Thursday, January 30, 2025
HomeUncategorizedडी आई टी विश्वविद्यालय के छात्र ऋत्विक ने किया उत्तराखंड का नाम...

डी आई टी विश्वविद्यालय के छात्र ऋत्विक ने किया उत्तराखंड का नाम रोशन

-छात्र ऋत्विक को किया गया गणतंत्र दिवस परेड में सम्मानित

-विकिरण कवच बनाने के लिए मिला ₹25000 का नगद पुरस्कार

देहरादून (केएस बिष्ट), डीआईटी विश्वविद्यालय के छात्र ऋत्विक चौहान ने उत्तराखंड का नाम रोशन किया है।
डी आई टी विश्वविद्यालय के एनसीसी कैडेट ऋत्विक चौहान के प्रोजेक्ट विकिरण कवच को टॉप सिक्स प्रोजेक्ट्स में जगह मिली वहीं उन्हें ₹25000 का नगद पुरस्कार भी दिया गया ।

जानकारी देते हुए डी आई टी विश्वविद्यालय की एन सी सी ऑफिसर डॉक्टर लेफ्टिनेंट बृजलता चौहान ने बताया कि 27 जनवरी को आयोजित होने वाली गणतंत्र दिवस की परेड में एन सी सी डीजी लेफ्टिनेंट जनरल गुरबीर पाल सिंह जी द्वारा पहली बार नए इवेंट आइडिया एंड इनोवेशन रिपब्लिक डे कैंप में सम्मिलित किया गया जिसमें देश भर से 17 डायरेक्टरेट के 260 प्रतिभागियों ने अपने-अपने आइडिया इनोवेशन पर प्रोजेक्ट प्रस्तुत किया। इसमें से 56 नए इन्नोवेटिव आईडियाज को एनसीसी डीजी दिल्ली भेजा गया था। इन 56 में डी आई टी विश्वविद्यालय के दो इन्नोवेटिव आईडियाज, विकिरण कवच एवं हिमानी सावंत के प्रोजेक्ट 11UK Bn को टॉप 15 में स्थान मिला और उन 15 में से टॉप सिक्स में विकिरण कवच को स्थान दिया गया जिनमें से चुने हुए 9 प्रोजेक्ट को कठिन निरीक्षक व प्रशिक्षण के लिए चीफ ऑफ द डिफेंस स्टाफ जनरल अनिल चौहान, डिफेंस सेक्रेट्री श्री राजेश कुमार सिंह, राज्य रक्षा मंत्री संजय सेठ तथा रक्षा मंत्री श्री राजनाथ सिंह जी को प्रस्तुत किए गए।
कैडेट ऋत्विक चौहान ने अंतिम छह इन्नोवेटिव आईडियाज में जगह बना कर उत्तराखंड का नाम रोशन किया । इन फाइनल कैडेट्स को करिअप्पा एनसीसी परेड ग्राउंड दिल्ली में 27 जनवरी को होने वाली पीएम रैली में चुना गया ।
इन सभी छात्रों को एनसीसी डीजी की ओर से आइडिया इनोवेशन RD का सर्टिफिकेट एवं 25000 की नगद राशि से पुरुस्कृत किया गया। इनके तकनीकी सहयोग के लिए विश्वविद्यालय की ही एसोसिएट एनसीसी ऑफिसर डॉक्टर लेफ्टिनेंट बृजलता चौहान एसोसिएट प्रोफेसर इलेक्ट्रॉनिक्स सतत प्रयास एवं विश्वविद्यालय के कुलपति डॉक्टर जी रघुराम को धन्यवाद प्रेषित किया इस मौके पर कुलपति डॉक्टर जी रघुराम ने भी कहा कि विश्वविद्यालय का इस तरह से छात्रों को प्रोजेक्ट के लिए पूरा सहयोग दिया जाता है और हमें खुशी है कि विश्व विद्यालय के छात्र पूरे विश्व में विश्वविद्यालय का नाम रोशन कर रहे हैं।

RELATED ARTICLES
- Advertisment -

Most Popular

Recent Comments