देहरादून, उत्तराखण्ड़ पुलिस ने भू-माफिया के खिलाफ बड़ी कार्रवाई करते हुए सहारनपुर के कुख्यात शेरखान गैंग का पर्दाफाश किया है। इस गिरोह ने शहर में खाली मकानों और जमीनों के फर्जी दस्तावेज बनाकर करोड़ों रुपये की धोखाधड़ी को अंजाम दिया। गिरोह के मुख्य सदस्य विकास सुंदरियाल उर्फ सोनू मूंछ समेत तीन अभियुक्तों को गिरफ्तार कर सलाखों के पीछे भेज दिया गया है।
फर्जी दस्तावेज और कब्जा करने का गोरखधंधा :
राजपुर थाने में दर्ज शिकायत के अनुसार, अभियुक्तों ने किशनपुर निवासी श्रीमती सुमन देवी की सहेली की संपत्ति पर फर्जी दस्तावेज तैयार कर कब्जा करने की कोशिश की। जांच में पता चला कि शेरखान गैंग शहर के खाली मकानों और जमीनों की रेकी कर उनके फर्जी कागजात तैयार करता है। दस्तावेज तैयार होने के बाद, ये गैंग संपत्ति पर कब्जा कर लेता है और इसे बेचना शुरू कर देता है।
पुलिस की त्वरित कार्रवाई
राजपुर थाने की टीम ने वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक के निर्देश पर रजिस्ट्री कार्यालय, राजस्व विभाग, और बैंकों से दस्तावेज जुटाकर जांच की। मुखबिर की सूचना पर पुलिस ने 27 दिसंबर 2024 को गिरोह के चार सदस्यों – विकास सुंदरियाल उर्फ सोनू मूंछ, विनोद कुमार उर्फ केडी, मुकेश चौहान और प्रमोद गिरी को गिरफ्तार किया।
अपराधिक इतिहास :
गिरफ्तार अभियुक्तों में विकास सुंदरियाल और शेरखान के खिलाफ उत्तर प्रदेश और उत्तराखंड में दर्जनों मुकदमे दर्ज हैं। गिरोह के अन्य सदस्यों की गिरफ्तारी के लिए पुलिस सघन जांच कर रही है।
पुलिस टीम की सराहनीय भूमिका :
इस कार्रवाई में उपनिरीक्षक पीडी भट्ट (थानाध्यक्ष, राजपुर), उपनिरीक्षक प्रवेश रावत, कांस्टेबल सुशील और कांस्टेबल रविंद्र ने अहम भूमिका निभाई।
गिरफ्तार अभियुक्तों की जानकारी :
विकास सुंदरियाल उर्फ सोनू मूंछ (38 वर्ष), निवासी अपर राजीव नगर, देहरादून।
विनोद कुमार उर्फ केडी (44 वर्ष), निवासी ऋषि नगर, सहस्त्रधारा रोड, देहरादून।
मुकेश चौहान (56 वर्ष), निवासी अजबपुर कला, दीप नगर, देहरादून।
प्रमोद गिरी (49 वर्ष), निवासी दीप नगर, देहरादून।
“देहरादून पुलिस की इस कार्रवाई ने शहर के भू-माफिया नेटवर्क पर लगाम कसने में महत्वपूर्ण कदम उठाया है। पुलिस ने आम जनता से भी अपील की है कि वे अपनी संपत्तियों की सुरक्षा के प्रति सतर्क रहें और किसी भी संदिग्ध गतिविधि की जानकारी तुरंत पुलिस को दें।”
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