Sunday, November 10, 2024
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होटल एसोसिशन गंगोत्री धाम की कार्यकारणी गठित, अनिल अध्यक्ष और निखिलेश सचिव बने

उत्तरकाशी, गंगोत्री धाम में होटल एसोसिएशन का गठन किया गया है। होटल एसोसिएशन श्री गंगोत्री धाम के अनिल नौटियाल अध्यक्ष और निखिलेश सेमवाल को सचिव निर्वाचित किया गया है। श्री पांच गंगोत्री मंदिर समिति के सचिव और चार धाम ततीर्थ पुरोहित महापंचायत के अध्यक्ष सुरेश सेमवाल और श्री गंगोत्री के पुरोहित महासभा के अध्यक्ष संजीव सेमवाल की अध्यक्षता में गंगोत्री धाम में गंगोत्री होटल एसोसिएशन का गठन किया गया। सभी पदों पर निर्विरोध निर्वाचन हुआ है।
अध्यक्ष और सचिव के अलावा कोषाध्यक्ष, जय किशन सेमवाल,उपाध्यक्ष: अवधेश सेमवाल, सुमन सेमवाल, मीडिया प्रभारी सतेंद्र सेमवाल, संयोजक रजनीकांत सेमवाल, विनीत सेमवाल, सह सचिव: शुभम सेमवाल , ईशान सेमवाल, सलाहकार: विकास सेमवाल, संजय सेमवाल, अखिलेश सेमवाल चुने गए ।
होटल एसोसिएशन गंगोत्री धाम के प्रवक्ता सतेंद्र सेमवाल ने बताया कि होटल एसोसिएशन के सभी निर्वाचित पदाधिकारियों को गंगोत्री मंदिर समिति, तीर्थ पुरोहित महासभा एवं समस्त पुरोहित समाज द्वारा बधाई दी गई।

 

बेरोजगारों के धरने में एकता विहार पहुंचे कांग्रेसी नेता धस्माना

देहरादून, राजधानी के एकता विहार सहस्त्रधारा रोड में चल रहे बेरोजगार संघ के अनशन, धरना, प्रदर्शन कार्यक्रम में प्रदेश कांग्रेस का समर्थन देने आज उत्तराखंड प्रदेश कांग्रेस कमेटी के वरिष्ठ उपाध्यक्ष सूर्यकांत धस्माना धरना स्थल पर पहुंचे, बेरोजगारों के साथ एक घंटा धरने पर बैठ कर उनकी मांगों को कांग्रेस पार्टी की ओर से पूर्ण समर्थन देने की घोषणा की।
धरने और अनशन पर बैठे बेरोजगार संघ के पदाधिकारियों को संबोधित करते हुए उन्होंने कहा कि वे बेरोजगारों की सारी मांगों से पूर्ण रूप से सहमत हैं और प्रदेश सरकार से मांग करते हैं कि राज्य में तत्काल पुलिस और फॉरेस्ट गार्ड की भर्तियां शुरू की जाएं। उन्होंने कहा कि उत्तराखंड में आज पुलिस थाने व चौकियां खाली पड़ी हैं, प्रदेश में अपराध लगातार बढ़ रहे हैं। उन्होंने कहा कि प्रदेश में पिछले आठ सालों से पुलिस के सिपाहियों की भर्ती नहीं हुई है और प्रदेश भर में सिपाहियों, हैड कांस्टेबल व दरोगाओं के चालीस प्रतिशत स्वीकृत पद खाली पड़े हैं I जिसके कारण राज्य भर में अधिकांश पुलिस थानों, चौकियों में स्वीकृत तैनाती के सापेक्ष चालीस से पचास प्रतिशत कम फोर्स तैनात है I अगर किसी शहर में कोई बड़ा राजनैतिक सामाजिक या धार्मिक आयोजन होता है तो जिले के सारे थाने खाली हो जाते हैं और नतीजा यह होता है कि राष्ट्रपति व उप राष्ट्रपति के आगमन पर देहरादून और हरिद्वार में दिन दहाड़े डकैतियां पड़ जाती हैं क्योंकि अधिकांश पुलिस फोर्स वीआईपी ड्यूटी में तैनात होती है और अराधियों को अपराध करने का पूरा मौका मिल जाता है।
धस्माना ने कहा कि राज्य सरकार को प्रदेश में तत्काल पुलिस भर्ती खोलनी चाहिए, क्योंकि आठ सालों से पुलिस भर्ती नहीं खुली, जिससे आठ साल पूर्व जो अभ्यर्थी पुलिस में जाने योग्य आयु का था वो अब ओवर ऐज हो गया है तो उसे एक अवसर मिले I इसके लिए कम से कम चार साल की आयु में छूट मिलनी चाहिए। धस्माना ने कहा कि फॉरेस्ट गार्ड की भर्ती भी लंबे समय से लटकी पड़ी है उसको भी सरकार को खोलना चाहिए I कांग्रेस नेता ने कहा कि ऊर्जा निगम में जेई के ढाई सौ पद व टीजी 2 के बारह सौ पद खाली पड़े हैं, किंतु उनको सरकार ने फ्रीज कर रखा है और आउट सोर्सिंग के माध्यम से उनमें काम लिया जा रहा है जो राज्य के बेरोजगारों के साथ घोर अन्याय है। कहा कि वे इस संबंध में शीघ्र ही मुख्य सचिव व मुख्यमंत्री को ज्ञापन सौंप कर मांग करेंगे और अगर सरकार नहीं मानी तो कांग्रेस इन मुद्दों पर सड़क से सदन तक लड़ाई लड़ेगी I
धस्माना ने कहा कि प्रदेश के बेरोजगार नौजवानों को भाजपा सरकार की युवा विरोधी और बेरोजगार विरोधी मानसिकता को समझना चाहिए। उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री हों या भाजपा प्रदेश अध्यक्ष वे हर रोज डैमोग्राफी और यूसीसी की माला जपते मिलेंगे, किंतु राज्य में चरम पर बेरोजगारी, महिलाओं के खिलाफ हो रही हिंसा, महंगाई पर कभी कुछ बोलते नहीं मिलेंगे, क्योंकि उनको इन मुद्दों से कोई लेना देना नही है और इनसे ध्यान भटकाने के लिए बेमतलब के यूसीसी और डैमोग्राफी बदल गई की रट लगाते मिलेंगे।
धस्माना ने कहा कि प्रदेश के नागरिक अब इनकी चाल को समझने लगे हैं और आने वाले समय में इनको सबक अवश्य सिखाएंगे। धरने में उत्तराखंड बेरोजगार संघ के उपाध्यक्ष राम कंडवाल, प्रदेश संयोजक जे पी ध्यानी, सह संयोजक सुशील कैलुरा, सदस्य कार्यकारणी बिट्टू वर्मा, सचिन पुरोहित, विनोद तोमर,नितिन तोमर, अनिल चौहान, दीपक मेहरा, नवीन चौहान, सुमित, आदर्श सूद, निहाल सिंह आदि बेरोजगार युवा उपस्थित रहे।

 

राष्ट्र के उन्नयन में सहायक सिद्ध होगा ‘लोकमन्थन’ का विशाल आयोजन : प्रो. दामोदर

“प्रज्ञा प्रवाह के अखिल भारतीय कार्यकारिणी सदस्य ने कार्यक्रम के संबंध में मीडिया को दी जानकारी”

देहरादून (एल मोहन लखेड़ा), प्रज्ञा प्रवाह के अखिल भारतीय कार्यकारिणी सदस्य प्रोफेसर सदानंद दामोदर ने कहा कि लोकमंथन के नाम से हैदराबाद के भाग्य नगर में आगामी 21 से 24 नवंबर तक एक विशाल पैमाने पर विचार मंथन राष्ट्र की संस्कृति को लेकर आयोजित किया जा रहा है, जो कि गहरी वैचारिक की वजह से हमारे राष्ट्र के उन्नयन में निश्चित रूप से सहायक साबित होगा I
आज यहां उत्तरांचल प्रेस क्लब में पत्रकारों को जानकारी देते हुए प्रोफेसर सदानंद दामोदर ने बताया कि प्रज्ञा प्रवाह एक अखिल भारतीय मंच है जो भारत की सांस्कृतिक और बौद्धिक विरासत की गहरी समझ और प्रशंसा को बढ़ावा देने के लिए काम करता है। यह मंच भारतीय संस्कृति के विभिन्न पहलुओं, जिसमें दर्शन, कला, साहित्य, अध्यात्म और सामाजिक विज्ञान शामिल हैं, से जुड़ा हुआ है I उन्होंने बताया कि इसका उद्देश्य विद्वानों, बुद्धिजीवियों और उत्साही लोगों के लिए इन विषयों का पता लगाने और चर्चा करने के लिए एक मंच के रूप में काम करना है। इसकी स्थापना वर्ष 1987 की शुरुआत में हुई थी। प्रज्ञा प्रवाह विभिन्न राज्य स्तरीय संगठनों के माध्यम से काम करता है। जिसके प्रत्येक राज्य में अलग-अलग नाम हैं। उत्तराखंड में यह “देवभूमि विचार मंच” के नाम से संगठित है। वैचारिक शास्त्रार्थ तथा सहमति असहमति की सर्वकालिक स्वीकार्यता तथा सह अस्तित्व पर विश्व की प्राचीनतम संस्कृति, प्राचीनतम सभ्यता, प्राचीनतम राष्ट्र और प्राचीनतम भाषा होना हमारे आत्म गौरव तथा आत्म स्वाभिमान का स्वाभाविक प्रस्थान बिंदु है। भारत की ज्ञान परंपरा विषय, अनुशासन, अध्ययन पद्धतियों आदि विभेदों को सर्वथा सम्मान प्रदान करते हुए मानव मात्र के कल्याण को ही परमधाम मानती है।
उन्होंने पत्रकारों को यह भी जानकारी दी कि लोक मंथन, प्रज्ञा प्रवाह द्वारा दो वर्ष में किया जाने वाला एक ऐसा ही अखिल भारतीय आयोजन है, जिसमे विश्व भर से आये बुद्धिजीवियों, चिन्तकों, मनीषियों, अध्येताओं द्वारा परस्पर विचार-विमर्श से भारत के साथ विश्व को भी नया दृष्टिकोण मिलेगा। समता, संवेदनात्मकता, प्रगति, सामाजिक न्याय, सौहार्द और सद्भाव की आकांक्षा राष्ट्रीयता के मूलमंत्र है। इसी भावना के साथ सामाजिक बदलाव और समाज का विकास इस राष्ट्रीय विमर्श का जो मूल उद्देश्य है, वह साकार रूप में आकर पूर्णतः सिद्ध होगा। प्रोफेसर दामोदर ने बताया कि वस्तुतः चेतना का विस्तार ही भारत का लक्ष्य है और इसके लिए भारत बार-बार विमर्श का आह्वाहन करता रहा है। इस बार यह विमर्श एक विशद् रूप में लोकमंथन के नाम से 21 से 24 नवंबर तक भाग्यनगर, हैदराबाद में आयोजित किया जा रहा है। यह तीन दिवसीय विमर्श गहरी वैचारिकता की वजह से हमारे राष्ट्र के उन्नयन में सहायक सिद्ध होगा। लोकमंथन 24 का आयोजन “लोक अवलोकन” थीम पर आधारित है जिसके अंतर्गत लोकविचार, लोक व्यवहार तथा लोक व्यवस्था से सम्बंधित विषयों पर चिंतन मंथन किया जायेगा। इसके अलावा सामाजिक समरसता, परिवार प्रबोधन, पर्यावरण संरक्षण, स्वदेशी आचरण तथा नागरिक कर्तव्य आदि विषय लोकमंथन 24 के केंद्र में रहेंगे। भाग्यनगर में आयोजित किया जाने वाला लोकमंथन 2024 प्रज्ञा प्रवाह का चौथा संस्करण है, प्रथम संस्करण वर्ष 2016, भोपाल में दूसरा वर्ष 2018, रांची में 2022, गुवाहाटी, असम में आयोजित किया गया था। तथा तीसरा इस आयोजन में विचार मंथन के अलावा लोक परम्परा, कला, साहित्य, लोक संस्कृति, लोक नृत्य व स्थानीय लोक व्यंजन की भी प्रदर्शनी आयोजित की जाएगी। लोक मंथन 2024 का उद्घाटन भारत की राष्ट्रपति द्रोपदी मुर्मू जी के करकमलों द्वारा किया जायेगा।
इन लोक मंथन में उत्तराखंड के उत्तराकाशी जिले के सिल्कीयारा सुरंग प्रकारण पर एक डॉक्यूमेंट्री भी प्रदर्शित की जाएगी जहाँ जब विश्व की सारी तकनीक असफल हो गयी तब पारम्परिक पद्धति से रैट माइनर्स कहे जाने वाले लोक द्वारा उक्त ऑपरेशन को सफल बनाया गया और सुरंग में फसे मजदूर बाहर निकाले जा सके।
पत्रकार वार्ता में डा. अंजली वर्मा, प्रो. सदानंद दामोदर, पृथ्वीधर काला तथा कुलदीप राणा मौजूद रहे |

 

उत्तराखंड़ जल संस्थान संविदा श्रमिक संघ 39 वें दिन धरना और क्रमिक अनशन के 32 वें दिन भी जारी

देहरादून, उत्तराखंड़ जल संस्थान संविदा श्रमिक संघ संगठन अपनी एक सूत्रीय मांग ठेकेदारी प्रथा समाप्त कर सेवायोजन पोर्टल/अन्य आउटसोर्स एजेन्सी के माध्यम से समायोजित करने को लेकर श्रमिक संगठन का धरना प्रदर्शन गुरुवार को भी जारी रहा l जल भवन में धरने के 39 वें दिन एवं क्रमिक अनशन के 32 वें दिन संगठन की महाप्रबंधक से वार्ता हुई जिसका कोई भी निष्कर्ष नहीं निकल पाया, जिस पर श्रमिक संगठन ने जल संस्थान प्रबंधन एवं सरकार पर उनकी एक सूत्रीय मांग पर सकारात्मक कार्रवाई न होने पर चेतावनी दी है कि अगर इसी प्रकार विभाग और सरकार का रवैया श्रमिकों के प्रति रहा तो श्रमिक संगठन आन्दोलन को और उग्र करने के लिए विवश होगा l संगठन का कहना है कि विवश होकर श्रमिक मुख्यमंत्री आवास घेराव, कार्यालय तालाबन्दी कार्य बहिष्कार आमरण अनशन जैसे कठोर निर्णय लेगा जिसकी सम्पूर्ण जिम्मेदारी विभागीय शासन प्रशासन की होगी l
आज धरना प्रदर्शन में प्रांतीय अध्यक्ष संजय कुमार,,प्रान्तीय महामंत्री मंगलेश लखेड़ा,प्रान्तीय उपाध्यक्ष बलवीर पयाल, गढ़वाल मण्डल अध्यक्ष चन्द्र मोहन खत्री, गढ़वाल मण्डल उपाध्यक्ष रुपेश नेगी, मण्डल कोषाध्यक्ष आशीष द्धिवेदी, शाखा अध्यक्ष पौड़ी सूरजीत डोबरियाल, शाखा अध्यक्ष कोटद्वार देवकिशोर कण्डवाल,मोहन पुरोहित, मुकेश रावत, नन्द किशोर, विजय कुमार प्रान्तीय संरक्षक के साथ सदस्य पदाधिकारी उपस्थित रहे।

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