देहरादून, देश के पीएम मोदी के गणतंत्र दिवस पर ब्रह्मकमल टोपी पहनने के साथ उत्तराखण्ड़ की यह टोपी चर्चाओं में आ गई। इसके साथ ही इस टोपी को डिजाइन करने वाले समीर शुक्ला भी चर्चाओं में आ गए। मंगलवार को उत्तराखंड के मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने समीर शुक्ला को सम्मानित किया।
मसूरी में सोहम हिमालयन सेंटर के संचालक समीर शुक्ला ने वर्ष 2017 में उत्तराखंड राज्य स्थापना दिवस पर नौ नवंबर को इस टोपी को लांच किया था। उनका कहना है कि उत्तराखंड में सर्वमान्य टोपी नहीं थी। हर क्षेत्र में अलग-अलग टोपियां पहनी जा रही हैं। ऐसे में उन्हें विचार आया कि एक ऐसी टोपी होनी चाहिए जिससे उत्तराखं की पहचान हो। इसलिए उन्होंने ऐसी टोपी डिजाइन की जिसमें परंपरा है ही, साथ ही आधुनिकता का पुट लिए हुए। ब्रह्मकमल टोपी कई रंगों में तैयार की गई है। समीर शुक्ला बताते हैं कि यह टोपी मसूरी के दर्जी जगतदास ने बनाई है। समीर शुक्ला का कहना है कि चूंकि केदारनाथ में पूजा ब्रह्कमल से होती है और यह यहां का राज्यपुष्प भी है। इन्हीं दो विशेषताओं को देखते हुए इसे ब्रह्मकमल पहाड़ी टोपी नाम दिया है।
ब्रह्मकमल उत्तराखंड का राज्य पुष्प है। इसे देवपुष्प कहा जाता है। इस फूल से केदारनाथ धाम में पूजा संपन्न होती है। यह पुष्प 11 हजार फीट से अधिक ऊंचाई पर रुद्रप्रयाग और चमोली जिलों में बहुतायत में पाया जाता है। इस पुष्प के नाम पर ही ब्रह्मकमल टोपी का नामकरण किया गया है।
Recent Comments