मुनस्यारी, पिथौरागढ़ जनपद के उच्च हिमालयी क्षेत्र में बसे मल्ला जोहार तथा रालम के 13 माइग्रेशन गांवों की समस्याओं के समाधान को लेकर आज पंचायत प्रतिनिधियों तथा अधिकारियों के मध्य बैठक हुई। बैठक में माइग्रेशन शुरू होने से पहले मल्ला जोहार तथा रालम के लिए सुविधाओं को मुहैया कराने के लिए का योजना बनाई गई। पंचायत प्रतिनिधियों ने विभाग से अपेक्षा की है कि वह माइग्रेशन गांव के लिए समय से सुविधाओं को उपलब्ध कराने के लिए आज से ही योजना को धरातल पर उतारने का प्रयास करे।
लोक निर्माण विभाग के सभागार में आयोजित बैठक जिला पंचायत सदस्य जगत मर्तोलिया की अध्यक्षता में की गई।
बैठक में सहायक खाद्य निरीक्षक मोहित कुमार ने बताया कि मल्ला जोहार के लिए 2 माह का राशन जिसमें गेहूं 35 किलो तथा चावल 50 किलो भेज दिया गया है।
शासन लगातार भेजा जा रहा है । बैठक में तय किया गया कि मल्ला जोहार कथा रालम के उपभोक्ताओं के राशन कार्ड ऑनलाइन करने के लिए 18 तथा 19 अप्रैल को दरकोट एवं शांतिकुंज जैती में शिविर शिविर लगाया जाएगा। गल्ला गोदाम बुर्फू से मिलम तक राशन के ढुलान के नाम किसी भी कीमत में उपभोक्ताओं से वसुली नहीं की जाएगी। उसी के साथ ही खाद्य एवं आपूर्ति विभाग को कहा गया है कि वह बीते वर्ष की तरह राशन की किल्लत ना आने दे। इसके लिए संबंधित ढुलान ठेकेदार पर लगातार निगरानी बनाए रखे।
बैठक में लोक निर्माण विभाग के अवर अभियंता मोहित कुमार ने बताया कि मल्ला जोहार पैदल मार्ग खोलने के लिए अतिरिक्त मजदूर लगाए गए है। बैठक में यह तय किया गया कि लोनिवि तथा सीमा सड़क संगठन आपस में सामंजस्य स्थापित करें पैदल मार्ग को एक सप्ताह के भीतर सुचारू करने के लिए प्रयास करे। बैठक में तय किया गया है कि लोक निर्माण विभाग पातो से रालम, बुर्फू से खिलांच तथा मापा के साथ ही लास्पा तक मोटर मार्ग बनाए जाने के प्रस्ताव तैयार कर शासन को भेजना सुनिश्चित करें।
सीमा सड़क संगठन संगठन से पांछू उडयार से बबाली धार तक चट्टान कटिंग तय सीमा के भीतर किए जाने की मांग की गई। इसके लिए सीमा सड़क संगठन के द्वितीय कमान अधिकारी तथा दो ग्राम प्रधानों की कमेटी बनाई गई है, जो स्थलीय निरीक्षण कर कार्य पर निगरानी रखेगी।
मीलम के के निकट ग्वांखा गधेरे में तत्काल अस्थाई पुल लगाने को कहा गया।
धापा – मीलम मोटर मार्ग में ग्वाड़ लटौन के निकट चल रहे निर्माण कार्य के दौरान सुबह 10 से 11 तथा सायं 3:00 से 4:00 के मध्य पैदल मार्ग को दुरुस्त करते हुए खोले जाने के लिए कहा गया ताकि लोगों का आवागमन सुचारू रह सके। इस स्थान पर निर्माण कार्य समाप्त होने के बाद पैदल मार्ग को चालू रखने के लिए कड़े इंतजाम किए जाने की बात भी कही गई।
मल्ला जोहार क्षेत्र में सीमा सड़क संगठन द्वारा मोटर मार्ग का निर्माण कार्य में तेजी लाए जाने की मांग भी उठी।
वन विभाग की समीक्षा में कहा गया कि मल्ला जोहार में बिल्ल प्रजाति ( लोकल नाम) के पेड़ों का दोहन किया जा रहा है, जिस पर रोक लगाने की मांग उठी। साथ ही मल्ला जोहार के 12 तथा रालम के एक गांव में उच्च हिमालय क्षेत्र को हरा-भरा करने के लिए पौधारोपण के लिए एक योजना बनाने की मांग भी की गई ।
बैठक में तय किया गया कि बुर्फू तथा रालम में स्वास्थ्य विभाग के द्वारा एक स्थाई फार्मासिस्ट की नियुक्ति की जाए। इसी के साथ ही ग्राम पंचायत रालम, मिलम, लास्पा में आशा कार्यकर्ताओं की नियुक्ति का प्रस्ताव स्वास्थ्य विभाग को सौंपा गया। मल्ला जोहार तथा मिलम के गांवो में माइग्रेशन के समय 6 माह के भीतर स्वास्थ्य शिविर लगाए जाने का रोस्टर ही तैयार किया गया। माइग्रेशन में जाने वाले 3 ग्राम पंचायतों की महिलाओं के महिला स्वयं सहायता समूह का निर्माण भी किया जाएगा। इन गांव में बकरी बाड़ा तथा गौशाला बनाने के लिए तीनों ग्राम पंचायतों की स्पेशल बैठक बुलाकर योजना को मूर्त रूप दिया जाय।
जिला पंचायत सदस्य जगत मर्तोलिया ने कहा कि माइग्रेशन गांवों की समस्याओं के समाधान हेतु आज जो कार्ययोजना का रोस्टर बनाया गया है, उसका वे साप्ताहिक समीक्षा करते रहेंगे। इसलिए अधिकारी किसी भी प्रकार की कोताही न करें।
इस मौके पर ग्राम पंचायत मीलम के ग्राम प्रधान गिरीश पांगती, लास्पा की ग्राम प्रधान चन्द्रा देवी, क्षेत्र पंचायत सदस्य विक्की दरियाल सहित सीमा सड़क संगठन की राशि त्रिवेदी, वन विभाग के रेंजर लवराज सिंह पांगती, सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र मुनस्यारी के प्रभारी चिकित्सा अधिकारी डॉ राहुल कुमार ,लोक निर्माण विभाग के अवर अभियंता उमेश कुमार ,ग्राम विकास अधिकारी नरेंद्र कुमार, एन. आर. एल. एम.की राधा सहित रोजगार सहायक मौजूद थे
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