देहरादून, उत्तराखण्ड़ प्रदेश कांग्रेस कमेटी के महामंत्री विनोद सिंह चौहान के नेतृत्व में सोमवार को कांग्रेसजनों द्वारा क्षेत्रीय परिवहन अधिकारी कार्यालय में प्रदर्शन करते हुए उन्हें ज्ञापन प्रेषित किया। क्षेत्रीय परिवहन अधिकारी को सौंपे ज्ञापन में विनोद चौहान ने कहा कि जनपद के कई मुख्य मार्गों जैसे चकराता रोड़, शिमला बाईपास रोड, हरिद्वार रोड़ पर संचालित माल वाहक गाडियां (डम्पर, ट्रक आदि) जिनमें निर्माण सामग्री इंट, बजरी, रेता आदि ढोया जा रहा है न केवल मानकों के विपरीत ओवर लोडिंग कर चल रहे हैं अपितु नो एन्ट्री समय में भी तेज गति से चलाये जा रहे हैं जिससे ओवर स्पीड के कारण आये दिन दुर्घटनायें घटित हो रही हैं।
उन्होंने यह भी कहा कि दून शहर में कई बसें जिनकी अनुमति की समय सीमा समाप्त हो चुकी है, बिना परमिशन के चल रहे हैं जिससे शहर में प्रदूषण फैल रहा है। इन बसों में कई बसें अन्य प्रदेशों की भी शामिल हैं। इन डग्गामार बसों में सवारियों को ठूस-तूस कर भरा जा रहा है जो किसी बडी दुघटना का सबब बन सकते हैं। साथ ही स्मार्ट सिटी के नाम पर चल रही इलक्ट्रिक बसों के स्टॉप निर्धारित न होने से आम जनता को काफी कठिनाई का सामना करना पड़ रहा है।
कांग्रेस महामंत्री विनोद चौहान ने यह भी आरोप लगाते हुए कहा कि आरटीओ कार्यालय में कार्यरत कर्मियों की कार्यप्रणाली के चलते कर्मियों की मिलीभगत से लाइसेंस बनाने से लेकर गाडियों के अन्य काम कराने के लिए आम आदमी को दलालों का सहारा लेना पड़ रहा है तथा आरटीओ कार्यालय दलालों का अड्डा बनता जा रहा है।
कांग्रेसजनों ने की क्षेत्रीय परिवहन अधिकारी से यह मांग :
-रेत, बजरी, ईट आदि निर्माण सामग्री ढोने वाले वाहनों की स्पीड निर्धारित की जाय तथा नो इन्द्री समय में इन वाहनों को पूरी तरह से प्रतिबन्धित किया जाय। साथ ही रेत, बजरी इन्ट्री लेजाने वाले वाहनों के ऊपर त्रिपाल आवश्यक रूप से डाला जाय जिससे अन्य यात्रियों को परेशानी का सामना न करना पड़े।
-समय सीमा समाप्त हो चुकी सिटी बसों के खिलाफ अभियान चलाकर उन्हें तुरंत हटाया जाय।
-स्मार्ट सिटी के तहत चल रही इलेक्ट्रिक बसों के स्टॉपेज निर्धारित करते हुए आदेशित किया जाय कि निर्धारित स्टॉपेज पर ही बसों का ठहराव किया जाय।
-आरटीओ कार्यालय की कार्यप्रणाली में सुधार किया जाय तथा दलालों के प्रवेश पर प्रतिबन्ध लगाया जाय।
कांग्रेसियों का डीएम कार्यालय कूच, बैरिकेडिंग को तोड़ी, पुलिस के और कांग्रेसी नेताओं के बीच हुई जमकर नोकझोंक
रुद्रपुर(यूएसनगर), प्रदेश की धामी सरकार के खिलाफ कांग्रेसियों की दहाड़ रैली के बाद डीएम कार्यालय कूच के दौरान पुलिस और कांग्रेस नेताओं में जमकर नोकझोंक हुई। कांग्रेस नेताओं ने बैरिकेडिंग को तोड़ डाली और इस पर चढ़कर सरकार के खिलाफ भड़ास निकाली।
उन्होंने सात सूत्रीय मांगों का ज्ञापन राज्यपाल को संबोधित ज्ञापन डीएम को सौंपा। उन्होंने ऐलान किया कि यदि महिला उत्पीड़न, भ्रष्टाचार बंद नहीं हुआ तो उग्र आंदोलन होगा। सोमवार को डीएम कार्यालय मार्ग पर सुबह से ही एक बड़ा पंडाल लगा हुआ था। इसमें धामी सरकार की जनविरोधी नीतियों के खिलाफ डीएम कार्यालय कूच व धरना प्रदर्शन का ऐलान किया गया था।
सुबह 11 बजे से कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष करन माहरा, नेता प्रतिपक्ष यशपाल आर्य, पूर्व मुख्यमंत्री हरीश रावत, महिला कांग्रेस की प्रदेश अध्यक्ष ज्योति रौतेला, पूर्व प्रदेश अध्यक्ष प्रीतम सिंह, विधायक तिलकराज बेहड़, विधायक आदेश चौहान, विधायक भुवन कापड़ी, विधायक गोपाल सिंह राणा, विधायक सुमित हृदयेश सहित पूर्व विधायक एवं सांसद धरना प्रदर्शन में मौजूद रहे। दिग्गज नेताओं ने संबोधन के दौरान धामी सरकार पर जमकर भड़ास निकाली और दो घंटे के बाद डीएम कार्यालय कूच किया।
जहां पहले से ही मौजूद भारी पुलिस बल ने डीएम कार्यालय के मुख्य गेट पर बैरिकेडिंग कर दिग्गज नेताओं व कार्यकर्ताओं को रोकने का प्रयास किया। इसके बाद कांग्रेसियों का पारा चढ़ गया और प्रदेश अध्यक्ष करन माहरा, महिला कांग्रेस की प्रदेश अध्यक्ष ज्योति रौतेला, यशपाल आर्य भी बैरिकेडिंग पर चढ़ने लगे, जिसे देख पुलिस और नेताओं के बीच धक्की-मुक्की और कार्यकर्ताओं ने बैरिकेडिंग को तोड़ना शुरू कर दिया।
मौका देख कर ज्योति रौतेला ने बैरिकेडिंग पर चढ़कर छलांग भी लगाने की कोशिश की, लेकिन महिला पुलिसकर्मी ने हाथ पकड़ लिया। आखिरकार पुलिस ने हार मानते हुए मुख्य गेट पर ही राज्यपाल को संबोधित ज्ञापन डीएम को प्रेषित करवाया जिसके बाद मामला शांत हुआ।
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