Monday, March 17, 2025
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फूलदेई संग्राद कार्यक्रम आयोजित, बिसरी संस्कृति को पुनर्स्थापित किया जाना है ‘फूलदेई’

देहरादून, अपनी परम्पराओं अपनी संस्कृति के पुनरुद्धार हेतू संकल्पित अनेक वर्षों से भगवान श्री काशी विश्वनाथ मंदिर, उत्तरकाशी में शुरू की गयी एक पहल जिसका उदेश्य भूली बिसरी संस्कृति को पुनर्स्थापित किया जाना है, फूलदेई ।
इस माध्यम से युवाओं और समाज को नई दिशा और दशा देने के लिए यह कार्य सामूहिक रूप से भगवान श्री काशी विश्वनाथ जी की प्रेरणा से महंत अजय पुरी के नेतृत्व में संरक्षित और संवर्धित किया जा रहा है जिसमें फूलदेई संग्राद कार्यक्रम, चैत्र कृष्ण पक्ष में आरंभ किया जाता है जो कि आगामी आठ दिन तक चलता है और इस में श्री काशी विश्वनाथ गुरुकुलम के विद्यालयी छात्र छात्राएँ प्रतिदिन मंदिर परिसर की समस्त देहरी पर पुष्प अर्पित करते हैं । इस पहल का प्रयास रहता है हिमालयी पुष्पों को प्रोत्साहन देना जिसमें फ़्योंली और बुरांस के पुष्पों को प्राथमिकता दी जाती है ,ताकि हमें अपने प्राकृतिक संसाधनों और श्रोतों के बारे भी ज्ञान हो सके । इसमें प्रतिदिन नगर क्षेत्र के प्रशासनिक उच्चाधिकारी एवं जनप्रतिनिधियों के यहाँ भी पुष्प अर्पित किए जाते हैं । जिससे फ़ुल्यारों को अधिकारियों और जन सेवकों से कुछ शिक्षा और प्रेरणा प्राप्त हो सके ।
इस अवसर पर आज विधायक सुरेश चौहान के आवास पर पुष्प अर्पित किए गए तथा विधायक द्वारा सभी छात्र छात्राओं को बधाई दी गई एवं पुरस्कार भेंट किए गए तथा उनके उज्जवल भविष्य की शुभकामनाए दी गई।
इस अवसर पर श्री काशी विश्वनाथ गुरुकुलम समन्वयक पारस कोटनाला, अंकित ममगाईं, श्रीयम डंग,मोहन डबराल,जमुना उनियाल ,सुरेंद्र गंगाडी, रमेश चौहान ,गौरव रावत ,सौरभ रावत, संयम बिष्ट आदि उपस्थित रहे।

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