Tuesday, January 14, 2025
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पीएम के “परीक्षा पर चर्चा “ कार्यक्रम में दून छात्रा प्रीति तपाली ने लिया भाग

देहरादून (सौरभ ढ़ौड़ियाल), फूलचंद नारी शिल्प कन्या बालिका इंटर कॉलेज की कक्षा 11 छात्रा कुमारी प्रीति तपाली को पीएम का “परीक्षा पर चर्चा “ में अवसर मिलने सभी ने किया हर्ष व्यक्त किया, छात्रा की उपलब्धि पर प्रदेश शिक्षा विभाग और विद्यालय परिवार भी गर्व का अनुभव कर रहा है । सही कहा है किसी ने कि कोई भी प्रतिभा किसी की मोहताज नहीं होती। अवसर मिलने पर व सही प्रकार से निखारने पर वह सबके सम्मुख आ ही जाती है।
ऐसा ही हुआ जब एक गरीब परिवार की नितांत अभाव में अपनी शिक्षा ग्रहण कर रही फूलचंद नारी शिल्प कन्या बालिका इंटर कॉलेज की होनहार छात्रा कुमारी प्रीति तपाली के साथ प्रधानमंत्री का ” परीक्षा पर चर्चा कार्यक्रम 2025″ में 12 जनवरी 2025 को नई दिल्ली में सम्पन्न हुआ, जिसमें प्रस्तावित क्यूरेटेड गतिविधियों के क्रम में प्रथम सत्र जिसका शीर्षक है “ध्यान और स्मृति का निर्माण-खेल मानसिकता “ में छात्रा कुमारी प्रीति तपाली ने प्रतिभाग लेकर विद्यालय के साथ प्रदेश का नाम रोशन किया। इस बालिका का रैंडम चयन एक प्रेरणादायक उदाहरण है। यह बालिका एक अत्यंत गरीब परिवार से सम्बन्धित है। इस छात्रा के पिता मजदूरी करते हैं और मां घरों में साफ- सफाई का कार्य करती है। गरीब परिवार से होने के बावजूद इस होनहार बालिका ने अपने प्रदर्शन से सबको प्रभावित किया है।
इस उपलब्धि ना केवल छात्रा, उसके परिवार के लिए बल्कि विद्यालय परिवार के साथ साथ दून के भी गर्व का विषय है। विद्यालय की प्रधानाचार्या श्रीमती मोना बाली के सार्थक और सकारात्मक सहयोग से एस्कॉर्ट टीचर श्रीमती रेनू जोशी प्रवक्ता हिंदी और छात्रा प्रीति तपाली ने कार्यक्रम में प्रतिभाग किया।
पीएम का परीक्षा पर चर्चा कार्यक्रम वास्तव में एक ऐसा प्लेटफॉर्म है जहां पर विद्यार्थियों को अपनी प्रतिभा को प्रदर्शित करने का एक स्वर्णिम अवसर मिलता है।
महानिदेशक विद्यालय शिक्षा उत्तराखंड़ सुश्री झरना कमठान, नोडल अधिकारी परीक्षा पर चर्चा 2025 डॉ. मुकुल कुमार सती जी, मुख्य शिक्षा अधिकारी विनोद कुमार डौंडियाल, सुनील भट्ट प्रवक्ता एस.सी.ई.आर.टी. राज्य समन्वयक परीक्षा पर चर्चा कार्यक्रम का भी इस बालिका को प्रोत्साहित करने में महत्वपूर्ण योगदान रहा।
इस अवसर पर विद्यालय प्रबंध समिति एवं प्रधानाचार्या श्रीमती मोना बाली सहित विद्यालय परिवार की सभी शिक्षिकाओं ने बालिका की उपलब्धि के लिए बालिका को साधुवाद दिया व छात्रा के परिवारजनों को बधाई प्रेषित की। प्रधानाचार्या श्रीमती मोना बाली द्वारा विद्यालय की छात्रा की इस उपलब्धि के लिए सराहना की गई व आशा व्यक्त की गई कि आगे भी विद्यालय की अन्य छात्राएं इस बच्ची से प्रेरणा ले कर विद्यालय का नाम रोशन करेंगी। उन्होंने जिला व ब्लॉक स्तरीय अधिकारियों को भी धन्यवाद किया, जिन्होंने छात्रा को प्रोत्साहित कर अपना सहयोग प्रदान किया।

 

38वें राष्ट्रीय खेलों के प्रोत्साहन हेतु वॉकाथन का हुआ आयोजन

देहरादून (सौरभ ढ़ौड़ियाल), सचिवालय एथलेटिक्स एंड फिटनेस क्लब तथा राष्ट्रीय खेल सचिवालय के तत्वावधान में सचिवालय एटीएम चौक से घंटाघर तथा परेड ग्राउंड ,पुलिस मुख्यालय होते हुए वापस सचिवालय एटीएम चौक पर लगभग 150 सचिवालय परिवार के अधिकारी कर्मचारी एवं अन्य खिलाड़ियों ने प्रातः 8:00 बजे वॉकाथन प्रारंभ कर 03 किलोमीटर की दूरी में प्रतिभाग किया।
संकल्प से शिखर तक के इस वॉकाथन को निदेशक खेल उत्तराखंड श्री प्रशांत आर्य जी के द्वारा हरी झंडी दिखाकर रवाना किया गया, खेल निदेशक द्वारा प्रदेश में राष्ट्रीय खेलों के लिए हुई प्रगति, प्रतिभाग करने वाले खिलाड़ी, वॉलिंटियर्स की संख्या एवं अन्य तैयारी के बारे में जानकारी प्रदान की। वॉकाथन का मुख्य उद्देश्य उत्तराखंड में 38वीं राष्ट्रीय खेल के दृष्टिगत खेलों को बढ़ावा देने,उत्तराखंड में सुरक्षित एवं सफल राष्ट्रीय खेलों का आयोजन हो, इस संकल्प के साथ प्रोमो वॉकाथन के द्वारा सन्देश दिया गया।
इस अवसर क्लब के अध्यक्ष ललित चन्द्र जोशी, सचिव राजेंद्र प्रसाद जोशी, उपाध्यक्ष श्रीमती रीता कौल, सलाहकार श्री जीवन सिंह बिष्ट, कोषाध्यक्ष दिनेश घींगा, सचिवालय संघ के अध्यक्ष सुनील कुमार लखेड़ा, जीत मणि पैन्यूली एवं उत्तराखण्ड राज्य आंदोलनकारी मंच की से प्रदेश अध्यक्ष जगमोहन सिंह नेगी , प्रदेश महासचिव रामलाल खंडूरी, जिला अध्यक्ष प्रदीप कुकरेती, व उपाध्यक्ष चन्द्रकिरण राणा के साथ ही रेडक्रास के मोहन खत्री सहित अनेक प्रतिभागियों ने प्रतिभाग किया।

 

दून पुस्तकालय में ‘उत्तराखण्ड हिमालय में ‘उत्तरैण’ विषय पर बातचीत

देहरादून, मकर संक्रांति की पूर्व संध्या पर दून पुस्तकालय एवं शोध केन्द्र और हिमवाल सोसाइटी के संयुक्त तत्वाधान में ‘उत्तराखण्ड हिमालय में ‘उत्तरैण’ : पैनखण्डा का विशेष संदर्भ’ विषय पर एक वार्ता आयोजित की गई। इस अवसर पर बोलते हुए साहित्यकार, संस्कृतिकर्मी डॉ. नंद किशोर हटवाल ने कहा कि सामूहिकता उत्सवों का प्रमुख तत्व है। इसी सामूहिकता में उत्सवधर्मिता निहित रहती है। उन्होंने अपने वक्तव्य में कहा कि अकेले आप कितना भी नाच-गा लो, कुछ खा लो वह उत्सव नहीं होता है। उत्सव हमें सहजीवन और सहअस्तित्व की महत्ता और आनन्द से रूबरू कराते हैं।
उन्होंने कहा कि पूरे देशभर में मनाया जाने वाला मकर संक्रांति का पर्व उत्तराखण्ड में भी विशिष्ट तौर-तरीकों से मनाया जाता है। डॉ. हटवाल ने सीमावर्ती क्षेत्र पैनखण्डा की विशिष्टताओं का उल्लेख करते हुए बताया कि इस अवसर पर कौओं को अन्य पकवानों के साथ पैनखण्डा में बनने वाला एक विशिष्ट पकवान ‘चुन्या’ भी खिलाया जाता है। इस अवसर पर पक्षियों को दाना देने की भी परम्परा है। उन्होंने कहा कि इस पर्व को जैव विविधता के महत्व को मध्यनजर रखते हुए पक्षियों के संरक्षण से भी जोड़ा जाना चाहिए।
दून लाइब्रेरी एवं शोध केन्द्र के प्रोग्राम ऐसोसिएट व सामाजिक शोधार्थी चन्द्रशेखर तिवारी ने कुमाऊं क्षेत्र में मनाई जाने वाली मकर संक्रांति की विशिष्टताओं का उल्लेख करते हुए कहा कि कुमाऊं का यह पर्व जहां माघ स्नान, जप-तप से जुड़ा है वहीं यह प्रकृति, स्थानीय विशिष्ट पकवान, व छोटे बच्चों के प्रति जुडी पारिवार भावनाओं का त्यौहार भी है. उन्होंने पैनखंडा जोशीमठ और रानीबाग का संदर्भ कत्युर वंश से जोड़ते हुए इसके ऐतिहासिक संदर्भ के बिंदुओं पर समुचित अध्ययन किये जाने की बात कही.
वरिष्ट संस्कृतिकर्मी एवं रंगकर्मी प्रेम हिंदवाल ने कहा कि पैनखंडा इलाके का यह पर्व अपने में विशिष्ट है. इसके पकवानों का खुद में एक महत्व पूर्ण स्थान है. इस परम्परागत संस्कृति को हम सबको बचाये रखने के आवश्यकता की जानी चाहिए. इस अवसर पर पैनखण्डा क्षेत्र में उत्तरैण के मौके पर बनाया जाने वाला विशिष्ट व्यंजन ‘चुन्या’ तथाb उत्तराखण्ड का विशिष्ट पकवान ‘आर्सां’ का सामूहिक आनन्द भी लिया गया।
कार्यक्रम का संचालन डॉ. दीपिका डिमरी सचिव हिमवाल सोसायटी ने किया। इस अवसर पर पर्यावरण विद डॉ. कल्याण सिंह रावत, डॉ. योगेश धस्माना,बिजू नेगी, डॉ.लालता प्रसाद, आलोक सरीन,जगदीश सिंह, अम्मार नक़वी,,सुंदर सिंह बिष्ट, शैलेन्द्र नौटियाल, मधन सिंह, हरि चंद निमेष,राकेश कुमार, कुलभूषण नैथानी सहित कई लेखक, साहित्यकार,युवा पाठक व अन्य प्रबुद्ध जन उपस्थित रहे ।

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