हरिद्वार, जनपद औद्योगिक क्षेत्र सिडकुल से एक युवक मृत अवस्था में सड़क के किनारे मिलने से हड़कंप मच गया, मिली जानकारी के मुताबिक औद्योगिक क्षेत्र सिडकुल के डेंसो चौक में युवक का गुप्तांग नोच कर मारने का मामला सनसनीखेज सामने आया है। युवक का शव सड़क किनारे एक खाली प्लॉट में मिला है। बड़ी बात यह है कि युवक के पूरे शरीर पर कहीं कोई निशान नहीं है, केवल गुप्तांग को नोचा गया है। पुलिस ने शव को पोस्टमार्टम के लिए भिजवा दिया है। गुत्थी सुलझाने में जुट गई है,
शनिवार तड़के किसी ने पुलिस को सूचना दी कि डेंसो चौक के पास सड़क किनारे एक युवक पड़ा हुआ है। पुलिस ने युवक को देखा तो उसकी मौत हो चुकी थी। युवक के शरीर पर कहीं कोई निशान नहीं नजर आया। उसका गुप्तांग बुरी तरह जख्मी मिला।
22 वर्षीय युवक की पहचान नहीं हो पाई है। शव का पंचनामा भर पोस्टमार्टम के लिए जिला चिकित्सालय भिजवा दिया गया है। मृतक के पास से कोई भी ऐसा दस्तावेज नहीं मिला है, जिससे उसके नाम व पते का पता लगाया जा सके। इंस्पेक्टर सिडकुल प्रमोद उनियाल ने बताया कि पोस्टमार्टम रिपोर्ट के बाद मौत का पूरा सच सामने आ पाएगा। फिलहाल युवक की शिनाख्त का प्रयास किया जा रहा है। मामले की छानबीन शुरू कर दी गई है।
चारधाम यात्रा : उमड़ा भक्तों का सैलाब, बना रिकॉर्ड, पहले दिन केदारनाथ में 23512 भक्तों ने किये बाबा के दर्शन
रुद्रप्रयाग, उत्तराखण्ड़ में चारधाम यात्रा शुरू हो गयी, कोरोना काल के बाद इस बार बड़ी संख्या में श्रद्धालुओं के पहुंचने का सिलसिला जारी है, इस बार भगवान केदारनाथ के कपाट खुलने पर उमड़े श्रद्धा के सैलाब ने चारधाम यात्रा के इतिहास में नया अध्याय जोड़ दिया है। कोरोना महामारी के चलते दो वर्षों से कपाट खुलने के मौके पर चला आ रहा सन्नाटा भक्तों के जयकारों से टूटा गया। कपाट खुलने के पहले दिन शाम चार बजे तक 23 हजार से ज्यादा श्रद्धालुओं ने केदारनाथ धाम में दर्शन किए। इस बार पहले दिन भक्तों की संख्या का अब तक का सबसे बड़ा आंकड़ा है। मंदिर परिसर में सेना की बैंड धुनों, ढोल-तमाशे की थाप पर यात्री थिरकते रहे। सुबह 4 बजे तक केदारनाथ मंदिर परिसर का एक हिस्सा श्रद्धालुओं से पूरी तरह से भर गया था। मंदिर मार्ग पर जीएमवीएन तक भक्तों की लाइन लगी हुई थी। हिमालय से बहती बर्फीली हवा के बीच जैसे-जैसे कपाट खुलने का समय नजदीक आता रहा, भक्तों का उल्लास बढ़ता गया।
इस दौरान केदारपुरी बम-बम भोले के जयकारों से गूंजती रही। शुभ मुहूर्त पर सुबह 6:25 बजे कपाट खुलने के बाद बाबा के दर्शनों के लिए भक्तों का उत्साह देखते ही बन रहा था। शाम चार बजे तक केदारनाथ में 23,512 श्रद्धालु बाबा केदार के दर्शन कर चुके थे। इससे पहले 2019 में पहले दिन नौ हजार भक्तों ने दर्शन किए थे, लखनऊ से आए देवेश महाजन, लुधियाना के हरेंद्र राज, नई दिल्ली के प्रदीप सिंह रात दो बजे मंदिर परिसर में पहुंच गए थे। राजस्थान, हरियाणा, गुजरात, आंध्र प्रदेश, तमिलनाडु आदि राज्यों से पहुंचे यात्रियों ने बताया कि बीते दो वर्ष कोरोना के चलते वे बाबा के दर्शनों को नहीं आ पाए थे। इसलिए, इस बार पूरे परिवार के साथ आए हैं। केदारनाथ यात्रा के इतिहास में यह पहला मौका है, जब पहले ही दिन इतनी अधिक संख्या में श्रद्धालुओं ने बाबा के दर्शन किए हैं।
दूसरी तरफ कपाट खुलने के बाद मंदिर परिसर में सेना की बैंड धुनों पर श्रद्धालु खूब थिरके। महिलाओं ने जागर व मांगल गीत गाए। श्रीबदरीनाथ-केदारनाथ मंदिर समिति के अध्यक्ष अजेंद्र अजय व सीईओ बीडी सिंह का कहना है कि देश-विदेश से पहुंचे श्रद्धालुओं की बाबा के प्रति असीम प्रेम व भक्ति के साक्षात दर्शन हुए हैं, अगस्त्यमुनि ब्लॉक के दशज्यूला पट्टी की मां चंडिका देवी की दिवारा यात्रा केदारनाथ पहुंची। यहां विधि-विधान से मां भगवती ने अपने आराध्य भगवान आशुतोष के ग्याहरवें ज्योतिर्लिंग केदारनाथ के दर्शन किए। लगभग आधा घंटे तक हुई विशेष पूजा-अर्चना में सभी धार्मिक परंपराओं का निर्वहन किया गया। दिवारा यात्रा समिति के अध्यक्ष धीर सिंह बिष्ट व सचिव देवेंद्र ने बताया कि केदारनाथ में मां चंडिका ने अखंड ज्योति व बाबा केदार के दर्शन किए। अब 8 मई को मां चंडिका श्रीबदरीनाथ धाम के दर्शन करेंगी, केदारनाथ में मंदिर के पीछे आदिगुरु शंकराचार्य की नव निर्मित समाधिस्थल को देखने के लिए श्रद्धालुओं की काफी भीड़ जुटी रही। श्रद्धालुओं ने वहां बैठकर साधना भी की। बता दें कि जून 2013 की आपदा में समाधिस्थल बह गया था। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के केदारनाथ पुनर्निर्माण को ड्रीम प्रोजेक्ट में शामिल करने के बाद बीते वर्ष समाधि स्थल बनकर तैयार हुआ।
आईटीआई कर्मचारियों ने रवीन्द्र जुगरान का किया स्वागत, दिया तीन सूत्री ज्ञापन
देहरादून, राजकीय औधोगिक प्रशिक्षण संस्थान के कर्मचारियों ने रविन्द्र जुगरान प्रदेश प्रवक्ता भाजपा का फूल मालाओं द्वारा स्वागत किया गया एवं पूर्व में जुगरान ने जो सुगम दुर्गम से संबंधित कार्य को अंजाम तक पहुंचाया उसी के लिए आईटीआई कर्मचारियों ने गर्मजोशी से उनका स्वागत किया। राष्ट्रीय आईटीआई यूनियन के प्रदेश अध्यक्ष रविन्द्र सोलंकी एवम महामंत्री पवन कुमार ने तीन सूत्रीय मांग भी उनके समक्ष रखी एवं ज्ञापन सौंपा। उन्होंने आश्वासन दिया की आपकी मांगों को उच्च स्तर के अधिकारियों के सम्मुख रखा जायेगा।
स्वागत करने वाले रविन्द्र सिंह सोलंकी (अध्यक्ष), पवन कुमार (महामंत्री), संजय रावत, भूपेंद्र, मितेन्द्र कुमार, मनिंदर बिष्ट, अमित जोशी, मुकेश चौहान, अनवर अली, ब्रजपाल, प्रमोद चौहान, भूपेश पुरोहित, दिनेश बिष्ट, भरत रावत, रोशन राणा, भगवत सरण पाण्डे, सुभाष चंद आदि रहे |
चलो टपकेश्वर..! मैड ने किया आह्वान, एकजुट होकर पॉलिथीन हटाओ
देहरादून, ‘चलो टपकेश्वर’ यह शब्द सुनकर आप सोचने लगेंगे, परन्तु यह सच है की हमारी जिंदगी केवल अपने लिए ही नहीं बल्कि समाज सेवा जन हितों के लिए भी समर्पित हो तो हमें एक जिंदगी हमेशा के लिए और मिल जाती है और हमें समाज सेवा हेतु किए गए योगदान हेतु समाज याद करता है। हमें इसमें आत्मसंतोष और खुशी की अनुभूति भी होती हैं। इन्हीं सब सकारात्मक पक्षों को लेकर मैड ने ‘चलो टपकेश्वर’ अभियान शुरू किया है, आप जानते हैं कि राजधानी में छात्र-छात्राओं की संस्था मैड कई वर्षों से पर्यावरण संरक्षण के क्षेत्र में सराहनीय कार्य करती रही है।
इसी क्रम में मैड संस्था के द्वारा रविवार 8 मई को सुबह 7 बजे टपकेश्वर मंदिर क्षेत्र में एकजुट होकर पॉलिथीन हटाओ अभियान के अंतर्गत सफाई कार्य व्यक्तिगत रूप से किया जाएगा। संयुक्त नागरिक संगठन मैड के कई अभियानों में शामिल रहा है। इस अभियान में हम अपनी इस भावी पीढ़ी के साथ इकट्ठा होकर इनका उत्साह बढ़ा सकते हैं।
वीआईपी द्वार से दर्शनों के लिए पुलिस और श्रद्धालुओं के बीच खूब नोकझोंक होती रही। हुआ यह कि कपाट खुलने के बाद एकाएक यहां सैकड़ों श्रद्धालु मंदिर में प्रवेश करने लगे। इस पर वहां तैनात पुलिस कर्मी उन्हें रोकने लगे, लेकिन कुछ लोगों ने अपने परिचितों को इसी द्वार से मंदिर में प्रवेश कराया। इस पर कई बार यात्रियों और पुलिस में खटपट होती रही।
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