Friday, November 15, 2024
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जी-20 की अध्यक्षता भारत के लिए एक राजनयिक अवसर नहीं, बल्कि यह एक जिम्मेदारी है : सीएम

‘सीएम ने कहा कि ‘वसुधैव कुटुंबकम’ के मंत्र के जरिए विश्व बंधुत्व की भावना को हम सदियों से जीते आए हैं तथा हमारी प्राचीन संस्कृति का यह विचार इस लोगो और थीम में प्रतिबिंबित होता है।’

‘भारतीय प्रौद्योगिकी संस्थान रूड़की में थिंक इण्डिया के सहयोग से आयोजित हुआ ’’जी-20 इम्पैक्ट समिट : अनशीलिंग द पोटेंशियल’’ कार्यक्रम’

रूड़की, भारतीय प्रौद्योगिकी संस्थान रूड़की में थिंक इण्डिया के सहयोग से आयोजित ’’जी-20 इम्पैक्ट समिटः अनशीलिंग द पोटेंशियल’’ कार्यक्रम में मुख्यमंत्री धामी ने प्रतिभाग किया। बुधवार को आयोजित कार्यक्रम में उन्होंने कहा कि जी-20 की अध्यक्षता भारत के लिए एक राजनयिक अवसर नहीं, बल्कि यह एक जिम्मेदारी है, जो विश्व के भारत पर भरोसे का एक पैमाना है। उन्होंने कहा कि जी-20 ऐसे देशों का समूह है, जिनका आर्थिक सामर्थ्य विश्व की 85 प्रतिशत जीडीपी का तथा विश्व के 75 प्रतिशत व्यापार का प्रतिनिधित्व करते हैं, जिसमें विश्व की दो-तिहाई जनसंख्या समाहित है, जो आजादी के अमृतकाल में हमारे लिये गर्व की बात है।

मुख्यमंत्री ने कहा कि इस वर्ष के जी-20 की थीम वन अर्थ, वन फैमिली, वन फ्यूचर है, जो मूल रूप से भारतीय संस्कृति द्वारा विश्व को दिए गए सिद्धांत वसुधैव कुटुंबकम पर आधारित है, जिसका अर्थ है समस्त विश्व एक परिवार है। जी-20 के लोगो का उल्लेख करते हुये मुख्यमंत्री ने कहा कि जी-20 का यह लोगो केवल एक प्रतीक चिन्ह नहीं बल्कि एक संदेश है, एक भावना है, जो हमारी रगो में है, यह एक संकल्प है, जो हमारी सोच में शामिल है। उन्होंने कहा कि ‘वसुधैव कुटुंबकम’ के मंत्र के जरिए विश्व बंधुत्व की भावना को हम सदियों से जीते आए हैं तथा हमारी प्राचीन संस्कृति का यह विचार इस लोगो और थीम में प्रतिबिंबित होता है। उन्होंने कहा कि इस लोगो में कमल का फूल, भारत की पौराणिक धरोहर, हमारी आस्था, हमारी बौद्धिकता, को चित्रित करता है तथा भारत की सांस्कृतिक धरोहर का प्रतिनिधित्व करता है।

मुख्यमंत्री ने जी-20 के उद्देश्यों पर प्रकाश डालते हुये कहा कि इसका उद्देश्य विविधता का सम्मान करते हुए दुनिया को एक मंच पर लाना है। उन्होंने कहा कि आज विश्व के लोगों को भारत को जानने, समझने की उत्कट जिज्ञासा है। वे हमारी सांस्कृतिक धरोहरों का अध्ययन, वर्तमान की सफलताओं का आकलन तथा हमारे भविष्य को लेकर अभूतपूर्व आशाएं प्रकट कर रहे हैं। ऐसे में हम सभी की जिम्मेदारी है कि हम इन अपेक्षाओं से आगे बढ़कर दुनिया को भारत की क्षमताओं, दर्शन, सामाजिक और बौद्धिक ताकत से परिचित कराएं।

मुख्यमंत्री ने कहा कि जी-20 की तीनों बैठकों में उन्होंने बहुत कुछ सीखा, जहां पहली बैठक में उन्हें विश्व के महान वैज्ञानिकों से मिलने का मौका मिला वहीं इंफ्रास्ट्रक्चर वर्किंग ग्रुप की बैठक में अन्य विषयों के अलावा उन्होंने जाना कि किस प्रकार जापान ने भूकंपरोधी भवन बनाने की ऐसी तकनीक का विकास किया है, जो आपदा के समय में भी जापान के लोगो व मकानों को सुरक्षित रखती है, यह भारत और विशेष रूप से उत्तराखंड के लिए उपयोगी है। उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी के डायनामिक लीडरशिप में आज भारत एक मजबूत अर्थव्यवस्था, नालेज बेस्ड इकोनॉमी, समृद्ध लोकतंत्र, वैश्विक मंच पर शांतिदूत तथा मानवता के प्रयासों में अग्रदूत के रूप में स्थापित हो रहा है।

मुख्यमंत्री ने कहा कि प्रधानमंत्री के कुशल नेतृत्व में भारत आज विश्व की पांचवी आर्थिक शक्ति बन गया है। उन्होंने कहा कि आज पूरा विश्व भारत को समृद्ध, शक्तिशाली तथा आर्थिक रूप से मजबूत नये नजरिये के रूप में देख रहा है। चाहे वह रूस-यक्रेन युद्ध में अप्रवासी भारतीयों को सकुशल वापस लाने की बात हो, कोराना काल में विश्व के अनेक देशों को वैक्सीन उपलब्ध कराने की बात हो, हर क्षेत्र में आज भारत अग्रणी की भूमिका निभा रहा है।
मुख्यमंत्री ने कहा कि प्रधानमंत्री के नेतृत्व में आज भारत बुनियादी ढांचे के विकास पर ध्यान केंद्रित कर रहा है। उन्होंने प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी का आभार व्यक्त करते हुये कहा कि उन्होंने उत्तराखण्ड राज्य को जी-20 की तीन बैठकों का आयोजन करने का अवसर प्रदान किया तथा इस महत्त्वपूर्ण दायित्व को हमने अच्छी तरह निभाया। उन्होंने कहा कि जी-20 की तीन बैठकों के माध्यम से हमने देवभूमि से ’अतिथि देवों भव’ का संदेश दिया। उन्होंने कहा कि मैं खुद जब जी-20 की बैठकों में विभिन्न देशों के डेलीगेटस से मिला और मैंने जब उनका भारत के प्रति प्रेम देखा तो वे पल मेरे लिए अविस्मरणीय थे।

आई.आई.टी. रूड़की का उल्लेख करते हुये मुख्यमंत्री ने कहा कि यह संस्थान 176 वर्षों से भारतीय शिक्षा के क्षेत्र में देश को गौरवान्वित करता आ रहा है तथा यहां से अध्ययन करने वाले अनेकों विद्यार्थी आज देश व विदेश के अनेकों महत्वपूर्ण पदों पर अपनी सेवाएं देते हुये अपने ज्ञान एवम् कुशलता से देश का नाम रोशन कर रहे हैं तथा शोध के क्षेत्र में भी महत्वपूर्ण भूमिका का निर्वहन कर रहे हैं।

श्री पुष्कर सिंह धामी ने कार्यक्रम में विद्यार्थियों का आह्वान किया कि उनके सामने अनेकों अवसर व चुनौतियां हैं तथा जो चुनौतियां हैं, उन्हें परिश्रम से, अवसर में, बदलने में उन्हें निश्चित रूप से सफलता मिलेगी।

’’जी-20 इम्पैक्ट समिट अनशीलिंग द पोटेंशियल’’ कार्यक्रम को निदेशक भारतीय प्रौद्यागिकी संस्थान रूड़की प्रो0 के0के0 पन्त, प्रो0 एय0एच0 उपाध्याय, श्री सार्थक पाण्डया ने भी सम्बोधित करते हुये इस पर विस्तृत प्रकाश डाला।

इस अवसर पर विधायक श्री प्रदीप बत्रा, जिला पंचायत अध्यक्ष श्री किरण चौधरी, भाजपा जिला अध्यक्ष रूड़की श्री शोभाराम प्रजापति, जिलाधिकारी श्री धीराज सिंह गर्ब्याल, वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक श्री अजय सिंह सहित सम्बन्धित पदाधिकारी एवं अधिकारीगण उपस्थित थे।

 

स्वामी विवेकानंद फाउंडेशन ने आयोजित किया डिजिटल शिक्षा व जागरूकता कार्यक्रम

देहरादून, स्वामी विवेकानंद फाउंडेशन शिक्षा क्षेत्र में छात्र छात्राओं के लिये डिजिटल रोजगार अभियान चला रहा है, संस्था मिशन डिजिटल रोजगार अभियान के तहत विभिन्न कार्यक्रमों के माध्यम से डिजिटल शिक्षा व डिजिटल फ्रॉड से कैसे बचे उस पर जागरूक करने का कार्य कर रही है। इसी क्रम में संस्था द्वारा राजकीय इंटर कालेज इंदर बाबा मार्ग में डिजिटल शिक्षा जागरूकता अभियान कार्यक्रम का आयोजन किया गया। जिसमें दो सौ विद्यार्थियों ने प्रतिभाग किया, इसमें विद्यार्थियों को डिजिटल कोर्स के बारे में जागरूक करते हुए डिजिटल फ्रॉड से बचने के उपाय बताये गए।
कार्यशाला में मुख्यअतिथि के रूप में उपस्थित समाजसेवी सचिन गुप्ता द्वारा विद्यार्थिर्यों को डिजिटल शिक्षा से रोजगार के हुनर को कैसे सीख सकते है विषय पर जानकारी दी गयी | विशिष्ट अतिथि के रूप में प्रमोद थापा द्वारा विद्यार्थियों को डिजिटल शिक्षा के क्षेत्र में भविष्य बनाने के लिए प्रोत्साहित किया गया। टीम एवोल्यूशन के फाउंडर लक्ष्य खंडूरी द्वारा संस्था के इस कार्यक्रम को युवाओं के भविष्य की नींव बताया गया
इस मौके पर संस्था के सदस्य संदीप पठानी, शिवम् बहुगुणा , ऋतिक कुमार, मनीष नेगी एवं संकेत आदि मौजूद रहे।

 

भूस्खलन की रोकथाम को जिओटेक्निकल, जियोफिजिकल, टोपोग्राफिकल जांच कराई जायेगी : महाराज

हरिद्वार, जनपद के प्रभारी मंत्री और प्रदेश के सिंचाई, लोक निर्माण, पर्यटन, लघु सिंचाई, पंचायती राज, ग्रामीण निर्माण, जलागम प्रबन्धन, संस्कृति एवं धर्मस्व मंत्री सतपाल महाराज ने मनसा देवी स्थल में हो रहे भू-स्खलन का स्थलीय निरीक्षण कर अधिकारियों को इसकी रोकथाम के लिए आवश्यक दिशा निर्देश दिए। इससे पूर्व उन्होने भीमगोड़ा, देवीपुरा स्थित कृष्ण कृपा धाम पहुंच कर राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के वरिष्ठ प्रचारक पूर्व सह सरकार्यवाह स्वर्गीय मदन दास देवी को श्रद्धा सुमन अर्पित किये।

जनपद के प्रभारी मंत्री और प्रदेश के सिंचाई, लोक निर्माण, पर्यटन, लघु सिंचाई, पंचायती राज, ग्रामीण निर्माण, जलागम प्रबन्धन, संस्कृति एवं धर्मस्व मंत्री सतपाल महाराज ने बुद्धवार को मनसा देवी स्थल में हो रहे भू-स्खलन का स्थलीय निरीक्षण कर अधिकारियों को इसकी रोकथाम के निर्देश देते हुए कहा कि मनसा देवी क्षेत्र में हो रहे भूस्खलन किस संपूर्ण जांच कराई जाएगी “उत्तराखंड लैंडस्लाइड मिटिगेशन एंड मैनेजमेंट सेंटर और उत्तराखंड स्टेट डिजास्टर अथॉरिटी मनसा देवी क्षेत्र में हो रहे भूस्खलन की रिपोर्ट शासन को सौंपेगी।
जनपद के प्रभारी मंत्री और प्रदेश के कैबिनेट मंत्री महाराज ने कहा कि मनसा देवी मंदिर श्रद्धालुओं की आस्था और हरिद्वार की शान है। इस लिए परिक्षेत्र में हो रहे भूस्खलन की जिओ टेक्निकल, टोपोग्राफिकल और जियोफिजिकल जांच करवाई जाएगी और उसके पश्चात इसकी रोकथाम के पुख्ता इंतजाम किए जाएंगे। इससे पूर्व महाराज ने भीमगोड़ा, देवीपुरा स्थित कृष्ण कृपा धाम पहुंच कर राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के वरिष्ठ प्रचारक पूर्व सह सरकार्यवाह स्वर्गीय मदन दास देवी की शोक सभा में पहुंच कर उन्हें श्रद्धांजलि भी अर्पित की।

मनसा देवी भूस्खलन क्षेत्र में निरीक्षण के दौरान प्रभारी मंत्री के साथ भाजपा जिलाध्यक्ष संदीप गोयल, लव शर्मा ,आशु चौधरी, सचिन शर्मा, नकली राम सैनी जिलाधिकारी धीरज गर्बयाल, एसएसपी अजय सिंह, एसडीएम, सीडीओ प्रतीक जैन, निदेशक लैंडस्लाइड शांतनु सरकार, आपदा प्रबंधन अधिकारी मीरा रावत, डीएफओ राजाजी, हरिद्वार, नगर आयुक्त नगर निगम हरिद्वार आदि उपस्थित थे।

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