-मनरेगा को आधार से जोड़े जाने की नेता प्रतिपक्ष ने की निंदा
-2022-23 के संशोधित अनुमान की तुलना में मनरेगा के आवंटन में 33 फीसदी की थी गिरावट
देहरादून, नेता प्रतिपक्ष यशपाल आर्य नेे महात्मा गांधी राष्ट्रीय ग्रामीण रोजगार गारंटी अधिनियम (मनरेगा) को (1 जनवरी) से आधार से जोड़े जाने की निंदा की है और इसे देश के गरीब और हाशिये पर पड़े लोगों के लिए ‘नए साल का क्रूर उपहार’ बताया हैै।
श्री आर्य ने कहा कि सरकार ने मनरेगा के तहत काम करके बुनियादी आय प्राप्त करने वाले करोड़ों गरीबों से उनका अधिकार छीन लिया है। इस मुश्किल, बोझिल और अविश्वसनीय प्रणाली के अन्तर्गत भुगतान प्रणाली की जरुरतों को समझना और उसे पूरा करना मजदूरों के लिए काफी मुश्किल हो जाएगा। आधार-आधारित भुगतान प्रणाली के तहत वेतन पाने वाले मजदूरों के आधार कार्ड को उनके जॉब कार्ड और बैंक खातों से जोड़ा जाना जरुरी है उसके बाद उनके आधार डिटेल को भारतीय राष्ट्रीय भुगतान निगम के डेटाबेस के साथ मैप किया जाएगा। उसके बाद बैंक की संस्थागत पहचान संख्या को नेशनल पेमेंट्स कॉरपोरेशन ऑफ इंडिया डेटाबेस पर मैप किया जाएगा।
श्री आर्य ने कहा कि देश में कुल मिलाकर 25.69 करोड़ मनरेगा श्रमिक हैं. इनमें से 14.33 श्रमिक सक्रिय माने जाते हैं. 27 दिसंबर 2023 तक कुल पंजीकृत श्रमिकों में से 34.8 फीसदी (8.9 करोड़) और 12.7 फीसदी सक्रिय श्रमिक (1.8 करोड़) अभी भी एबीपीएस के माध्यम से भुगतान पाने में सक्षम नहीं हैं.‘’। श्रमिकों, प्रैक्टिसनर्स और शोधकर्ताओं ने मनरेगा में मजदूरी के भुगतान के लिए एबीपीएस के उपयोग से आने वाली चुनौतियों से अवगत कराया था, लेकिन इसके बावजूद मोदी सरकार ने तकनीक के साथ अपना विनाशकारी प्रयोग जारी रखा है.
नेता प्रतिपक्ष ने कहा कि मनरेगा के प्रति सरकार की उदासीनता कई बार सामने आ चुकी है।
डिजिटल हाजिरी (एनएमएमएस), एबीपीएस, ड्रोन निगरानी और प्रस्तावित एनएमएमएस में चेहरे की पहचान जैसी तकनीक के साथ उनका खतरनाक प्रयोग उनकी उसी उदासीनता को दिखाता है।
श्री यशपाल आर्य ने कहा कि ग्रामीण आर्थिकी के लिये महत्वपूर्ण योजना होने के बावजूद इस योजना में हाल के वर्षों में बजट में कटौती गई है। 2023 के बजट में मनरेगा के लिए 60,000 करोड़ रुपये आवंटित किए गए थे, जो 2022-23 के संशोधित अनुमान की तुलना में मनरेगा के आवंटन में 33 फीसदी की गिरावट थी ।
नेता प्रतिपक्ष ने कहा कि सरकार को सबसे कमजोर भारतीयों को उनके सामाजिक कल्याण के लाभों से वंचित करने के लिए तकनीक, विशेष रूप से आधार को हथियार बनाना बंद करना चाहिए, लंबित वेतन भुगतान को जारी करना चाहिए और पारदर्शिता में सुधार के लिए ओपन मस्टर रोल और सोशल ऑडिट लागू करना चाहिए।
श्री गुरु गोबिंद सिंह के प्रकाश पर्व 17 जनवरी को, 15 जनवरी का निकाला जायेगा नगर कीर्तन
देहरादून,गुरुद्वारा श्री गुरु सिंह सभा द्वारा गुरू श्री गुरु नानक निवास, सुभाष रोड़ पर गुरुद्वारों एवं ज़त्थे बंदियों की हुई मीटिंग में सर्वसम्मिति से निर्णय लिया गया कि श्री गुरु गोबिंद सिंह जी का प्रकाश पर्व 17 जनवरी को एवं नगर कीर्तन 15 जनवरी दिन सोमवार को निकाला जायेगा l
सर्वत्र के भले क़ी अरदास के पश्चात सेवा सिंह मठारु ने कार्यक्रम क़ी रूप रेखा के बारे में जानकारी देते हुए कहा कि नगर कीर्तन गु. करनपुर से 15 जनवरी को 12.30 बजे दोपहर को आरम्भ हो सर्वे चौक, क्वालिटी चौक, घंटाघर, पल्टन बाजार, धामावाला बाजार, लखीबाग पुलिस चौकी से रात्रि करीब 8.0 बजे गु. श्री गुरु सिंह सभा में सम्पूर्ण होगा l गुरु गोबिंद सिंह जी का 357 वां प्रकाश पर्व गु. रेस कोर्स के खुले पंडाल में प्रातः 3.30 से दोपहर 3.30 बजे तक कथा – कीर्तन के रूप में मनाया जायेगा l
हेडग्रंथी भाई शमशेर सिंह जी ने कहा कि अमृत संचार 14 जनवरी को गु. श्री गुरु सिंह सभा में प्रातः 8.0 बजे से धर्म प्रचार कमेटी करवाएगी l प्रसिद्ध रागी ज़त्थे एवं कथा वाचक संगत को मनोहर कीर्तन एवं गुर इतिहास श्रवण करवाएंगे l रात्रि का दीवान गु. श्री गुरु सिंह सभा में रात्रि के 10.0 बजे तक सजेगा l लंगर बनाने की सेवा में सभी को सहयोग करना चाहिए l स. देविंदर सिंह भसीन ने कहा कि नगर कीर्तन को सुचारु रूप से चलाने के लिए कार्यकर्ता पुलिस का सहयोग करेंगे एवं गतका पार्टियों को विशेष निर्देश दिये जाँएगे l लंगर बरताने के लिए और अधिक सेवदारों की सेवा ली जाएगी l
गु. पटेल नगर के प्रधान स. हरविंदर सिंह ने कहा कि गुरुद्वारा पटेल नगर पूर्ण सहयोग करेगा l रेसकोर्स के प्रधान स. बलबीर सिंह ने कहा कि हर प्रकार का सहयोग पूर्व की भांति करेंगे l स. के एस चावला जी ने सभी को प्रकाश पर्व पर अपना सहयोग देने के लिए प्रेरित किया l बिंद्रा जी ने कहा कि अपना फर्ज समझ कर सहयोग करना चाहिए
महासचिव स. गुलज़ार सिंह जी ने आये हुए सभी सज्जनों का सहयोग के लिए धन्यवाद किया, गुरपूर्व सभी के सांझे होते है, इसलिए अधिक से अधिक संख्या में कार्यक्रमों में पहुंच कर गुरु घर क़ी खुशियाँ प्राप्त करें l
इस अवसर पर प्रधान गुरबख्श सिंह राजन, महासचिव गुलज़ार सिंह, वरिष्ठ उपाध्यक्ष जगमोहिंदर सिंह छाबड़ा, उपाध्यक्ष चरणजीत सिंह, मनजीत सिंह, सतनाम सिंह, देवेंदर सिंह भसीन, गुरप्रीत सिंह जोली, हरमोहिंदर सिंह, जगजीत सिंह, के एस चावला, जसबीर सिंह, हरजीत कौर, परमजीत कौर, राजिंदर सिंह राजा, गुरविंदर पाल सिंह सेठी, दलजीत सिंह, हेडग्रंथी भाई शमशेर सिंह, गुरमीत सिंह कैथ, हरप्रीत सिंह छाबड़ा, देविंदर सिंह बिंद्रा, जसपाल सिंह, गुरचरण सिंह, दलबीर सिंह कलेर, हरचरण सिंह, हरप्रीत सिंह, तिलक राज, उज्जवल सिंह, संतोख सिंह, कुलवंत सिंह आदि काफ़ी संख्या में गुरुद्वारों के पदाधिकारी उपस्थित थे l
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