हरिद्वार, कुम्भ मेले में अव्यवस्थाओं और उत्तराखंड शासन की उपेक्षा को लेकर नाराज कल बैरागी संतों द्वारा अखिल भारतीय अखाड़ा परिषद का बहिष्कार किये जाने के बाद आज कुम्भ मेला प्रशासनिक टीम, अपर मेलाधिकारी कुम्भ हरबीर सिंह के नेतृत्व में बैरागी कैम्प क्षेत्र में अतिक्रमण हटाने पहुंची,
पुलिस की सहायता से प्रशासनिक टीम ने क्षेत्र में अतिक्रमण पर करवाई की और नाराज़ साधु संतो को मनाने का प्रयास किया। बैरागी क्षेत्र में मेला प्रशासनिक टीम और पुलिस के साथ अतिक्रमण हटाने पहुंचे अपर मेलाधिकारी हरवीर सिंह का कहना है कि, कुम्भ मेले के आयोजन के लिए शहर में जगह-जगह अतिक्रमण को हटाया जा रहा है। आज इस क्रम में मेला प्रशासन की टीम बैरागी कैम्प क्षेत्र से अतिक्रमण को हटा रही है। बैरागी कैम्प क्षेत्र में अव्यवस्थाओं को लेकर बैरागी संतो की नाराजगी पर अपर मेलाधिकारी का कहना है कि, संतो की कोई नाराजगी नही थी, अपितु संतो की मांग थी कि, बैरागी कैम्प क्षेत्र से अतिक्रमण को जल्द हटाया जाए। यहां लोगो ने विभिन्न रूपो में जगह पर अतिक्रमण किया हुआ है। इसको लेकर आज करवाई की जा रही है।
अपर मेला अधिकारी के नेतृत्व में बैरागी क्षेत्र में अतिक्रमण हटाने पहुंची कुम्भ मेले की प्रशासनिक टीम के बारे में श्री पंच दिगम्बर अणी अखाड़े के बाबा हठयोगी महाराज का कहना है कि, हरिद्वार कुम्भ मेले की प्रशासनिक टीम पूरी तरह से मुस्तैद है। शासन से आदेश मिलने पर हरिद्वार कुम्भ प्रशासन सभी कार्य करने के लिए तैयार है।
कल हमारे द्वारा अखाड़ा परिषद का बहिष्कार किए जाने के बाद आज मेला प्रशासन द्वारा बैरागी क्षेत्र में अतिक्रमण हटाया जा रहा है। मगर व्यवस्थाओं के नाम पर अभी कुछ भी नही किया गया है। आगे समय मे पता चलेगा कि, बैरागियों खालसों और वैष्णव संप्रदाय को कुम्भ मेले में शासन द्वारा किस तरह की व्यवस्थाएं दी जाती है।
बैरागी अखाड़ों की नाराजगी के बाद आज मेला प्रशासन हरकत में आया और तुरंत बैरागी कैंप में अवैध अतिक्रमण को हटाया गया। भगत बैरागी अखाड़ों के संतों में अभी संशय की स्थिति है कि, क्या मेला प्रशासन पूरी तरह से कार्य करेगा या नहीं।
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