Friday, November 22, 2024
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ड्रग्स फ्री उत्तराखण्ड़ के निर्माण में सभी अपना योगदान दें : राज्यपाल

“राज्यपाल ने रैतिक परेड का निरीक्षण कर सलामी ली”

देहरादून, उत्तराखण्ड़ राज्य स्थापना दिवस के अवसर पर शनिवार को पुलिस लाईन, देहरादून में आयोजित मुख्य कार्यक्रम में राज्यपाल लेफ्टिनेंट जनरल गुरमीत सिंह (से नि) एवं मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने हिस्सा लिया।
इस अवसर पर राज्यपाल ने रैतिक परेड का निरीक्षण कर सलामी ली। राज्यपाल ने विशिष्ट सेवाओं के लिए ‘राष्ट्रपति पुलिस पदक’ एवं ‘पुलिस पदक’ प्राप्त पुलिस अधिकारियों को सम्मानित भी किया।
इस अवसर पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने अपने वीडियो संदेश के द्वारा सभी प्रदेशवासियों को बधाई एवं शुभकामनाएं दीं। इस अवसर पर राज्यपाल एवं मुख्यमंत्री द्वारा सूचना एवं लोक संपर्क विभाग की पत्रिका ‘‘संकल्प सतत विकास का’’ एवं ‘‘उत्तराखण्ड पुलिस पत्रिका-2024’’ का विमोचन किया गया। कार्यक्रम में पुलिस विभाग द्वारा विशिष्ट साहसिक प्रदर्शन किया गया, इसमें विशेष रूप से श्वान दल द्वारा किए गए उत्कृष्ट प्रदर्शन ने उपस्थित दर्शकों को रोमांचित कर दिया।
राज्य स्थापना दिवस कार्यक्रम में इस वर्ष का उत्तराखण्ड गौरव सम्मान भारत के चीफ ऑफ डिफेंस स्टाफ जनरल अनिल चौहान, लोक गायक प्रीतम भर्तवाण, समाज सुधारक एवं आध्यात्मिक गुरु माता मंगला, अभिनेता हेमंत पांडेय और वरिष्ठ चिकित्सक डॉ. महेश कुड़ियाल को दिया गया। राज्यपाल लेफ्टिनेंट जनरल गुरमीत सिंह (से नि) एवं मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने उत्तराखण्ड गौरव सम्मान पुरस्कार-2024 के महानुभावों को सम्मानित किया।
राज्यपाल लेफ्टिनेंट जनरल गुरमीत सिंह (से नि) ने उत्तराखण्ड राज्य स्थापना दिवस के अवसर पर बधाई एवं शुभकामनाएं देते हुए उत्तराखण्ड राज्य आंदोलन से जुड़े सभी ज्ञात-अज्ञात अमर शहीदों और आंदोलनकारियों को नमन किया।
राज्यपाल ने कहा कि राज्य स्थापना दिवस पर हम सभी एक संकल्प अवश्य लें। हम अपने युवाओं को हर प्रकार के नशे और ड्रग्स की आदतों से दूर रखने का प्रयास करें। इसके लिए उत्तराखण्ड पुलिस को समाज के सभी वर्गों के साथ मिलकर पहल करनी होगी। उन्होंने कहा कि ड्रग्स फ्री उत्तराखण्ड के निर्माण में सभी अपना योगदान दें, ताकि हमारी आने वाली पीढ़ी को उज्ज्वल भविष्य के लिए एक सुरक्षित वातावरण मिल सके।
अपने संबोधन में राज्यपाल ने कहा कि उत्तराखण्ड आज विकास के कई पैमानों में देश के अग्रणी राज्यों में से एक है। हमारे प्रदेश में सड़क, बिजली, पानी, स्वास्थ्य, शिक्षा, वित्तीय समावेश, सामाजिक सुरक्षा से जुड़े हर एक क्षेत्र में बहुत बड़ा बदलाव आ रहा है। सभी के सामूहिक प्रयासों से हमारा प्रदेश प्रगति के पथ पर निरंतर अग्रसर है, लेकिन अभी भी बहुत कुछ किया जाना बाकी है, जिसके लिए हम सभी का सामूहिक योगदान जरूरी है।
राज्य स्थापना दिवस के अवसर पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी द्वारा किए गए नौ आग्रह के संबंध में राज्यपाल ने कहा कि प्रधानमंत्री ने हमसे जो नौ आग्रह किए हैं वह हमारे लिए नौ संकल्पों के समान है और हम इन संकल्पों का शत-प्रतिशत अनुपालन सुनिश्चित करेंगे।
राज्यपाल ने कहा कि हमारे राज्य की तरक्की का मंत्र खेती, बागवानी, एरोमैटिक खेती, शहद उत्पादन, होम स्टे, पर्यटन, योग और वेलनेस सेक्टर में समाहित है। इन क्षेत्रों में अच्छा काम कर हम अपने गांव में रोजगार के साथ समृद्धि ला सकते है। जो गांव आज पलायन के कारण घोस्ट विलेज कहे जाते है, उनको होस्ट विलेज बनाना हमारा कर्तव्य है।
उन्होंने कहा कि उत्तराखण्ड की दुर्गम भौगोलिक स्थिति के कारण यहां लोगों को जन-सुविधाएं देने के लिए टेक्नोलॉजी, आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस, इंटरनेट की सेवाएं बढ़ाना बहुत जरूरी है। उन्होंने कहा कि विगत दिनों अल्मोड़ा में हुई सड़क दुर्घटना से सबक सीखकर प्रभावशाली कदम उठाए जाने आवश्यक हैं।
राज्यपाल ने कहा कि उत्तराखण्ड में होम स्टे योजना से राज्य के पर्यटन व्यवसाय में एक नई क्रांति आ रही है। इस योजना से न केवल ग्रामीण क्षेत्रों में स्वरोजगार के नए अवसर उत्पन्न हो रहे हैं, बल्कि इससे ग्रामीण अर्थव्यवस्था को भी मजबूती मिल रही है। सीमावर्ती गांवों के सर्वांगीण विकास के लिए 51 गांवों में चल रही वाइब्रेंट विलेज योजना रिवर्स पलायन के लक्ष्य को पूरा करने में महत्वपूर्ण भूमिका निभा रही है।
राज्यपाल ने कहा कि आज हम राज्य स्थापना के बाद अपने 24 वर्षों की उपलब्धियों का उत्सव मना रहे हैं। हमें नए संकल्पों के साथ उत्तराखण्ड को देश का सर्वश्रेष्ठ राज्य बनाने के लिए पूरे उत्साह, ऊर्जा और सामर्थ्य से अपना सर्वश्रेष्ठ योगदान देना है।
इस अवसर पर पूर्व मुख्यमंत्री डॉ. रमेश पोखरियाल ‘निशंक’, कैबिनेट मंत्री गणेश जोशी, डॉ. धन सिंह रावत, सांसद माला राज्यलक्ष्मी शाह, राज्यसभा सांसद महेन्द्र भट्ट, जिला पंचायत अध्यक्ष मधु चौहान, विधायक बंशीधर भगत, विधायक खजान दास, मुख्य सचिव राधा रतूड़ी, डीजीपी अभिनव कुमार सहित शासन, पुलिस एवं जिला प्रशासन के वरिष्ठ अधिकारी एवं अन्य महानुभाव उपस्थित थे।

*राज्य स्थापना दिवस के मौके पर सीएम धामी ने की बड़ी घोषणाएं
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-वर्ष 2030 तक 50 से अधिक आबादी वाले गांवों में पहुंचेगी सड़कः सीएम

-सड़क दुर्घटनाओं की रोकथाम के लिए बनायी जायेगी एक समग्र नीतिUttarakhand Foundation Day: उत्तराखंड राज्य स्थापना दिवस पर सीएम धामी ने की यह बड़ी घोषणाएं - Uttarakhand Morning Post

देहरादून, मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने कहा है कि राज्य में 50 एवं उससे अधिक जनसंख्या वाले सभी गाँवों को 2030 तक सड़क मार्ग से जोड़ा जाएगा। साथ ही सड़क दुर्घटनाओं की प्रभावी रोकथाम के लिए विभिन्न विभागों को साथ लेकर एक समग्र नीति बनायी जायेगी।
पुलिस लाइन में आयोजित राज्य स्थापना दिवस कार्यक्रम में संबोधित करते हुए मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने कई अहम घोषणाएं की। मुख्यमंत्री ने कहा कि राज्य में आपदा के कारण मार्ग एवं पुलों के बह जाने की दशा में यातायात को तुरन्त सुचारू करने के लिए वैलीब्रिज स्थापित किए जाएंगे। उत्तराखण्ड राज्य में महिलाओं का समग्र विकास सुनिश्चित करने के लिए महिला नीति को यथाशीघ्र अधिसूचित किए जाने के साथ ही युवाओं के सर्वांगीण विकास के लिए एक विशिष्ट ’’युवा नीति’’ भी बनाई जाएगी। इसी तरह आगामी राष्ट्रीय खेलों में उत्तराखण्ड के जो खिलाड़ी मेडल जीतेंगे, उनकों पुरस्कार हेतु नियत धनराशि के बराबर की धनराशि राज्य सरकार द्वारा अतिरिक्त रूप से प्रदान की जाएगी।
मुख्यमंत्री ने कहा कि उत्तराखण्ड से बाहर दूसरे राज्यों में रहने वाले प्रवासियों के लिए प्रतिवर्ष नवंबर माह में ’राष्ट्रीय उत्तराखंडी प्रवासी दिवस’ आयोजित किया जायेगा व प्रतिवर्ष जनवरी माह में विदेशों में रहने वाले प्रवासी उत्तराखण्डियों के लिए ’अन्तराष्ट्रीय उत्तराखण्डी प्रवासी दिवस’का आयोजन किया जाएगा। सड़कों की गुणवत्ता सुनिश्चित करने के उद्देश्य से कान्ट्रैक्टर एवं अभियन्ताओं का उत्तरदायित्व निर्धारित करने के लिए विशेष प्रक्रिया बनाई जायेगी। महिलाओं को प्रसव के दौरान जच्चा—बच्चा की देखभाल हेतु ’मुख्यमंत्री जच्चा—बच्चा प्रोत्साहन सहायता’ प्रदान करने के लिए कार्यवाही प्रारंभ की जाएगी।
मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने अपने संबोधन की शुरुआत राज्य स्थापना दिवस शुभकामनाएं देने के साथ ही गत दिनों अल्मोड़ा जिले में हुई बस दुर्घटना में दिवंगत लोगों को श्रद्धांजलि अर्पित करने के साथ की। मुख्यमंत्री ने पूर्व प्रधानमंत्री, भारत रत्न स्वर्गीय अटल बिहारी वाजपेयी को भी याद करते हुए कहा कि अटल जी के प्रधानमंत्रित्व काल में ही उत्तराखण्ड राज्य की स्थापना का सपना साकार हुआ। और अब उत्तराखण्ड राज्य आज प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में देश का एक अग्रणी राज्य बनने की ओर अग्रसर है।
मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने कहा कि सरकार ने उत्तराखण्ड का विकास सुनिश्चित करने के साथ ही प्रदेश के हित में कई कठोर एवं ऐतिहासिक निर्णय भी लिए हैं। इसी क्रम में यूसीसी का कानून पास किया गया, साथ ही देश का सबसे कड़ा नकल विरोधी कानून और धर्मांतरण रोधी कानून के साथ ही दंगा रोधी कानून लागू किया जा चुका है। मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने इस वर्ष के ’उत्तराखण्ड गौरव सम्मान पुरस्कार’ से सम्मानित भारत के चीफ ऑफ डिफेंस स्टाफ जनरल अनिल चौहान, लोक गायक प्रीतम भर्तवाण, समाज सुधाकर एवं आध्यात्मिक गुरु माता मंगला, अभिनेता हेमंत पांडेय और डॉ. महेश कुड़ियाल को पुरस्कार के लिए शुभकामनाएं दी।

 

 

विधानसभा भवन में सादगी से मनाया गया 25वां राज्य स्थापना दिवसविधानसभा भवन में सादगी से मनाया गया 25वां राज्य स्थापना दिवस – Janaagaj

देहरादून, उत्तराखंड़ विधानसभा सचिवालय देहरादून में राज्य स्थापना दिवस का कार्यक्रम ऋतु खण्डूडी भूषण की अध्यक्षता में सादगी से मनाया गया। उन्होंने स्वतंत्रता संग्राम सेनानियों और राज्य निर्माण के आंदोलनकारियों की सेवा एवं संघर्ष को याद किया। इस दौरान उन्होंने राज्य स्थापना दिवस के इस अवसर पर अल्मोड़ा जिले में हुए दर्दनाक बस दुर्घटना में मृतकों की याद में संवेदनाएं व्यक्त कर श्रद्धांजलि दी और 1 मिनिट का मौन रखा।
ऋतु खण्डूडी भूषण ने विधानसभा कर्मियों को संबोधित करते हुए बताया कि राज्य आंदोलन में इन वीर सेनानियों का योगदान हमेशा याद किया जाएगा और उनके बलिदान की ही देन है कि आज हमे अपना यह राज्य मिला है। अपने संबोधन में उन्होंने राज्य के इन 24 वर्षों की यात्रा को संक्षेप में रेखांकित करते हुए कहा, ट्टराज्य स्थापना दिवस, हमारे लिए गर्व और सम्मान का दिन है। इन वर्षों में राज्य ने अनेक उतार—चढ़ाव देखे हैं, लेकिन हर कठिनाई के बावजूद उत्तराखंड ने प्रगति की राह पर निरंतर कदम बढ़ाए हैं। राज्य की जनता ने हमेशा विकास के लिए संघर्ष किया है और हम सभी ने मिलकर उत्तराखंड को एक समृद्ध राज्य बनाने के लिए प्रयास किए है। उन्होंने राज्य के निर्माण के समय की कठिनाइयों और संघर्षों को याद करते हुए कहा, उत्तराखंड के निर्माण के समय यहां की जनता ने जो संघर्ष किया था, वह कभी भुलाया नहीं जा सकता। राज्य के विकास के लिए हर नागरिक की भूमिका महत्वपूर्ण है, और हम सभी को मिलकर इस राज्य को एक नया मुकाम तक पहुंचाना है।
विधानसभा अध्यक्ष ने राज्य के सामाजिक, सांस्कृतिक और आर्थिक उत्थान के लिए सरकार की योजनाओं की भी चर्चा की। उन्होंने विशेष रूप से शिक्षा, स्वास्थ्य, इंफ्रास्ट्रक्चर और पर्यावरणीय संरक्षण के क्षेत्र में राज्य की उपलब्धियों का उल्लेख किया। उन्होंने आगे कहा, हमें अपने युवाओं को राज्य के विकास में सक्रिय रूप से शामिल करना होगा, ताकि आने वाली पीढ़ी को एक मजबूत और समृद्ध उत्तराखंड मिल सके। इस दौरान कार्यक्रम में अपर सचिव संसदीय एवं विधायी अरविन्द भटृ ,प्रभारी सचिव विधानसभा हेम पंत ,विशेषकार्य अधिकारी अशोक शाह ,संयुक्त सचिव चंद्र मोहन गोस्वामी ,उपसचिव मनोज जसपुरिया ,विशाल शर्मा ,नरेंद्र रावत, अजय अग्रवाल, रवि बिष्ट पंकज पुंडीर प्रकाश रावत आदि उपस्थित रहे।

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