Friday, November 15, 2024
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समायोजन की मांग को लेकर कोविड कर्मचारियों का आमरण अनशन जारी, अब तक 13 कर्मचारी हो चुके अस्पताल में भर्ती

देहरादून, समायोजन की मांग कर रहे कोविड कर्मचारियों का अामरण अनशन लगातार जारी है। अब तक लगभग 13 कर्मचारियों के स्वास्थ्य बिगड़ने से उन्हें अस्पताल मे भर्ती कराया जा चुका है। पिछले पांच दिनों से भूख हड़ताल पर बैठे कोविड कर्मचारी हरीश कुमार की मेडिकल जांच में आज कीटोन पॉजिटिव आने के बाद प्रशासन दल बल के साथ धरना स्थल पर पहुंचा। लेकिन अनशन पर बैठे कर्मचारी ने अस्पताल में भर्ती होने से मना कर दिया। जिसके बाद कर्मचारियों के भारी विरोध के बीच प्रशासन द्वारा अनशन पर बैठे कार्मिक क़ो आपातकालीन सेवा के माध्यम से जिला अस्पताल मे भर्ती कराया गया।
कर्मचारियों का कहना है कि सरकार हमारी सुध लेने क़ो तैयार नहीं है। एक एक कर कर्मचारियों के स्वास्थ्य में गिरावट भी देखने को भी मिल रही। कर्मचारियों का आरोप है कि अभी तक सरकार द्वारा कोई भी प्रतिनिधि उनसे मिलने धरना स्थल नहीं आये और जब तक समायोजन की मांग पूरी नहीं होती अामरण अनशन लगातार जारी रहेगा।
वहीं बीते 6 सितम्बर को कोविड कर्मचारियों द्वारा विधानसभा कूच किया गया इस दौरान एक कोविड कर्मचारी द्वारा वीडियो बनाने के कारण पुलिस द्वारा कर्मचारी का फोन छीन लिया गया। जिसकी शिकायत कर्मचारियों ने नेहरू कॉलोनी थाना और पुलिस महानिदेशालय में की है, लेकिन आज सात दिन बाद भी उक्त कर्मचारी का फोन वापस नहीं मिला।
इस मौके पर प्रदेश की जिलाध्यक्ष शर्मीला चौहान, मिथलेश बलूनी, संतोष राणा, निशा आदि कर्मचारी मौजूद रहे।

 

अतिक्रमण हटाओ अभियान के नाम पर किया जा रहा उत्पीड़न, पूर्व विधायक रणजीत सिंह रावत ने खोला सरकार के खिलाफ मोर्चा

हल्द्वानी, प्रदेश सरकार द्वारा रामनगर के नगर व ग्रामीण क्षेत्र में अतिक्रमण हटाओ अभियान के नाम पर किए जा रहे उत्पीड़न के खिलाफ अक्रोशित कांग्रेस कार्यकर्ताओं ने प्रदेश सरकार के खिलाफ मोर्चा खोलते हुए प्रदर्शन कर जुलूस निकाला।कांग्रेस के वरिष्ठ नेता एवं पूर्व विधायक रणजीत सिंह रावत के नेतृत्व में सैकड़ो कार्यकर्ता मंगलवार को रेलवे परिसर में इकट्ठा हुए। रावत की अगुवाई में पार्टी कार्यकर्ता धामी सरकार के खिलाफ भी जमकर नारेबाजी करते हुये जुलूस निकालकर वन परिसर पहुंचे। जहां अनिल अग्रवाल खुलासा के संचालन में अतिक्रमण के खिलाफ प्रदेश सरकार को घेरते हुए नारेबाजी करते हुए हंगामेदार सभा का आयोजन किया गया। जनसभा को संबोधित करते हुए पूर्व विधायक रणजीत सिंह रावत ने कहा कि प्रदेश में 10 हजार से अधिक उद्योग बंद होने के कारण राज्य बेरोजगारी के विस्फोट से जूझ रहा है तो दूसरी ओर सरकार महंगाई और बेरोजगारी से लोगों को निजात दिलाने के बजाए अतिक्रमण के नाम पर उनको उजाड़ने पर लगी है। इसके लिए सरकार अपनी बेलगाम नौकरशाही के माध्यम से निरीह जनता का शिकार करवा रही है। जबकि जो पीडब्ल्यूडी अतिक्रमण के नोटिस दे रही है, वह खुद जमीन की मालिक नहीं है। सिंचाई विभाग भी लोगों को गैरकानूनी नोटिस देकर धमका रहा है।
कांग्रेसी नेता रावत ने बेलगाम हो रहे अधिकारियों को चेतावनी दी कि सरकार ने अपना यह अतिक्रमण का तुगलकी फरमान वापस लेकर जनता को राहत नहीं दी तो सरकार के खिलाफ पूरे प्रदेश भर में कांग्रेस सड़कों पर उतरकर प्रदर्शन करेगी। अतिक्रमण के नाम पर न तो सरकार की तानाशाही को चलने दिया जाएगा और न ही किसी को अब उजड़ने नहीं दिया जाएगा। रावत ने अधिकारियों को कोसी बैराज पर भाजपा कार्यकर्ता के अतिक्रमण को हटाने की चुनौती देते हुए कहा कि कोसी बैराज के अतिक्रमण से आंखे मूंदे बैठे अधिकारियों को सत्ताधारी दल का अतिक्रमण पहले हटाना चाहिए। कोसी बैराज पर आंखे मूंदो और रानीखेत रोड पर आंखे दिखाओ की नीति किसी कीमत पर नहीं चलने दी जाएगी।

इस मौके पर नगर अध्यक्ष भुवन शर्मा, ब्लॉक अध्यक्ष देशबंधु रावत, ब्लॉक अध्यक्ष मालधन ओमप्रकाश, नगर अध्यक्ष महिला कांग्रेस ललिता उपाध्याय, विमला आर्या, बीना रावत, सतेस्वेरी रावत, सरिता टम्टा, प्रशांत पाण्डे, अनिल अग्रवाल खुलासा, मौ. यूसुफ, दीपक जोशी, कैलाश त्रिपाठी, मोईन खान, विनय पलडिया, मौ. मुजीब, अंकुश अग्रवाल, मोहम्मद करीम, आफ़ाक हुसैन, सुमित तिवारी, बबलू तिवारी, ताईफ खान, पंकज बिष्ट, किशोरीलाल सहित सैंकड़ों लोग मौजूद रहे।

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