Thursday, November 21, 2024
HomeTechnologyमुख्यमंत्री ने किया यज्ञोपैथी रिसर्च सेंटर का लोकार्पण

मुख्यमंत्री ने किया यज्ञोपैथी रिसर्च सेंटर का लोकार्पण

हरिद्वार ( कुलभूषण),  मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी देवसंस्कृति विश्वविद्यालय पहुंचे। विवि में प्रतिकुलपति डॉ चिन्मय पण्ड्या ने पुष्पगुच्छ भेंटकर उनका स्वागत किया। इस अवसर पर मुख्यमंत्री ने यज्ञोपैथी रिसर्च सेंटर का उद्घाटन किया।
प्रतिकुलपति ने बताया कि यज्ञोपैथी रिचर्स सेंटर में विभिन्न बीमारियों के उपचार के संबंध में शोध किया जायेगा। अब तक किये गये शोधों में अनिद्रा रक्तचाप मानसिक आदि बीमारियों में यज्ञोपैथी एक कारगर चिकित्सा पद्धति साबित हुई है। उन्होंने बताया कि बीमारियों के अनुसार विभिन्न औषधीय जड़ी.बूटियों के मिश्रण से हवन सामग्री बनाई गयी हैं। उन्होंने बताया कि इन हवन सामग्रियों के मिश्रण द्वारा यज्ञ करने से आश्चर्यजनक परिणाम मिले हैं।
इसके साथ ही मुख्यमंत्री ने एशिया के प्रथम बाल्टिक सेंटर सहित विवि के विभिन्न प्रकल्पों स्वावलंबन कार्यशाला एवं कागज लघु उद्योग का अध्ययन किया। प्रज्ञेश्वर महादेव मंदिर में पूजा अर्चना कर राज्य के विकास की प्रार्थना की। इस दौरान मुख्यमंत्री ने विवि द्वारा चलाई जा रही विभिन्न गतिविधियों की सराहना की।

राष्ट्र की उन्नति के लिए एक मजबूत सरकार का गठन करना है – हरि गिरिMay be an image of 1 person and temple

हरिद्वार ( कुलभूषण) । श्री पंच दश नाम जूना अखाड़े के अंतरराष्ट्रीय संरक्षक एवं अखिल भारतीय अखाड़ा परिषद के राष्ट्रीय महामंत्री श्रीमहंत हरि गिरि महाराज ने लोकतंत्र के इस महापर्व में सभी देशवासियों से मतदान करने की अपील करते हुए कहा कि राष्ट्र की उन्नति प्रगति वह विकास के लिए हम सबको दलगत, जातिगत व धर्म की राजनीति से ऊपर उठकर एक मजबूत सरकार का गठन करना है ।
उन्होंने
सभी अखाड़ों तथा साधू सन्यासियों से अपील की है कि लोकतंत्र के इस महापर्व में वह स्वयं तो भाग ले ही साथ ही अपने भक्तों, अनुयायियों, शिष्यों को भी इस पुनीत कार्य में भाग लेने के लिए प्रेरित करें। श्रीमहंत हरि गिरि महाराज ने बताया कि जूना अखाड़े के पूरे देश में स्थित सभी मठों,मंदिरों व आश्रमों के समस्त नागा संन्यासियों को लोकसभा चुनाव में शत प्रतिशत मतदान करने के निर्देश दिए गए हैं। उन्होंने कहा कि जूना अखाड़े के सभी महामंडलेश्वरों से भी विशेष आग्रह किया गया है कि वह अपने-अपने क्षेत्र में मतदान के प्रति अपने शिष्यों भक्तों श्रद्धालुओं व नागरिकों को प्रेरित करें ।उन्होंने कहा मतदान हमारा मौलिक संवैधानिक अधिकार है जिसका हमें निश्चित रूप से प्रयोग करना है। इस माध्यम से हम सभी राष्ट्र के समग्र विकास की आधार शिला रखेंगे और विश्व में अजय अखंड राष्ट्र के रूप में भारत को स्थापित करने में सफल होंगे।

 

नवरात्रि तृतीय दिवस देवी भागवत कथाMay be an image of 6 people, temple and text that says '3귀입대터 जी मनोज कुमार आर्या जिलाकारगारहदिक रागार, हरिद्ार सवरिकअधीकषक वरिष्ठ अधीक्षक जिलाका भागवत'

हरिद्वार ( कुलभूषण) । हिंदू नव वर्ष चैत्र नवरात्रि के पावन अवसर पर श्री अखंड परशुराम अखाड़ा के तत्वाधान में जिला कारागार रोशनाबाद जेल हरिद्वार में श्रीमद् देवी भागवत कथा के तृतीय दिवस कथा व्यास भागवताचार्य पंडित पवन कृष्ण शास्त्री जी ने बताया यदि नवरात्रि में मां भगवती का नित्य नौ दिन तक पूजन किया जाता है अष्टमी और नवमी के दिन मां भगवती के निमित्त हवन यज्ञ कर कन्या पूजन किया जाता है मां प्रसन्न होकर के समस्त मनोकामनाएं पूर्ण कर देती है शास्त्री जी ने बताया कन्या पूजन में दो वर्ष से लेकर के दश वर्ष तक की कन्या का पूजन करना चाहिए एक वर्ष की कन्या खाने योग्य सुगंधित पदार्थों का अनुभव करने में असमर्थ होती है अथवा दश वर्ष से ऊपर की कन्या रजस्वला हो जाती है इनका पूजन शास्त्रों में निषिद्ध बताया गया है
शास्त्री जी ने बताया जो दो वर्ष की अवस्था की कन्या को ‘कुमारी कन्या’ कहते हैं इनका पूजन करने से दुख तथा दरिद्रता दूर होती है, तीन वर्ष की कन्या ‘त्रिमूर्ति’ कहलाती है इसका पूजन करने से धर्म अर्थ काम तीनों पुरुषों की सिद्धि होती है, चार वर्ष से कन्या ‘कल्याणी’ कही जाती है जो इनका पूजन करता है उसे सर्वत्र विजय सुख प्राप्त होता है, पांच वर्ष की कन्या ‘रोहणी’ कहलाती है शरीर में होने वाले रोगों का नाश इनका पूजन करने से होता है, छः वर्ष की कन्या ‘कालिका’ कहलाती है इसका पूजन करने से सभी शत्रु नष्ट हो जाते हैं, साथ वर्ष की कन्या ‘चंडिका’ कहलाती है इनका पूजन करने से ऐश्वर्य विस्तार होता है, आठ वर्ष की कन्या ‘शांभवी’ कहलाती है इनका पूजन करने से किसी के द्वारा किया गया तंत्र मंत्र सम्मोहन समाप्त हो जाता है, नौ वर्ष की कन्या ‘दुर्गा’ कहलाती इसका पूजन करने से सभी शत्रु नष्ट हो जाते हैं और परलोक में जाकर के सुख की प्राप्ति होती है, दश वर्ष की कन्या ‘सुभद्रा’ कराती है इसका पूजन करने से सभी मनोरथ पूर्ण हो जाते हैं इसे ऊपर की अवस्था की कन्या पूजन नहीं करना चाहिए क्योंकि वह रजस्वला हो जाती है और सभी कार्यों में निषिद्ध मानी जाती है
शास्त्री जी ने बताया जोभी विधि विधान के साथ कन्याओं का पूजन करता है उसके घर में समस्त सुख समृद्धि एवं मां भगवती की कृपा बनी रहती है जेल अधीक्षक मनोज आर्य जी ने भी कैदियों को संबोधित करते हुए बताया मां भगवती की आराधना करने से सभी पापों से मुक्ति मिल जाती है सभी कैदियों के पाप मुक्त हो और अपने-अपने घरों को जाएं यही कामना मां भगवती से मैं करता हूं साथ ही साथ श्री अखंड परशुराम अखाड़ा राष्ट्रीय अध्यक्ष पंडित अधीर कौशिक जी ने भी मां भगवती के चरणों में हाजिरी लगाते हुए बताया पुत्र को पुत्र हो सकता है पर माता कभी कमाता नहीं होती है मां अपने बच्चों के किए गए अपराधों को क्षमा कर देती है जितने भी कैदी अपराध करके आए हैं यदि मन के चरणों में बैठकर के क्षमा मांगे मां उन्हें क्षमा कर देगी इस अवसर पर हिंदू रक्षा सेवा राष्ट्रीय अध्यक्ष महामंडलेश्वर स्वामी परबोधानंद गिरि जी महाराज,स्वामी श्री परमानंद जी महाराज, समाजसेवी आशीष मेहता, पंचपुरी हलवाई समाज अध्यक्ष सोमपाल कश्यप,संजू अग्रवाल,भोलू कुमार,राकेश उपाध्याय,कमलेश उपाध्याय,अश्मित कौशिक,हर्ष पंडित, आशीष,सोनू,शशिकांत उपस्थित रहे।

 

कन्या गुरूकुल के दल ने किया एफ आर आई का शैक्षणिक भ्रमणMay be an image of 9 people and people smiling

हरिद्वार ( कुलभूषण) ।  हरिद्वार गुरूकुल कंागडी समविश्वविद्यालय के कन्या गुरूकुल परिसर के हिन्दी विभाग की छात्राओ के दल ने डा सुचित्रा मलिक के निर्देशन में एफ.आर.आई. देहरादून का शैक्षणिक भ्रमण किया। भ्रमण दल में 34 शोध छात्राओ ने प्रतिभाग किया। इस अवसर पर छात्राओ ने एफ आर आई के संग्रहालय सहित विभिन्न परिसरो का भ्रमण कर ज्ञानवर्धक जानकारी प्राप्त की। इसके उपरान्त दल ने टपकेश्वर महादेव मन्दिर का भी भ्रमण किया। इस अवसर पर प्रो. मृदुला जोशी डा0 निशा शर्मा शगुन रीना शकुन भूमि मनीषा आरती अंशिक काजल पायल खुशी सहित विभिन्न छात्राऐं उपस्थित रही।

RELATED ARTICLES
- Advertisment -

Most Popular

Recent Comments