नई दिल्ली. कोरोना वायरस महामारी के दौर में केंद्र की नरेंद्र मोदी सरकार (Modi Government) ने सरकारी कर्मचारियों को फिर खुशखबरी दी है. इस बार अच्छी खबर सार्वजनिक क्षेत्र के बैंकों के कर्मचारियों (PSU Banks Employees) के लिए आई है. दरअसल, केंद्रीय कर्मचारियों के बाद अब सरकार ने सार्वजनिक क्षेत्र के बैंकों के 8 लाख से ज्यादा कर्मचारियो का महंगाई भत्ता (Dearness Allowance) बढ़ा दिया है. सरकारी बैंक के कर्मचारियों को बढ़ा हुआ डीए अगस्त महीने की सैलरी में जुड़कर (Salary Hike) मिलेगा. केंद्र ने उनके डीए में 2.10 फीसदी का इजाफा (DA Hike) किया है.
किन 3 महीनों के लिए की गई है बढ़ोतरी
सार्वजनिक क्षेत्र के कर्मचारियों का महंगाई भत्ता अगस्त, सितंबर, अक्टूबर 2021 के लिए बढ़ाया गया है. दूसरे शब्दों में समझें तो डीएम में यह बढ़ोतरी सिर्फ 3 महीने के लिए है. इसे ऑल इंडिया एवरेज कंज्यूमर प्राइस इंडेक्स (AIACPI) के आंकड़ों के आधार पर तय किया गया है. आइए समझते हैं कि सार्वजनिक क्षेत्र में काम करने वाले लोगों के महंगाई भत्ते की गणना कैसे की जाती है.
महंगाई भत्ता फीसदी = (बीते 3 महीनों के उपभोक्ता मूल्य सूचकांक का औसत (बेस ईयर 2001=100)-126.33)x100
अलग कैटेगरी के कर्मियों का वेतन अलग
सरकारी बैंक कर्मचारियों की सैलरी अलग-अलग कैटेगरी में होती है. इनमें बैंक के प्रोबैशनरी ऑफिसर (Probationary Officer) की सैलरी 40 से 42 हजार रुपये प्रति महीना होती है. इसमें बेसिक 27,620 रुपये है. इस पर डीए में 2.10 फीसदी की बढ़ोतरी हुई है. पीओ के लिए सर्विस हिस्ट्री के नियमानुसार पूरी सर्विस के दौरान 4 इंक्रीमेंट दिए जाते हैं. प्रमोशन के बाद अधिकतम बेसिक सैलरी 42,020 रुपये होता है. इंडियन बैंक्स एसोसिएशन (IBA) के मुताबिक मई, जून और जुलाई 2021 के लिए डीए का आंकड़ा 367 स्लैब था. अगस्त से अक्टूबर के लिए इसमें 30 स्लैब की बढ़ोतरी हुई है।. इस आधार पर अब इनका डीए बढ़कर 27.79 फीसदी हो गया है. पहले महंगाई भत्ता 25.69 फीसदी था.
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