Friday, April 19, 2024
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शिक्षा का हाल : एक विद्यालय में शिक्षक ना होने से छात्रों की घटी रही संख्या तो दूसरा विद्यालय बना शराबियों का अड्डा

टिहरी(घनसाली), प्रदेश शिक्षा विभाग जहां अपनी कार्यप्रणाली को लेकर खबरों की सुर्खियों में रहता है वहीं टिहरी जनपद के दो स्कूलों की हालात की भी अजीब है एक स्कूल में घट रही छात्रों की संख्या तो दूसरे स्कूल को आवारा पशुओं और शराबियों ने भी बना डाला अपना अड्डा, अब देखे बानगी जहां एक तरफ सरकारी विद्यालय छात्र संख्या के तरस रहे है वहीं दूसरी ओर एक विद्यालय में शिक्षक की कमी होने से छात्र शिक्षकों के लिए तरस रहे थे। मामला टिहरी जनपद के विकास खंड भिलंगना स्थित गनगर गांव का है, यहां वर्षों से शिक्षक विहीन प्राथमिक विद्यालय बहेड़ी में लम्बे समय से शिक्षकों की जो कमी से जूझ रहा था, वो अब जाकर अस्थाई रूप से खत्म हुई है।

ग्राम प्रधान सुनील सेमवाल ने बताया कि गनगर गांव के प्राथमिक विद्यालय बहेड़ी में अभिभावक संघ की बैठक के दौरान प्राथमिक विद्यालय के कई सारे मुद्दों पर चर्चा की गई और प्रधानाचार्य श्री चौधरी और विद्यालय प्रबंधन समिति की अध्यक्ष मंजू देवी ने ग्राम प्रधान सुनील सेमवाल को विभिन्न समस्याओं से अवगत कराया गया । वहीं प्रधान सुनील सेमवाल ने तत्काल गांव के शिक्षक विहीन विद्यालय की समस्या को गंभीरता से लेते हुए खंड शिक्षा कार्यालय भिलंगना को अवगत कराया और ग्राम वासियों को विश्वास दिलाते हुए तत्काल दो शिक्षकों को व्यवस्था पर बहेड़ी विद्यालय में तैनाती करवाई । जबकि प्रधान सुनील सेमवाल ने कहा कि गनगर गांव के बहेड़ी में पहले 72 छात्र छात्राएं अध्यनरत थे लेकिन विद्यालय में मात्र एक शिक्षक के रह जाने से विद्यालय में छात्र संख्या घटती गई और अब इस विद्यालय में 55 छात्र छात्राएं है।

वहीं प्रधान श्री सेमवाल ने कह कि अभी तो बीओ कार्यलय से 2 अध्यापिकाओं को व्यवस्था पर भेजा गया है लेकिन कुछ दिन बाद ये दोनों अध्यापिका अपनी मूल तैनाती पर चली जाएगी और विद्यालय के हालात जस के तस हो जाएंगे। प्रधान सुनील सेमवाल ने सरकार से गनगर बहेड़ी में स्थाई शिक्षकों की मांग की है।

 

विद्यालय बना शराबियों का अड्डा और आवारा पशुओं का चारागाह

टिहरी, शिक्षक ना होने से एक विद्यालय में छात्रों की संख्या घटी तो दूसरे विद्यालय में शराबियों का बना अड्डा। मामला सरस्वती के इस पावन मंदिर को शराबियों ने जहां शराब पीने का अड्डा बना दिया है वहीं आवारा पशुओं के लिए भी यह विद्यालय चारागाह बन गया है। गनगर के ही दूसरे प्राथमिक विद्यालय सारांश गांव का है ‌जहां के हालात देखकर आप शर्मिंदा हो जाएंगे। विद्यालय में चारदीवारी ना होने से यहां शराबियों से लेकर आवारा पशुओं और जंगली जानवरों का अड्डा बन चुका है।

मामला बढ़ता देख विद्यालय की प्रधानाध्यापिका अल्का देवी ने प्रधान सुनील सेमवाल को अवगत कराया है। शिक्षिका अल्का ने बताया कि यहां अब पठन पाठन कराने में भी डर लगता है, कि कब कहां से आवारा पशु और शराबी आ जाए कुछ पता नहीं। वहीं प्रधान सुनील ने बताया कि ये विद्यालय भी विषम परिस्थितियों में चल रहा है यहां पर जैसे तैसे करके शिक्षिका बहन बच्चों को पढ़ाने का काम कर रही है ये काबिले तारीफ है। प्रधान ने कहा कि सरकार को अतिशीघ्र यहां पर चारदीवारी बनानी होगी अन्यथा यहां पर कोई बड़ी घटना कभी भी घट सकती है। वहीं विद्यालय में शराबियों के बनते अड्डे पर भी बहुत जल्द लगाम लगानी होगी और प्रशासन को यहां पर धर पकड़ अभियान चलाना होगा । प्रधान श्री सेमवाल ने कहा कि विद्यालय और आंगनबाड़ी केंद्रों की समस्याओं को बहुत जल्द समाधान किया जाएगा।

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