देहरादून, अनुसूचित जाति विभाग के प्रदेश अध्यक्ष एवं पूर्व विधायक राजकुमार ने दून चिकित्सालय स्थित नवीन चिकित्सालय का निर्माण कार्य पूर्ण ना होने तथा स्वास्थ्य व्यवस्था में ढिलाई के कारण दून चिकित्सालय का घेराव किया तथा प्राचार्य डॉ. शयाना के माध्यम से माननीय मुख्यमंत्री को ज्ञापन प्रेषित किया गया l
ज्ञापन में पूर्व विधायक राजकुमार ने कहा कि दून चिकित्सालय/राजकीया दून मेडिकल काॅलेज स्थित एक नवीन चिकित्सालय जिसका निर्माण कांग्रेस सरकार ने 5 वर्ष पूर्व शुरू किया था परन्तु वर्तमान सरकार द्वारा 5 वर्ष बाद भी चिकित्सालय का निर्माण पूर्ण नहीं हो पाया है जो सरकार की विफलता दर्शाता है और उन्होंने कहा कि कोरोना के चलते जब प्रदेश में हजारों लोगों की मृत्यु हो चुकी है और अभी भी कोरोना मृत्यु दर बढ़ता जा रहा है अगर आज चिकित्सालय का निर्माण कार्य पूर्ण हुआ होता तो राजकिया दून चिकित्सालय भी एम्स की तरह एक बहतर चिकित्सालय होता और यह चिकित्सालय इमरजेंसी वार्ड, ट्रामा वार्ड, बर्न यूनिट, आई.सी.यू, ओ.टी व अन्य चिकित्सा सुविधाओं के लिए बनाया जा रहा था परन्तु वर्तमान सरकार द्वारा निर्माण कार्य रूकवाने से कुछ भी सफल नहीं हो पाया और कोरोना से ग्रसित व अन्य बीमारियों से गरीब व असहाय जनता को दर दर भठकना पड़ा और आज भी भठकना पड़ रहा है । चिकित्सालय का निर्माण कार्य जल्द पूर्ण किया जाए ताकि जनता को इसका लाभ मिल सके ।
और पूर्व विधायक राजकुमार ने कहा कि दिन-प्रतिदिन कोरोना ग्रसित लोगों की संख्या बढ़ती जा रही है और जहां लग रहा था कि अब स्थिति काबु में आने वाली है वहीं अब कोरोना वायरस के नए स्ट्रेन ने स्थिति को और गंभीर कर दिया है और माना जा रहा है कि यह नया स्ट्रेन ओर ज्यादा घातक है। इस समय में अगर चिकित्सालय का कार्य पूर्ण हो चुका होता तो हजारों की संख्या में लोगों की जान बचाई जा सकती थी ।
और उन्होंने कहा कि इसके अलावा दून चिकित्सालय में एम्स की तरह सामन्य मरिजों की भरती व कोरोना ग्रसित मरिजों की भरती को अलग अलग करवाया जाए ताकि कोरोना संक्रमण सीमित रहे और ओरों तक ना फैले और जिस प्रकार कोरोना काल में कार्यरत सफाईकर्मियों ने दिन-रात मेहनत कर अपना पूर्ण योगदान दिया वह सराहनीय है परन्तु उन्हें ठेका प्रथा के माध्यम से निकाला जा रहा है जो कि गलत है । ठेका प्रथा को खत्म किया जाए और सभी सफाईकर्मियों को पक्का किया जाए ।
और उन्होंने कहा कि पूर्व में भी कई बार स्वास्थ्य संबंधिक मशीनों को ठीक करवाने के लिए कहा गया है परन्तु अभी तक भी कई मशीनें जैसे की एम.आर.आई व अन्य मशीनें खराब पड़ी है जिनसे जनता को भारी परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है इन्हें जल्द ठीक किया जाए और दून चिकित्सालय में डाक्टर एवं स्टाफ कि कमी होने के कारण बुजुर्ग, बच्चों एवं कोरोना मरीजों कि सही देखभाल नहीं हो पा रही है और जो नए चिकित्सकों व स्टाफ को अस्थायी रूप से कार्य पर रखा गया है उनमें भ्रम की स्थिति पैदा हो गई है
जिस कारण वह काम करने से कतरा रहें हैं उन्हें पूर्ण रूप से स्थायी किया जाए और कोरोना मरीजों कों पर्याप्त वार्ड/बेड व उपयुक्त मेडिकल केयर नहीं मिल पा रहा है जिस कारण उनको परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है और कई कोरोना मरीजों की आए दिन मृत्यु हो रही है, अगर समय पर नए चिकित्सालय का निर्माण कार्य पूर्ण हो चुका होता तो आज हजारों कोरोना मरीजों की जान बचाई जा सकती थी ।
और पूर्व विधायक राजकुमार ने कहा कि अगर उपरोक्त समस्याओं पर गम्भीरता से विचार कर तत्काल इसका समाधान नहीं किया गया और नए चिकित्सालय के रूके हुए निर्माण कार्य को पूर्ण नहीं किया गया तो हमें जनहित में दून मेडिकल काॅलेज व सरकार के खिलाफ धरना प्रदर्शन करने के लिए मजबूर होना पड़ेगा तथा इसकी संपूर्ण जिम्मेदारी सरकार की होगी ।
इस अवसर पर महानगर अध्यक्ष लालचंद शर्मा, पार्षद व नेता प्रतिपक्ष डॉ बिजेंद्र पाल सिंह, अर्जुन सोनकर, अनिल छेत्री, राजेन्द्र बिष्ट, सोम प्रकाश वाल्मिकी, देविका रानी, अशोक कोहली, रीता रानी, राजेन्द्र खन्ना, उदय वीर मल, तरुण मारवा, तारा नागपाल, वसीम अहमद, मालती देवी, विनोद कुमार, अनिल सिंह, देवेन्द्र सिंह, देवेन्द्र कौर, गुलशन सिंह, इमराना परवीन, शाहीन परवीन, विवेक चौहान, शिव कुमार, रवि फुकेला, संदीप वाल्मिकी, सुनील बांगा, योगेश भटनागर, मोनू, शेखर कपूर, विकास नेगी, मनमीत सिंह, भूपेन्द्र सिंह, कमलजीत सिंह, अमरजीत सिंह, नरेंद्र सिंह, संतोष थापा, सरोज, कौशल, मुकुंद कुमारी, भूसरा, समजीश, शहाना तरवीन तथा अन्य कार्यकर्ता मौजूद थे l
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