Thursday, December 26, 2024
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मार्चुला बस हादसे की जिम्मेदारी तय करें मुख्यमंत्री : धस्माना

“लोक निर्माण विभाग, स्वास्थ्य विभाग और परिवहन विभाग की जवाब देही किसकी,
36 लोगों की अकाल मृत्यु का कौन है जिम्मेदार”

देहरादून, अल्मोड़ा जिले में मार्चुला के पास हुए बस हादसे में तीन दर्जन लोगों की मौत व दो दर्जन से ज्यादा लोगों के घायल होने के जो प्रथम दृष्टया कारण सामने आ रहे हैं वह ओवरलोडिंग, खस्ता हाल सड़क व क्रश बैरियर ना होना व समय से एंबुलेंस ना पहुंचना बताया जा रहा हैं , प्रदेश कांग्रेस कमेटी के वरिष्ठ उपाध्यक्ष सूर्यकांत धस्माना ने प्रदेश सरकार व मुख्यमंत्री से सवाल किया है कि क्या इतने बड़े हादसे और इतने लोगों की अकाल मृत्यु पर सरकार किसी की जवाबदेही तय करेगी या नहीं? आज अपने कैंप कार्यालय में आयोजित पत्रकार वार्ता में धस्माना ने कहा कि केवल औपचारिकता के लिए कुछ लोगों को निलंबित करने से काम नहीं चलेगा परिवहन स्वास्थ्य व सड़क जिन विभागों में आते हैं उनके मंत्रियों को आगे आ कर इसकी जिम्मेदारी लेनी होगी और उनमें अगर नैतिकता नाम की कोई चीज बची है तो उनको तत्काल अपने पद से त्यागपत्र दे देना चाहिए।
धस्माना ने कहा कि यह कोई एक दुर्घटना का मामला नहीं है बल्कि इस वर्ष अब तक राज्य में ८५० लोगों की मौत सड़क दुर्घटनाओं में हो चुकी है और पिछले वर्ष यह आंकड़ा ९३२ था और यह केवल आंकड़ा नहीं है बल्कि इतने लोग सरकार की लापरवाही के कारण असमय मौत के शिकार हो गए। श्री धस्माना ने कहा कि लगातार हो रही इन मौतों पर सरकार केवल जांच के आदेश और मुआवजा दे कर अपना पल्ला नहीं झाड़ सकती बल्कि इन मौतों और दुर्घटनाओं के लिए अब सरकार को इसकी जवाब देही तय करनी पड़ेगी और इन विभागों के मंत्रियों के इस्तीफे लेने चाहिए।
धस्माना ने कहा कि मुख्यमंत्री को प्रदेश की जनता को यह बताना चाहिए कि बहु प्रचारित संजीवनी एयर एंबुलेंस घटना स्थल पर क्यों नहीं पहुंची क्योंकि अगर एयर एंबुलेंस समय पर घटना स्थल पर पहुंची होती तो अनेक लोगों को बचाया जा सकता था। श्री धस्माना ने कहा कि सड़क दुर्घटना का मामला बहुत गंभीर हो चुका है और अब इस पर कांग्रेस सरकार से प्रभावी कार्यवाही की मांग करती है।

 

‘भाजपा के 15 साल, दून नगर निगम बेहाल’ अभियान में भाजपा के दिखावटी मलिन बस्ती अध्यादेश का विरोध

“सरकार को मलिन बस्तियों के 85 हजार मकानों को छत के बदले छत की व्यवस्था करनी चाहिए : अभिनव थापर”सरकार को मलिन बस्तियों के 85,000 मकानों को छत के बदले छत की व्यवस्था करनी  चाहिए : अभिनव थापर - Info Uttarakhand

देहरादून, नगर निगम के रायपुर विधानसभा क्षेत्र के काठ बंगला बस्ती – वार्ड 59 में भाजपा के ‘दिखावटी मलिन बस्ती अध्यादेश’ में पिछले 15 सालों से भाजपा नगर निगम की अनदेखी से नाराज क्षेत्रवासियों ने कांग्रेस के प्रवक्ता अभिनव थापर के नेतृत्व में रिस्पना के पास प्रदर्शन किया ।
कांग्रेस प्रवक्ता व वरिष्ठ कांग्रेस नेता अभिनव थापर के नेतृत्व में क्षेत्रवासियों ने प्रदर्शन किया और उन्होंने कहा कि नगर निगम देहरादून में पिछले 15 साल यानी 2008 से भाजपा का ही मेयर है और कई साल से इस क्षेत्र में भाजपा का विधायक और सांसद है किंतु काठ बंगला बस्ती वार्ड 59 पर आजतक तलवार लटक रही है। एक तरफ भाजपा सरकार मलिन बस्तियों के लिये अध्यादेश से गुमराह कर रही है वहीं दूसरी तरफ जिलाधकारी का बाढ़ – क्षेत्र में बस्ती खाली करने की आपत्ति हेतु 10.12.2024 तक का नोटिस इस बस्ती में लगाया गया है। यह सरकार की विरोधाभास बातें है और सरकार को बस्तियों को नियमतिकरण करना चाहिए या समूचे 85 हजार से अधिक मलिन बस्तियों के छत के बदले छत की व्यवस्था करनी चाहिए, तभी देहरादून की मुख्य दो नदियों – रिस्पना व बिंदाल नदी को भी बचाया जा सकता है ।
कांग्रेस प्रवक्ता अभिनव थापर ने कहा एनजीटी के आदेशों में स्पष्ट उल्लेख है कि 11.03.2016 से पहले वालों पर कार्यवाही नहीं होगी फिर भी कई 2016 से पहले के निर्माण भी तोड़े गए। सरकार को ध्वस्तीकरण से पहले पुनर्वास का कार्य करना चाहिए। गरीबों को उजाड़ने से पहले सरकार को कोई छत की व्यवस्था बनानी चाहिए थी। नगर निगम सोती रही और अवैध बस्तियां बनती रही किन्तु वो आज इन अवैध बस्तियों को बसाने वाले ” जिम्मेदार नेता ” कहाँ है ??

काठ बंगला बस्ती में कांग्रेस प्रवक्ता अभिनव थापर के “भाजपा के 15 साल, दून नगर निगम बेहाल ” अभियान में शैलेश गुप्ता, गुड्डू पारचा, भाई सिंह, अमन, मिंटू कुमार, राम कुमार, आदि क्षेत्रवासियों ने सरकार के खिलाफ अपना विरोध दर्ज कर अभियान में हिस्सा लिया।

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