देहरादून, उत्तराखण्ड के पहले पुलिस महानिदेशक श्री अशोक कांत शरण के निधन पर पुलिस मुख्यालय उत्तराखण्ड में उनकी आत्मा की शांति के लिए दो मिनट का मौन धारण कर उपस्थित अधिकारियों व कर्मचारियों द्वारा उन्हें श्रद्धांजलि दी गयी तथा उनके परिजनों के प्रति शोक संवेदना प्रकट करते हुए उत्तराखण्ड पुलिस में उनके द्वारा दिये गये अभूतपूर्व योगदान को याद किया गया। कल गुरूवार को दिल्ली स्थित आवास में उनका निधन हो गया।
श्री अशोक कुमार, पुलिस महानिदेशक, उत्तराखण्ड ने बताया कि श्री अशोक कांत शरण वर्ष 1965 बैच की आईपीएस अधिकारी थे। वह उत्तराखण्ड प्रदेश के प्रथम व संस्थापक पुलिस महानिदेशक (09 नवम्बर 2000 से 30 अप्रैल 2002 तक) रहे। श्री अशोक कांत शरण ने उत्तराखण्ड पुलिस की मज़बूत नींव रखी। उन्होंने अपनी दूरदर्शिता से उत्तराखण्ड पुलिस का बुनियादी ढांचा विकसित कर पुलिस बल के विस्तार एवं सशक्तिकरण में महत्वपूर्ण योगदान दिया। उन्होने अपने कुशल नेतृत्व और मार्गदर्शन से उत्तराखण्ड पुलिस की छवि को बेहतर बनाते हुए पुलिस कर्मियों के मनोबल को ऊंचा रखने के लिए अभूतपूर्व योगदान दिया।
इस अवसर पर श्री ए बी लाल व श्री आर एस मीणा- सेवानिवृत्त महानिदेशक, अपर पुलिस महानिदेशक, पीएसी/सीआईडी- श्री पीवीके प्रसाद, अपर पुलिस महानिदेशक, प्रशासन- श्री अभिनव कुमार, अपर पुलिस महानिदेशक, अपराध एवं कानून व्यवस्था- श्री वी मुरूगेशन, पुलिस महानिरीक्षक, अभिसूचना एवं सुरक्षा- श्री ए पी अंशुमान, पुलिस महानिरीक्षक, प्रशिक्षण- श्री पूरन सिंह रावत, सहित सहित अन्य पुलिस अधिकारी उपस्थित रहे।
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