Tuesday, November 26, 2024
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नई शिक्षा नीति के व्यापक परिणाम पांच साल में सामने आएंगे- डॉ निशंक

हरिद्वार 13 सितम्बर (कुलभूषण) पूर्व केन्द्रीय शिक्षा मंत्री सांसद हरिद्वार लोकसभा क्षेत्र डॉ रमेश पोखरियाल निशंक ने कहा की नई शिक्षा नीति के ठोस परिणाम अगलेपांच साल में सामने आने लगेंगे उन्होंने कहा की नई शिक्षा नीति भारतीय भाषाओं को व्यापक स्तर पर बढ़ावा देगी और उन्हें पूरी उम्मीद है कि अगले पांच वर्ष के भीतर सुप्रीम कोर्ट में हिंदी में बहस होने लगे लगेगी।
चमन लाल महाविद्वालय लंढौरा में राष्ट्रीय शिक्षा नीति एवं भविष्य का भारत विषय पर आधारित शिक्षा संवाद का आयोजन किया गया स मुख्य वक्ता एवं मुख्य अतिथि के रुप में पूर्व केंद्रीय शिक्षा मंत्री डॉण्रमेश पोखरियाल निशंक ने दीप प्रज्वलन कर कार्यक्रम की शुरुवात की। डॉण्निशंक ने अपने व्याख्यान में राष्ट्रीय शिक्षा नीति पर विस्तृत चर्चा की। उन्होंने कहा कि भारत में उस समय नालंदा तक्षशिला जैसे विश्वविद्यालय थे जब दुनिया में कोई भी ज्ञान का बड़ा केंद्र नहीं था स उस समय भारतवर्ष में स्थापत्य कला एआयुर्वेद एवं योग के क्षेत्र में चरम पर था स उन्होंने कहा कि नई शिक्षा नीति 2020 का यह स्वरूप भारत को नई ऊंचाइयों पर लेकर जाएगास कुछ सालों के भीतर ही नई शिक्षा नीति के सकारात्मक परिणाम सामने आने लगेंगे।
उन्होंने कहा की राष्ट्रीय शिक्षा नीति भारत को वैश्विक स्तर पर नई पहचान प्रदान करेगी। कुछ ही वर्षों के भीतर भारत रिसर्च के क्षेत्र में अमेरिका और चीन को पीछे छोड़ने की स्थिति में होगा। डॉ निशंक ने कहा की नई शिक्षा नीति प्राथमिकए माध्यमिक उच्च शिक्षा और रिसर्च इन सभी पर समान रूप से फोकस करती है। इस नीति का उद्देश्य केवल शिक्षित पीढ़ी का निर्माण करना ही नहींए बल्कि ऐसे नागरिक तैयार करना है जो आगामी दशकों में भारत का हर क्षेत्र में नेतृत्व कर सके।
इस अवसर पर डॉण् निशंक ने शिक्षकों छात्र छात्राओं के साथ संवाद भी किया तथा उनके प्रश्नों के उत्तर भी दिए। इससे पहले उन्होंने विधि विभाग के छात्र. छात्राओं से अलग से मुलाकात की और भारत में विधि के क्षेत्र में ग्रामीण तथा हिंदी माध्यम के युवाओं के रोजगार की संभावनाओं पर चर्चा की।
इस क्रम में महाविद्यालय की वार्षिक पत्रिका चमन संदेश के नई शिक्षा नीति विशेषांक का विमोचन डॉण्निशंक ने किया ।महाविद्यालय के संस्थापक अध्यक्ष पंडित ईश्वर चंद्र शर्मा ने सभी प्रकार की बौद्धिक एवं शैक्षिक गतिविधियों के साथ युवा वर्ग को और व्यापक स्तर पर जोड़े जाने पर जोर दिया। प्रबंध समिति के अध्यक्ष राम कुमार शर्मा ने कहा कि नई शिक्षा नीति पर यह संवाद छात्र. छात्राओं के हित में अहम भूमिका निभाएगा और उनमें नई शिक्षा नीति के विषय में समझ का स्तर बढ़ेगा।
महाविद्यालय के प्राचार्य डॉण् सुशील उपाध्याय ने कहा कि नहीं शिक्षा नीति दुनिया की सबसे श्रेष्ठ नीतियों में से एक हैए लेकिन असली चुनौती यह है कि इस नीति का किस ढंग से क्रियान्वयन किया जाता है। क्रियान्वयन के आधार पर ही इसके सुखद परिणाम प्राप्त हो सकेंगे।
महाविद्यालय प्रबंध समिति के सचिव अरुण हरित एवं कोषाध्यक्ष अतुल हरित ने डॉण्निशंक एवं हिमालयी विश्वविद्यालय के प्रति कुलपति प्रोफेसर राजेश नैथानी को सम्मानित किया स कार्यक्रम का समन्वय डॉ मीरा चौरसिया और संचालन डॉण् तरुण गुप्ता ने किया। इस मौके पर पूर्व राज्य मंत्री शोभाराम प्रजापति डॉ मधु डॉ सुप्रिया रतूड़ी गौरव कौशिक लक्सर के नगर पालिका अध्यक्ष अमरीश गर्ग भाजपा मंडल अध्यक्ष मनोज नायक रजत गौतम असगर अली प्रधान तथा महाविद्यालय के समस्त शिक्षक एवं अन्य कर्मचारी भी उपस्थित रहे ।

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