मुख्यमंत्री को सौंप दी है। इस रिपोर्ट का परीक्षण करने के लिए सरकार ने फिर एक सब कमेटी का गठन किया है। इससे साफ है कि सरकार बार-बार कमेटी बनाकर मामले को उलझाने का काम कर रही है। यदि सरकार की मंशा बोर्ड को भंग करने की है तो प्रस्ताव पारित कर तत्काल बोर्ड भंग कर चारधामों के तीर्थ पुरोहितों की भावनाओं का सम्मान करना चाहिए।
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