शिमला, लगातार चल रही बारिश ने हिमाचल प्रदेश में तबाही ला दी, पूरे प्रदेश में ऑरेंज अलर्ट के बीच भारी बारिश से तबाही का दौर अभी जारी है। राज्य जगह-जगह बादल फटने व भूस्खलन से 20 से अधिक लोगों की मौत हो गई है। जबकी कई लापता है। राज्य आपातकालीन परिचालन केंद्र के अनुसार, आपदा के कारण राज्य में 752 सड़कें बंद हैं।
राजधानी शिमला में कई जगह भूस्खलन हुआ है। भूस्खलन में एक मंदिर ढह गया। इससे आसपास की इमारतों को भी खतरा है। कई लोग फंसे हुए हैं।
जानकारी के मुताबिक, तीन शवों को मलबे से निकाला गया है। मौके पर बचाव अभियान जारी है। सावन के सोमवार की वजह से मंदिर में काफी संख्या में लोग पहुंचे थे। उधर, शिमला के लाल कोठी में भी भूस्खलन से कुछ लोगों के दबने की आशंका है। हिमाचल के सीएम सुखविंदर सिंह सुक्खू ने ट्वीट कर इस घटना पर दुख जताया है।
शिमला के एसपी संजीव कुमार गांधी ने बताया कि भूस्खलन में एक मंदिर ढह गया। इससे आसपास की इमारतों को भी खतरा है। कई लोग फंसे हुए हैं। रेस्क्यू ऑपरेशन जारी है। मौके पर लैंड स्लाइड भी हो रहा है। सावन के सोमवार की वजह से सुबह मंदिर में कई लोग पहुंचे थे।
जानकारी मिली है कि शिव मंदिर में मोंटू पुत्र जयंत, नीरज पुत्र शांति स्वरूप, संजू पुत्र मोहन, हरीश वकील और पवन शर्मा के परिवार के सात लोग दब गए। इनके अलावा, शंकर नेगी, पंडित राजेश समेत कई लोग शामिल हैं।
कांगड़ा जिले में बाथु पुल के पास चलती जीप पर मलबा गिर गया। हादसे में चालक प्रवीण की मौत हो गई है। अखबार लेकर चालक तड़के ऊना जा रहा था।
शिमला के फागली में भी भूस्खलन हुआ है। भूस्खलन की चपेट में एक मकान आ गया। इसमें चार लोगों के शव मिले हैं। अभी कई लोगों के दबे होने की आशंका है। राहत एवं बचाव कार्य चलाया जा रहा है।
बलोह में बादल फटा, एक मकान गिरा, कई क्षतिग्रस्त :
कांगड़ा जिले के थुरल के साथ लगती पंचायत बलोह में बादल फटने से चौधरी बस्ती में एक मकान गिर गया और कई मकान क्षतिग्रस्त हो गए हैं। मकान में रह रहे परिवार के चार सदस्यों को मुश्किल से बाहर निकाल कर थुरल के विश्राम गृह में ठहराया गया है। बादल फटने से पहाड़ी का मलबा पालमपुर सुजानपुर राजमार्ग पर आ गया है जिससे आने जाने वाले राहगीरों को मुश्किलों का सामना करना पड़ रहा है। वहीं सरकार के आदेश अनुसार इस वर्ष 15 अगस्त के उपलक्ष्य पर होने वाले सभी कार्यक्रम स्थगित किए जाएंगे। यह निर्णय मौसम को देखते हुए लिया गया है। पंचायत में केवल झंडा फहराया जाएगा। यह सूचना पंचायत प्रतिनिधियों से मिली है।
पेड़ गिरने से गाड़ियों को क्षति :
मंडी शहर के विश्वकर्मा मंदिर के पास पहाड़ी से भूस्खलन हुआ है। यहां एक बड़ा पेड़ भी गिर गया। वहीं, शिमला के खलीनी में बाइपास पर भूस्खलन हुआ है। पेड़ गिरने से गाड़ियों को भी क्षति पहुंची है।
सोलन के अर्की में मकान गिरा
सोलन के अर्की की बलेरा पंचायत में मकान गिरने से 21 वर्षीय युवती और 15 वर्षीय किशोर की मौत हो गई है।
जिला चंबा के भटियात विधानसभा क्षेत्र की रायपुर पंचायत में एक व्यक्ति मलबे में दब गया है। वहीं, ग्राम पंचायत खरगट और टिकरी पंचायतों के मध्य में स्थित खखरून गांव में गोशाला में बंधी गाय और सड़क के साथ खड़ी की बोलेरो गाड़ी बह गई है। इसके अलावा पंचायत में पिकअप वाहन, स्कूटी, बाइक मलबे में दब गई है। जबकि घर के पास खड़ी की गई गाड़ी पर चील का पेड़ गिर गया है। उपमंडलाधिकारी भटियात पारस अग्रवाल ने बताया कि भारी बारिश से हुए नुकसान का आंकलन लगाने के लिए प्रशासनिक टीम मौके पर रवाना कर दी गई है।
बंबोला में मकान पर भूस्खलन, दो की मौत, पांच के दबने की आशंका :
उधर, मंडी जिले के द्रंग विधानसभा क्षेत्र के इलाका उत्तरशाल की ग्राम पंचायत सेगली के बंबोला में मलबा गिरने से एक रिहायशी मकान चपेट में आ गया। इस दर्दनाक हादसे में दो लोगों की मौके पर मौत हो गई है।, जबकि पांच लोग अभी भी मलबे के नीचे दबे हुए बताए जा रहे हैं । नायब तहसीलदार कटौला हादसे की सूचना मिलते ही गांव को रवाना हो गए हैं। प्रशासन टीम टिहरी से होते हुए बंबोला रवाना हुई। क्लेशधार नामक गांव में हुए दर्दनाक हादसे में क्षतिगस्त मकान तुलसी राम पुत्र कोत राम का बताया जा रहा है। घायलों को निकालने में आसपास के सभी ग्रामीण राहत कार्यों में जुटे हैं। मलबे के नीचे से ओम प्रकाश पुत्र डोले राम, और उसके बेटे कनिक दो वर्ष का शव बरामद हो गया है। पत्नी विजय शांति गंभीर रूप से घायल है।
भूस्खलन की चपेट में आया शिव मंदिर, चार शव निकाले, कई दबे
समाचार एजेंसी पीटीआई के अनुसार, प्रदेश में सोमवार को बारिश के कहर के बीच शिमला में दो भूस्खलन और सोलन में बादल फटने से कम से कम 16 लोगों की मौत हो गई। मुख्यमंत्री सुखविंद्र सिंह सुक्खू ने कहा कि समरहिल इलाके में एक शिव मंदिर ढह गया था और नाभा इलाके में एक अन्य जगह जहां कई घर मिट्टी और कीचड़ के नीचे दब गए है। मलबे से नौ शव निकाले गए हैं। अधिकारियों के मुताबिक अभी कई और लोगों के फंसे होने की आशंका है। उपायुक्त आदित्य नेगी शिमला ने बताया कि दो जगह भूस्खलन में कई लोगों के दबे होने की आशंका है और बचाव अभियान जोरों पर चल रहा है। समरहिल में अब तक चार शव निकाले जा चुके हैं। इनमें तीन बच्चे व एक महिला शामिल है।
भारी बारिश से तबाही का दौर जारी :
हिमाचल प्रदेश में ऑरेंज अलर्ट के बीच भारी बारिश से तबाही का दौर जारी है। राज्य जगह-जगह बादल फटने व भूस्खलन से 20 से अधिक लोगों की मौत हो गई है। जबकी कई लापता है। राज्य आपातकालीन परिचालन केंद्र के अनुसार, आपदा के कारण राज्य में 752 सड़कें बंद हैं।
सोलन में बादल फटने से करीब 16 लोगों की मौत हो गई। मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू ने कहा कि समर हिल इलाके में एक शिव मंदिर ढह गया था और फागली इलाके में एक अन्य जगह जहां कई घर मिट्टी और कीचड़ के नीचे दब गए थे। मलबे से नौ शव निकाले गए हैं। अधिकारियों के मुताबिक अभी कई और लोगों के फंसे होने की आशंका है। सोलन जिले में बादल फटने से एक ही परिवार के सात सदस्यों की मौत हो गई। रविवार रात बादल फटने से सोलन में दो घर बह गए। एक पुलिस अधिकारी ने बताया कि छह लोगों को बचा लिया गया, जबकि जादोन गांव में सात अन्य की मौत हो गई।
मंडी की मझबाड़ पंचायत में बादल फटा :
मंडी की मझबाड़ पंचायत में बादल फटा है। दो आदमी मलबे में दब गए हैं, जबकि यहां कुछ लापता हैं। जिनकी तलाश जारी है। यहां पर भारी बारिश ने तबाही मचाई है। घुमारवीं के तियूनखास तियूड़ी गांव में रात को भूस्खलन हो गया। इसको लेकर लगभग 11 परिवारों के घर खाली करवाए गए हैं।
शिमला शहर में भी भूस्खलन :
अड्डा विला पार्किंग चितकारा पार्क रोड ब्लॉक के पास भूस्खलन हो गया है। शिमला शहर में शोघी-मेहली सड़क अवरुद्ध है। फागली-खलिनी सड़क लालपानी पुल पर बंद है। एडवर्ड स्कूल के पास हिमलैंड-बैम्ब्लो रोड अवरुद्ध है। विकासनगर-छोटा शिमला मार्ग भी बंद हो गया है। सीआईडी कार्यालय पर विकासनगर-पंथघाटी मार्ग अवरुद्ध हो गया है। टूटीकंडी से आईएसबीटी सड़क द्विभाजन पर अवरुद्ध है।
धर्मशाला शिमला रोड अभी तक दगसेच के पास बंद :
इसके अलावा, सोलग के पास दाड़ला मोड़ से बैरी रोड बंद हो गया है। रविवार को ट्रैफिक दाड़ला मोड़ से नवगांव बैरी बरमाना घागस डायवर्ट किया था। अब नवगांव बैरी सड़क भी सोलग के पास बंद है। लहासा गिरने से मार्ग बाधित हुआ है। वाहन चालकों को खारसी से जब्बलपुल लिंक रोड से घागस पहुंचना पड़ेगा। धर्मशाला शिमला रोड अभी तक दगसेच के पास बंद है। घुमारवीं विधानसभा के तलवाड़ा के ढटोह गांव में बड़ा भूस्खलन हुआ है। प्रशासन ने कुछ घर खाली कराए हैं। बड़सर विधानसभा क्षेत्र के ब्याड के पास एक कार पानी के तेज बहाव की चपेट में आई। गाड़ी में सवार तीन लोगों में से दो को पुलिस टीम ने रेस्क्यू किया। ड्राइवर तेज बहाव में बह गया। उसको ढूंढने के प्रयास लगातार जारी हैं। बताया जा रहा है कि पानी के तेज बहाव में गाड़ी के फंसने के बाद ड्राइवर गाड़ी की छत पर चढ़ गया था। जहां से फिसलने के बाद पानी के तेज बहाव में बह गया। स्थिति का जायजा लेने के लिए बड़सर के विधायक इंद्रदत्त लखनपाल मौके पर पहुंच गए हैं।
Recent Comments