‘सीमान्त पर्वतीय जनपद गोपेश्वर (चमोली) में 9 एवं 10 अक्टूबर को होगा बाल विज्ञान महोत्सव का आयोजन’
देहरादून, प्रदेश में सीमान्त पर्वतीय जनपदों के छात्र-छात्राओं में विज्ञान संचार के उदेश्य से वर्ष 2022 से सीमान्त पर्वतीय जनपद बाल विज्ञान महोत्सव का आयोजन किया जा रहा है, दून में आयोजित पत्रकार वार्ता में यूकाॅस्ट के महानिदेशक प्रो. दुर्गेश पंत ने बताया कि
इस वर्ष द्वितीय सीमान्त पर्वतीय जनपद बाल विज्ञान महोत्सव का आयोजन 9 एवं 10 अक्टूबर को अटल उत्कृष्ट श्री 1008 गीतास्वामी राजकीय इण्टर काॅलेज, गोपेश्वर, चमोली में किया जा रहा है जिसमें राज्य के 6 सीमान्त जनपदों उत्तरकाशी, चमोली, रुद्रप्रयाग, बागेश्वर, चम्पावत और पिथौरागढ़ से आयोजित की जा रही 5 प्रतियोगिताओं में जनपद स्तर चयनित 240 छात्र-छात्राओं एवं 50 मार्गदर्शक शिक्षकों द्वारा प्रतिभाग किया जाना है।
जिसमें छात्र-छात्राओं हेतु विभिन्न प्रतियोगिताऐं पोस्टर प्रतियोगिता (स्थानीय पारंपरिक ज्ञान प्रणाली), नाटक (पर्यावरण संरक्षण जागरूकता), विज्ञान प्रश्नोतरी प्रतियोगिता, कविता पाठन (हिन्दी एवं स्थानीय भाषा), कविता पाठन (अंग्रेजी) का आयोजन किया जाता है।
पत्रकार वार्ता में यूकाॅस्ट के महानिदेशक प्रो. दुर्गेश पंत ने बताया कि प्रतियोगिताओं का आयोजन पहले ब्लाॅक स्तर पर उसके पश्चात जनपद स्तर पर किया जाता है। जनपद स्तर पर चयनित छात्र-छात्राओं द्वारा राज्य स्तर पर प्रतिभाग किया जाता है। विगत वर्ष प्रथम सीमान्त पर्वतीय जनपद बाल विज्ञान महोत्सव का राज्य स्तरीय आयोजन माननीय मुख्यमंत्री, उत्तराखण्ड सरकार की गरीमामयी उपस्थिति में जवाहर नवोदय विद्यालय, चम्पावत में किया गया था, जिसमें राज्य के 6 सीमान्त जनपदों उत्तरकाशी, चमोली, रुद्रप्रयाग, बागेश्वर, चम्पावत और पिथौरागढ़ से आये लगभग 240 छात्र-छात्राओं, 50 मार्गदर्शक शिक्षकों एवं 50 से अधिक विभिन्न विशेषज्ञों द्वारा प्रतिभाग किया गया था।
महोत्सव के उदघाटन समारोह हेतु मुख्यमंत्री, पुष्कर सिंह धामी उत्तराखण्ड सरकार,केबिनेट मंत्री डाॅ. धनसिंह रावत, उत्तराखण्ड सरकार, माननीय विधायक कर्णप्रयाग, माननीय विधायक बद्रीनाथ को आमंत्रित किया गया है। प्रो. पंत ने कहा कि यह कार्यक्रम सीमान्त जनपदों को विज्ञान प्रौद्योगिकी एवं नवाचार को बढ़ावा देने के लिए एक अभिनव प्रयोग है |
प्रो.दुर्गेश पंत ने बताया कि महोत्सव में डा. सी. एम. नौटियाल, भूत पूर्व वैज्ञानिक, बीरबल साहनी पुराविज्ञान, लखनऊ द्वारा लोकप्रिय व्याख्यान एवं श्री जी एस रौतेला, भूतपूर्व महानिदेशक एन.सी.एस.एम व सलाहकार साइंस सिटी, देहरादून द्वारा फन विद साइंस पर हेंडस आन किया जायेगा। इसके अलावा महोत्सव में एनसीएसएम द्वारा लैब आन व्हील, विज्ञान प्रदर्शिनी, आकाश दर्शन आदि आकर्षण के केन्द्र होंगे। महोत्सव में प्रतिभागी छात्र-छात्राओं द्वारा देश एवं प्रदेश के वरिष्ठ वैज्ञानिकों से सीधे संवाद करने का अवसर प्राप्त होगा।
इस अवसर पर यूकाॅस्ट के संयुक्त निदेशक डा. डीपी उनियाल, प्रबन्धक जनसम्पर्क अमित पोखरियाल, डा. आशुतोष मिश्रा समन्वयक बाल विज्ञान महोत्सव, जितेन्द्र कुमार उपस्थित रहे |
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